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झेलना
झेलना - (स० क्रि० ) 1 सहना 2 बर्दाश्त करना (जैसे-दुःख झेलना) 2 ठेलना
झेलनी - (स्त्री०) चाँदी, सोने की ज़ंजीर जो कान के गहनों का बोझ सँभालने के लिए बालों में अटकाई जाती है (जैसे- नथ की झेलनी, बालों की झेलनी) झोंक - (स्त्री०) 1 झोंकने की क्रिया 2 मन की प्रवृत्ति (जैसे-झोंक में आकर कोई काम कर बैठना ) 3 धुन, आवेश 4 दे० झोंका 5 दे० झोंकी 6 तीव्रता (जैसे नींद के झोंके में पलंग से गिर जाना) 7 झुकाव। ~दार + फ़ा० (वि०) जो झुका हुआ हो
झोंकना - (स० क्रि०) 1 आगे की ओर फेंकना (जैसे-कोयला झोंकना) 2 धकेलना (जैसे- आग में झोंकना) 3 उड़ाना, खर्च करना (जैसे- नाच-गाने में उसने हज़ारों रुपए झोंक दिए) झोंकवा - (पु० ) भाड़ आदि झोंकने का काम करनेवाला झोंकवाना - (स० क्रि०) झोंकने का काम किसी अन्य से
करवाना
झोंका - ( पु० ) 1 वेगपूर्वक चलेन वाली हवा 2 हिलोरा 3 झटका, आघात 4 अचानक आनेवाली नींद
झोंकाई - (स्त्री०) 1 झोंकने की क्रिया 2 झोंकने का पारिश्रमिक झोंकिया- (पु० ) झोंकवा झोंकी - (स्त्री०) 1 जोखिम 2 जवाबदेही, उत्तरदायित्व झोंझ - I बो० ( पु० ) विशिष्ट पक्षियों के गले में लटकनेवाली मांस की झालर
झोंझ - II ( पु० ) घोंसला । ~मारना अनुचित बात की कामना
होना झोंझल- (स्त्री०) झुंझलाहट झोंट - (पु० ) 1 झाड़ी 2 पौधों का झुरमुट 3 घास-फूस आदि का पूला, जूरी 4 झुंड, समूह
झोंटा - I (पु०.) सिर पर के लंबे-लंबे बालों का समूह ।
~ झोंटी (स्त्री०) स्त्रियों की आपस में झोंटा पकड़कर होनेवाली लड़ाई; झोंटी करना झोंटा पकड़कर लड़ना झोंटा - II ( पु० ) 1 भैंसा 2 भैंस का बच्चा झोंपड़ पट्टी - ( स्त्री०) झोंपड़ियों का मुहल्ला झोंपड़ा - ( पु० ) घास-फूस से छाया हुआ छोटा कच्चा घर, कुटिया, मँ
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झोंपड़ी - (स्त्री०) छोटा झोपड़ा, कुटी
झोंपा - ( पु० ) 1 झब्बा 2 गुच्छा झोकना - (स० क्रि०) झोंकना झोका - (पु०) झोंका झोझ - I ( पु० ) झोझा - (वि०) तोंदवाला झोटिंग - (वि०) झोटेवाला
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झोंझ
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झोपड़ा - (पु० ) झोंपड झोर - बो० ( पु० )
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झोल
झोरना - (स० क्रि०) 1 ज़ोर से हिलाना, झकझोरना 2 डाल को ज़ोर से हिलाना कि फल गिर जाए (जैसे- आम की डाल झोरना) 3 बटोरना 4 छककर भोजन करना झोल - I ( पु० ) 1 झूलना, लटकना 2 लटकनेवाला अंश 3 आँचल 4 परदा । ~ झाल (वि०) 1 ढीला-ढाला 2 व्यर्थ, बेकार 3 बुरा, दूषित II (०) 1 वह झिल्ली जिसमें लिपटा
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I ( पु० )
झोंझ II
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टंका
हुआ बच्चा पैदा होता है, जरायु 2 गर्भ III ( पु० ) 1 जलन, दाह 2 भस्म, राख IV (पु० ) 1 रसा, घोल 2 मामड़ V (पु० ) अंडे-बच्चे झोलना - (स० क्रि०) तपाना, जलाना 2 दुःखी करना झोला - ( पु० ) 1 कपड़े आदि का बना थैला 2 खोली, गिलाफ 3 साधुओं का ढीला-ढाला कुर्ता 4 पाल की रस्सी को ढीला करने की क्रिया
झोली - I (स्त्री०) 1 छोटा थैला, थैली 2 चारों कोने बाँधकर कंधे आदि से लटकाया हुआ कपड़ा जो थैले का काम दे 3 अनाज ओसाने का कपड़ा 4 घास भूसा बाँधने का जाल 5 गोद (जैसे- बच्चे को झोली में लेना) । ~ डालना भिक्षा ग्रहण हेतु झोली फैलाना - झोली - II (स्त्री०) राख, भस्म झोलेदार - I हिं० + फ़ा० (वि०) रसेदार झोलेदार - II हिं० + फ़ा० (वि०) 1 जिसपर मुल्म्मा हुआ 2 जिसमें झोल पड़ता हो झझट-बो० (स्त्री०) झौंद - (पु० ) झोंझ (पेट)
झंझट
झौड़ - (स्त्री०) 1 कहा-सुनी 2 डाँट फटकार 3 झंझट, बखेड़ा झौर - ( पु० ) 1 समूह 2 गुच्छा
झौरे - ( क्रि० वि० ) 1 पास, निकट 2 साथ, संग झौवा - बो० (पु० ) झौआ
झौहाना - ( अ० क्रि०) क्रुद्ध होकर झल्लाते हुए बोलना
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ट
टंक - I सं० (पु० ) 1 चार माशे की एक तौल 2 उक्त तौल का बटखरा 3 उक्त तौल का चाँदी का सिक्का । ~शाला (पु० ) (स्त्री०) टकसाल
टंक - II सं० (पु० ) 1 पत्थर काटने और गढ़ने की टाँकी 2 कुदाल, फरसा 3 कुल्हाड़ी 4 तलवार 5 तलवार की म्यान 6 अभिमान, घमंड 7 क्रोध, गुस्सा
टंक-III अं० (पु०) 1 तालाब 2 बड़ा हौज़
टंक - IV अं० (पु०) युद्धयान, टैंक । ~मार + हिं० (वि०) टैंकतोड़
टंकक - Iसं० (पु०) चाँदी का सिक्का; ~शाला (स्त्री०) सिक्के ढालने का कारखाना, टकसाल
टंकक - II सं० (पु० ) टाइप करनेवाला, टाइपिस्ट । ~शाला (पु० ) टंकण यंत्र बनाने का कारखाना
टंकण -सं० (पु० ) 1 टाइप करना 2 सिक्कों आदि की ढलाई । ~यंत्र ( पु० ) टाइप-राइटर
टैंकना - (अ० क्रि०) 1 टाँका जाना 2 सिलना 3 सिलाई द्वारा अटकाया जाना 4 सिल आदि का कुटना टैंकवाना - (स० क्रि०) 1 टाँका लगवाना 2 सिलवाना 3 सिल आदि कुटवाना
टंका - I (पु० ) 1 टंक नाम की पुरानी तौल 2 टका (सिक्का)