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झिर-झिर
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झुनझुनाना
झिर-झिर-(क्रि० वि०) 1 धीरे-धीरे 2 धीरे-धीरे एवं झिर-झिर | झींसी-(स्त्री०) छोटी-छोटी महीन बूंदों के रूप में होनेवाली शब्द करते हुए
हल्की वर्षा झिरझिरा-(वि०) झीना, पतला
झीखना-I (अ० क्रि०) कुढ़-कुढ़कर अपना दुखड़ा रोते रहना, झिरना-(अ० क्रि०) झरना
खीझना II (पु०) कुढ़-कुढ़कर कही जानेवाली बात झिरी, झिरी-(स्त्री०) 1 छोटा सूराख, छेद, दरज़ 2 गड्ढा | झीना-(वि०) 1 बारीक, महीन (जैसे-झीना कपड़ा) 2 जिसकी जिसमें आस-पास का पानी इकट्ठा होता हो 3 बड़े जलाशय बुनावट ठस न हो, पतला-पतला (जैसे-झीना खटोला, झीना के पास का छोटा झरना
परदा) झिलैंगा-I (वि०) 1 ढीले अंगोंवाला 2 झीनी बुनावटवाला झीमना-(अ० क्रि०) 1 झूमना 2 ऊँघना
II (पु०) हल्की खाट जिसकी बुनावट ढीली हो झीमर-(पु०) - झीवर (मल्लाह) झिलना-I (अ० क्रि०) 1 सहा जाना 2 अंदर धंसना 3 तृप्त झील-(स्त्री०) प्राकृतिक जलाशय, बहुत बड़ा ताल, सरोवर होना, अघाना 4 मगन होना, तन्मय होना
झीलर-(पु०) छोटी झील, ताल झिलना-II (पु०) झिल्ली, झींगुर ।
झीली-(स्त्री०) 1 दही, दूध आदि के ऊपर की मलाई 2 दे० झिलम-(स्त्री०) लोहे का टोप। -टोप (प०) शिरस्त्राण | झिल्ली झिलमिल-I (स्त्री०) 1 प्रकाश की किरणों के हिलते रहने की | झीवर-(पु०) माँझी, मल्लाह, केवट स्थिति (जैसे-तारों का झिलमिल करना) 2 अंधकार एवं | झंझलाना-(अ० क्रि०) क्रुद्ध एवं व्यथित होकर बोलना प्रकाश के मध्य की स्थिति जो संध्या एवं सबेरे दिखाई देती है | इँझलाहट-(स्त्री०) झुंझलाने की क्रिया, गुस्सा 3 रह-रहकर चमकती हुई रोशनी II (वि०) झिल-मिलाता झुंड-(पु०) समूह, टोली (जैसे-हिरनों का झुंड) हुआ
झंडी-(स्त्री०) पौधों की खूटी 2 कुलाबा जिसपर परदा टाँगा झिलमिला-(वि०) 1 थोड़ा अँधेरा एवं थोड़ा उजाला (समय) जाता है 2 जो रह-रहकर चमकता हो (जैसे-झिलमिला प्रकाश) झकना-(अ० क्रि०) 1 लटकना (जैसे-सिर झुकना, गर्दन 3 झीना
झुकना) 2 मुड़ना (जैसे-लोहे की छड़ बीच से झुकना) झिलमिलाना-I (अ० क्रि०) रह-रहकर चमकना (जैसे-लौ | 3 नमित होना, दबना 4 पक्षपात करना (जैसे-मुझे किसी तरफ
का झिलमिलाना) 2 टिमटिमाना (जैसे-तारों का झिलमिलाना) नहीं झुकना है) 5 नीचा होना (जैसे-आँखे झुकना) 6 किसी II (स० क्रि०) 1 चमकीली वस्तु को थोड़ा-थोड़ा हिलाना | कार्य की ओर प्रवृत्त होना.. 2 हिलाते-हिलाते चमकाना
झुक-मुख-(पु०) दे० झुट-पुटा झिलमिलाहट-(स्त्री०) 1 टिमटिमाहट 2 झिलमिलाने की | झुकरना-(अ० क्रि०) झुंझलाना क्रिया
झुकराना-बो० (अ० क्रि०) झोंके खाना झिलमिली-(स्त्री०) 1चिक, चिलमन 2 जाफ़री झुकवाना-(स० क्रि०) झुकने में प्रवृत्त करना 3 झिलमिलाहट 4 कान में पहनने का गहना
झुकाई-(स्त्री०) 1 झुकाने की क्रिया 2 झुकाने की उज़रत झिल्लड़-(वि०) पतला एवं झंझरा, झीना
झकाना-(स० क्रि०) 1 टेढ़ा करना, लटकाना 2 मोड़ना झिल्ला-(वि०) 1 पतला, बारीक, महीन 2 जो गफ न हो | 3 नीचा करना (जैसे-आँखें झुकाना) 4 कार्य में लगाना 5 नीचे झिल्लिका-अं० (स्त्री०) 1 झींगुर 2 झिल्ली 3 झींगुर की | की ओर लाना (जैसे-झंडा झुकाना) 6 परास्त करना झनकार
(जैसे-शत्रु को झुकाना आसान नहीं है) झिल्ली-सं० (स्त्री०) झींगुर
झुकार-(पु०) हवा का झोंका, झकोरा झिल्ली-(स्त्री०) 1 पारदर्शक आवरण (जैसे-गर्भस्थ शिशु के झुकाव, झुकावर-(स्त्री०) 1 झुकने की क्रिया, झुके होने की चारों ओर लिपटी झिल्ली) 2 फल आदि का छिलका 3 खाल ___ अवस्था 4 प्रवृत्ति, रुख (जैसे-दर्शन के प्रति मेरा विशेष झुकाव की पतली तह 4 आँख का जाला नामक रोग। ~दार + फ़ा० (वि०) झिल्ली से युक्त
झुग्गी-(स्त्री०) ग़रीब की झोपड़ी झिल्लीक-सं० (पु०) झींगुर
झट-पुटा-(पु०) थोड़ा-थोड़ा अँधेरा हो जाने का समय झींक-(पु०) = दे० झींका
झुटुंग-(वि०) जटाधारी, झोटेवाला झींकना-I(अ० क्रि०) = दे० झाँखना II बो० (स० क्रि०) झुठकाना-(स० क्रि०) भ्रम में डालना 1 पटकना 2 फेंकना, सज्जित करना
झुठलाना-(स० क्रि०) झूठा ठहराना झींका-(पु०) पीसे जानेवाले अन्न की एक बार में चक्की में झठाना-(स० क्रि०) झूठा सिद्ध करना डालने के लिए निर्धारित मात्रा
झठालना-बो० (स० क्रि०) - झुठलाना झीखना-(अ० क्रि०) 1 दुःखी होना 2 कुढ़ना 3 - झीखना झुनका-(पु०) छल, धोखा झींगा-(पु०) 1 एक मछली जिसके मुँह एवं पूँछ पर लंबे बाल झनझन-(स्त्री०) धुंघरुओं आदि के बजने से उत्पन्न शब्द होते हैं 2 बढ़िया अगहनी धान 3 कपास की फसल में | झनझना- (पु०) बच्चों का एक खिलौना, बाजा लगनेवाला कीड़ा
झुनझुनाना-I (अ० क्रि०) 1 झन-झन की आवाज़ होना नींगुर-(पु०) बरसाती कीड़ा जो झी-झी की ध्वनि करता है, 2 झुनझुनी होना II (स० क्रि०) झुन-झुन ध्वनि उत्पन्न
करना
चौरी