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जाही
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जिप्सम
जाही-(स्त्री०) 1 चमेली की जाति का एक पौधा 2 चमेली जाति | जिज्ञासित-सं० (वि०) 1जिज्ञासा किया हुआ 2 पूछा हुआ के पौधे का फूल
जिज्ञास-सं० (वि०) जिज्ञासा करनेवाला, उत्सुक जाह्नवी-सं० (स्त्री०) जहनु (ऋषि) से उत्पन्न नदी, गंगा | जिज्ञास्य-सं० (वि०) 1जिसके संबंध में जिज्ञासा की जाए जिंक-अं० (स्त्री०) जस्ता
2 जिज्ञासा किए जाने योग्य ज़िंदगानी-फ़ा० (स्त्री०) जिंदगी
जिठानी-(स्त्री०) = जेठानी जिंदगी-फा० (स्त्री०) 1 जीवित रहने की अवस्था, जीवन | जित्-सं० (पु०) जीतनेवाला (जैसे-इंद्रजित्- जितेन्द्रिय)
2 जीवन काल (जैसे-किसी तरह जिंदगी के दिन गुज़र रहे जित-सं० (वि०) 1 जीता हुआ 2 वश में किया हुआ। हैं)। ~में गैत का मज़ा चखना अत्यंत कष्ट भोगना ~मन्यु (वि०) क्रोध को जीतनेवाला; ~लोक (वि०) जिंदा-फा० (वि०) 1जिसमें जीवन हो, जीवित 2 सक्रिय और 1जिसने दुनिया को जीत लिया हो 2 जिसने स्वर्ग को जीत सचेष्ट। दिल (वि०) 1 हँसमुख 2 उत्साही; दिली लिया हो; ~शत्रु (वि०) जिसने शत्रु पर विजय पाई हो
(स्त्री०) 1 हँसमुख होना 2 जिंदादिल होना; बाद जीता रहे जितना-I (वि०) जिस मान, मात्रा में हो (जैसे-जितना चाहो जिंस-अ० (स्त्री०) 1 गल्ला, अनाज 2 असबाब 3 पदार्थ लूट लो) II (क्रि० वि०) जिस मात्रा में 4 वर्ग, किस्म। ~खाना + फा० (पु०) भंडारघर; ~वार जितवाना-(स० क्रि०) दूसरे को विजय दिलाना, दूसरे की जीत + फ़ा० (वि०) वर्ग के अनुसार; ~वारी + फ़ा० (स्त्री०) कराना वर्गीकरण
जितवार-बो० (वि०) 1 जीतनेवाला, विजेता 2 जितेंद्रिय जिउ-बो० (पु०) = जीव
जितवैया-(वि०) विजय प्राप्त करनेवाला जिउकिया-(पु०) 1 विशिष्ट कार्य से जीविका निर्वाह | जितात्मा-सं० (वि०) जितेंद्रिय करनेवाला व्यापारी 2 रोज़गारी
जिताना-(स० क्रि०) 1 जीतने का कारण होना 2 जीतने में जिउतिया-(स्त्री०) = जीवित पुत्रिका
किसी की सहायता करना ज़िक्र-अ० (पु०) 1विवेचनात्मक वर्णन, चर्चा 2 संक्षिप्त | जितारि-सं० (वि०) 1 शत्रुओं को जीतनेवाला 2 मनोविकारों
कथन 3 स्मरण (जैसे-हम लोग आप का ज़िक्र कर रहे थे) | को जीतनेवाला जिगर-फा० (पु०) 1 कलेजा 2 साहस, हिम्मत 3 चित्त, मन । जिताष्टमी-सं० (स्त्री०) जीवित-पुत्रिका सोज़ (वि०) दिल जलानेवाला
जिति-सं० (स्त्री०) जीत, विजय जिगरा-फा० + हिं० बो० (पु०) कठिन काम करने का होंसला जितेंद्रिय-सं० (वि०) जिसने इंद्रियों को अपने वश में कर . जीवट, साहस
लिया हो, संयमी जिगरी-फा० (वि०) 1 दिली, अंतरंग (जैसे-जिगरी दोस्त) जित्वर-सं० (वि०) जीतनेवाला, विजयी 2 जिगर संबंधी
ज़िद-अ० (स्त्री०) 1 हठ 2 दुराग्रह (जैसे-मैं इस तरह की ज़िद जिगीषा-सं० (स्त्री०) 1 जीतने की इच्छा, विजय कामना नहीं मानता) 2 युद्ध करने की इच्छा 3 उद्योग, प्रयत्न
ज़िदियाना-अ० + हिं० 1 (अ० क्रि०) जिद करना II (स० जिगीषु-सं० (वि०) 1 विजय कामी, जीत का इच्छुक 2 युद्ध क्रि०) ज़िद करने में प्रवृत्त करना चाहनेवाला
ज़िद्द-अ० (स्त्री०) बो० = ज़िद जिघत्सु-सं० (वि०) भूखा
ज़िद्दन-अ० (क्रि० वि०) ज़िद करते हुए, हठ करते हुए जिघांसक-सं० (वि०) वध का इच्छुक
ज़िद्दी-अ० (वि०) दुराग्रही जिघांसा-सं० (स्त्री०) वध की इच्छा
जिधर-(क्रि० वि०) जिस तरफ़, जिस तरह जिघांसु-सं० (वि०) = जिघांसक
जिन-(सर्व०) 'जिस' का बहवचन (जैसे-जिनको, जिनसे जिघ्र-सं० (वि०) सूंघनेवाला जिच-(स्त्री०) 1 शतरंज में खेल की ऐसी स्थिति जिसमें | जिन-सं० (पु०) जैनों के तीर्थकर
बादशाह को शह तो न लगे पर उसके चलने को कोई घर न हो जिन-अ० (पु०) भूत-प्रेत। -चढ़ना, सवार होना गुस्से 2 ऐसी स्थिति जहाँ वाद-विवाद में समझौते का कोई रास्ता न | में पागल होना
जिन-अं० (पु०) एक विलायती शराब जिजिया-(स्त्री०) जीजी
ज़िनगी-फा० (स्त्री०) बो० जिंदगी जिज़िया-अ० (पु०) मुगल शासकों द्वारा गैर-मुसलमान प्रजा | | जिना-अ० (पु०) छिनाला, व्यभिचार। कार + फ्रा० पर लगाया जानेवाला कर
(वि०) पर-स्त्री गमन करनेवाला; ~कारी +फा० (स्त्री०); जिजीविषा-सं० (स्त्री०) जीने की चाह
-विज्जन (पु०) पर-स्त्री के बलात् किया जानेवाला संभोग, जिजीविषु-सं० (वि०) जो अधिक समय जीवित रहना चाहता बलात्कार
जिनिस-अ० (स्त्री०) = जिंस जिज्ञासा-सं० (स्त्री०) 1 जानने की इच्छा, ज्ञान की चाह 2 ज्ञान | जिन्नात-अ० (पु०) भूत-प्रेतादि प्राप्ति के लिए उत्सुकता
जिन्हें-(सर्व०) जिनको जिज्ञासाकुल-सं० (वि०) पूछताछ या जानने की चाह से ज़िप-अं० (पु०) चेननुमा एक बंधन व्याकुल
| जिप्सम-अं० (पु०) चूने के सल्फेट का एक खनिज पदार्थ
आदि)
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हा