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जोड़न
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3 वह अंग जो किसी अन्य वस्तु के साथ जोड़ा गया हो 4 दो वस्तुओं के संधि स्थल का चिह्न (जैसे-कुरसी के हत्थे में का जोड़) 5 ऐसा संयोग, मिलान जो अच्छा लगे (जैसे- वर-कन्या का जोड़ सराहनीय है) 6 समानता (जैसे तुम्हारा उनके साथ कुछ जोड़ नहीं बैठता) 7 जोड़ने की क्रिया 8 ग० दो या दो से अधिक संख्याओं को जोड़ने की क्रिया 9 जोड़ने से प्राप्त होनेवाली संख्या (जैसे- तीन और दो का जोड़ पाँच होता है) 10 धन आदि का संचय, संग्रह 11 दे० जोड़ा (जैसे-दो पहलवानों का जोड़) । ~तोड़ (पु० ) 1 जोड़ने-तोड़ने की क्रिया 2 दाँव-पेंच से मिली हुई कारर्रवाई; पत्र + सं० (पु० ) (साथ में) जोड़ी गई चिट्ठी
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जोड़न- ( पु० ) = जामन
जोड़ना - (स० क्रि० ) 1 अच्छी तरह दृढ़तापूर्वक मिलाना (जैसे- लकड़ी के तरने और पाये जोड़कर मेज़ बनाना, कपड़ों के टुकड़ों को जोड़कर मेज़पोश बन्गना) 2 बैठाना, लगाना (जैसे-पैर की हड्डी जोड़ना) 3 यथास्थान बैठाना (जैसे- छापे के अक्षर जोड़ना) 4 संग्रहीत करना, संचय करना (जैसे-धन-संपत्ति जोड़ना) 5 ग० संख्याओं का योगफल प्रस्तुत करना 6 उपयुक्त क्रम से लगाना (जैसे-शब्द जोड़कर वाक्य बनाना) 7 संबंध स्थापित करना (जैसे-मित्रता जोड़ना) 8 वृद्धि करना, बढ़ाना (जैसे- शिकायत करते हुए उसने दो-चार बातें और भी जोड़ दीं ) जोड़वा-बो० (वि०) जुड़वाँ जोड़वाना - (स० क्रि०) जोड़ने का काम अन्य से कराना जोड़ा - (पु० ) 1 एक साथ दो व्यक्ति 2 एक साथ दो वस्तुएँ
(जैसे- धोतियों का जोड़ा, कंगन का जोड़ा) 3 एक साथ पहने जानेवाले दो या दो से ज़्यादा कपड़े, जोड़ 4 एक ही प्रकार के पशु-पक्षियों, जीवों आदि के नर एवं मादा का युग्म (जैसे- पति-पत्नी का जोड़ा, शेर शेरनी का जोड़ा)। जामा + फ़ा० (पु० ) 1 पूरी पोशाक 2 दूल्हा का वेश जोड़ाई - (स्त्री०) 1 जोड़ने की क्रिया 2 जोड़ने की मज़दूरी 3 ईंट आदि जोड़ने की क्रिया 4 ईंट आदि जोड़ने के बदले दिया जानेवाला पारिश्रमिक
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जोड़ी - (स्त्री०) 1 साथ-साथ रहनेवाले जीवों के नर एवं मादा की सामूहिक संज्ञा (जैसे- पति-पत्नी की जोड़ी सुंदर है) 2 एक साथ जोते जानेवाले दो बैल 3 दो घोड़ों की गाड़ी, बग्घी 4 समान गुण, आकार एवं धर्मवाली दो वस्तुएँ (जैसे-मुगदरों की जोड़ी) 5 मंजीरा 6 दे० जोड़। दार + फ्रा० [ (पु०) बराबरी करनेवाला व्यक्ति II (वि०) मुकाबले का; ~वाल ( पु० ) गायक दल के साथ मंजीरा बजानेवाला बोडू - (वि०) जोड़-जोड़ कर (धन) रखनेवाला
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जोत - I (स्त्री०) 1 जोतने की क्रिया 2 काश्त 3 उतनी भूमि जितनी एक काश्तकार जोतता है 4 चमड़े आदि की लंबी पट्टियाँ जो घोड़ों, बैलों आदि के पावों में उनकी गर्दन से इक्के-गाड़ी, हल तक बाँधी जाती हैं 5 तराजू की रस्सी जिसमें पलड़े लटकते हैं। दार फ़ा० (पु० ) काश्तकार जोत - II ( स्त्री०) ज्योति, प्रकाश जोतना - (स० क्रि०) 1 नाँधना, बाँधना (जैसे-बग्घी में घोड़े जोतना) 2 हल से ज़मीन को चीरना (जैसे-खेत जोतना) 3 इच्छा के विरुद्ध काम में लगाना
