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लड़ाई
जुआर
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जुतिऔवल जो पशुओं के कंधे पर रखी जाती है II (पु०) जाँते की मूठ 1जिल्दबंदी हेतु किताब के जज़ों को सीना 2 किताब की III (पु०) बाजी लगाकर खेला जानेवाला खेल, द्यूत सिलाई (जैसे-जुआ खेलना बुरा काम है)। खाना + फ़ा० (पु०) | जुज़वी-अ० (वि०) 1 बहुत थोड़ा 2 छोटा 3 आंशिक वह स्थान, घर जहाँ जुआ खेला जाता है; चोर (पु०) बहुत । जुझाऊ-(वि०) 1 लड़ाका 2 युद्ध संबंधी (जैसे-जुझाऊ बड़ा ठग, धूर्त; चोरी (स्त्री०) ठगी, धूर्ताई
जहाज़) जुआर-(स्त्री०) = ज्वार, खाद्यान्न की एक किस्म जो खरीफ की जुझारू-I (वि०) योद्धा, लड़ाका, वीर II (पु०) युद्ध, रण,
फसल में बोया जाता है जुआर-भाटा-(पु०) = ज्वार-भाटा
जुट-(पु०) 1 जोड़ा, युग्म 2 अनेक वस्तुओं का समूह जुआरी-(पु०) ऐसा व्यक्ति जिसे जुआ खेलने की लत, आदत | (जैसे-कपड़ों, गहनों आदि का जुट) 3 दल, जत्था हो, जुआ खेलनेवाला
जुटक-सं० (पु०) 1 जटा 2 कबरी, जूड़ा जुई-(स्त्री०) 1 = नँ 2 मटर, सेम आदि फलियों में लगनेवाला जुटना-(अ० क्रि०) 1 जुड़ना, संयुक्त होना, सटना 2 समीप एक छोटा कीड़ा
होना 3 कार्य में योग देना (जैसे-सभी लोग मंदिर निर्माण में जुएबाज़- + फ़ा० (पु०) जुए की लतवाला
जुट गए) 4 एक जगह एकत्र होना (जैसे-लकड़ी, अनाज, जुएबाज़ी- + फ़ा० (स्त्री०) जुआ खेलने की लत पानी आदि जुटना, तमाशा देखनेवालों का जुटना) 5 संभोग जुकाम-अ० (पु०) सरदी-गरमी के योग से होनेवाला एक रोग करना (जैसे-वह कोठे पर जाते ही जुट गया) 6 मयस्सर होना जिसमें नाक से कफ मिश्रित पानी निकलता है तथा सिर में (जैसे-वह दो वक्त की रोटी भी नहीं जुटा पाता) हल्का दर्द होता है, प्रतिश्याय सरदी (जैसे-वह जुकाम से | जुटाना-(स० क्रि०) 1 इकट्ठा करना 2 जोड़ना 3 मिलाना, पीड़ित है)
सटाना जुखना-(अ० क्रि०) जोखा जाना, वज़न होना
जुटाव-(पु०) जुटाने की क्रिया, जमाव जुग-I बो० (पु०) 1 युग (जैसे-जुग जुग जियो मेरे लाल) । जुटिका-सं० (स्त्री०) 1 चोटी, शिखा 2 जूड़ा 3 गुच्छा 2 पीढ़ी (जैसे-अनेक जुगों तक तुम्हारी कीर्ति बनी रहे) जुट्टी-(स्त्री०) 1 पूला 2 गड्डी, थाक II (पु०) 1 एक तरह की दो वस्तुओं का जोड़ा, युग्म 2 चौसर | जुठारना, जुठालना-(स० क्रि०) 1 खाने-पीने की वस्तु को के खेल में दो गोटियों का एक ही घर बैठने की अवस्था खा-पीकर जूठी करना (जैसे-बिल्ली ने दूध जुठार दिया, प्रसाद 3 करघे का डोरा जो ताने के सूतों को अलग-अलग करने के जुठारना) 2 नाम मात्र का ज़रा-सा खाकर छोड़ देना लिए होता है
(जैसे-थाली जुठारना) 3 बहुत कम खाना जुगजुगाना-(अ० क्रि०) टिमटिमाना, रह रहकर चमकना, | जुठिहारा-(पु०) जूठा खानेवाला झिलमिलाना
जुडंगी-(वि०) बहुत ही निकट का संबंधी जुगत-(स्त्री०) 1 तरकीब, युक्ति 2 कौशल
जुड़ना-(अ० क्रि०) 1 जोड़ा जाना, संयुक्त होना 2 इकट्ठा जुगती-(पु०) समझ-बूझकर उत्तम उपाय निकालनेवाला होना, जुटना (जैसे-रोटी-कपड़ा आदि जुड़ना) 3 प्राप्त होना व्यक्ति
4 जोता जाना (जैसे-इक्के में घोड़ा जुड़ना) 5 सम्मिलित होना जुगनी-(स्त्री०) = जुगनूं
(जैसे-मंदिर निर्माण में सभी जुड़े हुए हैं) जुगनू-(पु०) एक प्रसिद्ध कीड़ा जिसके रात में उड़ने पर इसके । जुड़वा-(वि०) 1जिसका जन्म एक साथ या तुरंत आगे-पीछे पिछले भाग से चमक पैदा होती है, खद्योत
हुआ हो 2 जो आपस में एक साथ जुड़े या सटे हों जुगल-(वि०) = युगल
(जैसे-जुड़वाँ फल, जुड़वाँ केले) जुगवना-(स० क्रि०) युक्तिपूर्वक बचाकर रखना
जुड़वाना-(स० क्रि०) 1 मिलवाना. लगवाना 2 जुड़ाना जुगाड़-(पु०) 1 आवश्यक साधन, वस्तु आदि को हाज़िर जुड़ाई-I (स्त्री०) बो० = जोड़ाई II (स्त्री०) 1 शीतलता, करना 2 कठिन कार्य सिद्ध करने की युक्ति
ठंडक 2 तृप्ति III (स० क्रि०) 1 जोड़ने में प्रवृत्त जुगादरी-(वि०) बहुत पुराना
करना जुगाना-(स० क्रि०) जुगवना
जुड़ाना-I (अ० क्रि०) 1 शीतल होना, ठंडा होना 2 तृप्त होना जुगाल-(पु०) दे० जुगाली
II (स० क्रि०) ठंडा करना 2 शांत एवं सुखी करना जुगालना-(अ० क्रि०) पागुर करना
जुड़िया-बो० (वि०) = जुड़वाँ जुगाली-(स्त्री०) गाय, भैंस आदि पशुओं का निगले हुए चारे जुतना-(अ० क्रि०) 1 जोता जाना (जैसे-गाड़ी में या हल में को थोड़ा-थोड़ा निकालकर चबाना, पागुर
बैल जुतना) 2 खेत आदि जोता जाना (जैसे-खेत जुत गया) जगुत-(स्त्री०) = जुगत
3 मनोयोग से काम में लगना (जैसे-वह सारा दिन काम में जुगुप्सन-सं० (पु०) निंदा करना
जुता रहा) जुगुप्सा-सं० (स्त्री०) 1 निंदा, बुराई 2 उपेक्षापूर्वक की जुतवाना-(स० क्रि०) 1 जोतने का काम किसी अन्य से कराना जानेवाली घृणा, बीभत्सा
2 घोड़े, बैल आदि को नधवाना (जैसे-कोल्हू में बैल जुतवाना, उगप्सित-सं० (वि०) 1निदित 2 घृणित
गाड़ी में घोड़े जुतवाना) जुल-अ० (पु०) 1 अंश, भाग 2 छपे हुए काराज़ के सोलह | जुताऊ-(वि०) जोतने लायक पठों का समूह, एक फारम। दी + फ्रा० (स्त्री०) | जतिऔवल-(स्त्री०) जूतों से होनेवाली लड़ाई