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ज़ोर
जोतनी- (स्त्री०) जोतते समय पशु के गले में बाँधने की रस्सी जोतांत - ( स्त्री०) खेत की मिट्टी की ऊपरी तह जोता - I (पु०) जुआठे में बँधी हुई रस्सी जिसमें जोते जानेवाले बैल की गर्दन फँसायी जाती है II (वि०) जोतनेवाला जोताई - ( स्त्री०) 1 जोतने की क्रिया 2 जोतने की मज़दूरी। ~बोवाई (स्त्री०) जोतने बोने का काम जोताना - (स० क्रि०) जोतने का काम कराना जोति-बो० (स्त्री०) जोती बोई जा सकनेवाली भूमि जोतिहा - ( पु० ) 1 खेत जोतनेवाला मज़दूर 2 कृषक, खेतिहर जोति - (स्त्री०) 1 लगाम, रास 2 चक्की की कीली और हत्थे में बँधी रहनेवाली रस्सी 3 तराजू की वह रस्सी जिसमें उसके पल्ले बँधे होते हैं 4 खेत सींचने की दौरी में बँधी रस्सी जोधा - (पु० ) योद्धा
ज़ोन - टिकट-अं० (पु०) एक क्षेत्र में यात्रा करने का टिकट जोन्ह, जोन्हाई - (स्त्री०) चाँदनी, चंद्रिका, ज्योत्स्ना जोफ़ - अ० (पु०) 1 वृद्धावस्था, बुढ़ापा 2 शारीरिक दुर्बलता, कमज़ोरी
जोबन - ( पु० ) 1 यौवन 2 युवावस्था में लावण्य एवं सौंदर्य मिश्रित शारीरिक गठन 3 यौवन जनित सुंदरता 4 उभरती एवं खिलती जवानी 5 स्त्रियों के कुच, स्तन, उरोज उतरना जवानी ढलना; पर आना पूर्ण यौवनावस्था प्राप्त होना; .~ लूटना स्त्री के साथ भोग-विलास करना
जोम - अ० (पु० ) 1 उमंग, उत्साह 2 आवेश, जोश 3 शक्ति आदि का अभिमान, घमंड
ज़ोर - I फ़ा० ( पु० ) 1 शारीरिक ताकत बल, शक्ति 2 दृढ़ता, ओज, उत्साह (जैसे-ज़ोर-शोर से काम करना) 3 आर्थिक, मानसिक, शारीरिक किसी प्रकार की योग्यता (जैसे- धन-दौलत का जोर, विद्या का ज़ोर, भुजाओं का जोर) 4 प्रबलता (जैसे तपेदिक का ज़ोर ) 5 वेग, तेज़ी, प्रचंडता (जैसे- हवा का ज़ोर नदी की धाराओं का ज़ोर) 6 रचना कौशल में विशेष दक्षता, योग्यता (जैसे-क़लम का ज़ोर ) 7 अनुभूति, तर्क आदि की शक्ति (जैसे-ज़ोर की बात कहना) 8 सहारा, साधन (जैसे-किसके ज़ोर पर इतना गुमान करते हो) 9 उत्कर्ष, वृद्धि की होनेवाली प्रवृति 10 अधिकार, वश (जैसे- दुष्टों पर किसका ज़ोर चलता है) 11 अधिक काम करने से होनेवाला हानिकारक परिणाम (जैसे-अधिक पढ़ने से आँखों पर ज़ोर पड़ना) II ( क्रि० वि०) कार्य, फल आदि के विचार से असाधारण तेज़, बहुत अधिक, काफी खूब । ~आज़माई (स्त्री०) बल परीक्षा; ज़बरदस्ती (स्त्री०) ज्यादती; जुल्म + अ० (पु० ) अन्याय, अत्याचार; दार (वि०) ताकतवर, ताकतवाला; शोर (पु० ) 1 उग्रता, तेज़ी 2 प्रबलता 3 जोश; -आज़माना बल परीक्षा करना, मुकाबला करना; ~करना 1 बल लगाना 2 कोशिश करना;
चलना वश चलना डालना दबाव डालना, आग्रह करना; ~दिखाना शक्ति, अधिकार का परिचय देना, -देकर आग्रहपूर्वक, दृढ़ता के साथ देना 1 सहारा देना 2 आग्रह करना 3 बोझ डालना; पकड़ना 1 बल प्राप्त करना 2 बढ़ना; पर होना बाढ़ पर होना, प्रबल होना; बाँधना बल प्राप्त करना; मारना 1 बहुत ज़ोर लगाना 2 बहुत कोशिश करना; ज़ोरों से बहुत आग्रह के साथ