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जात्रा
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जात्रा-बो० (पु० )
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जात्री-बोर (पु० ) जादू - फा० (पु० ) 1 जंतर-मंतर, टोना-टोटका (जैसे- जादू करना) 2 वशीकरण 3 मोहिनी 4 इंद्रजाल 5 हाथ की सफ़ाई का काम (जैसे-नट का जादू करना)। ~गर ( पु० ) 1 जादू करनेवाला मदारी 2 बाज़ीगर गरी (स्त्री०) 1 जादू का काम 2 जादू करने की विद्या; घर + हिं० (पु०) जादू के खेल दिखाने का स्थान; ~टोना + हिंο (पु० ) टोना-टोटका,
झाड़-फूँक नज़र + अ० (वि०) अत्यधिक सुंदर एवं लुभावनी आँखोंवाला; मंतर + हिं० (पु०) जंतर-मंतर ; -उतरना जादू का असर दूर होना; चलना 1 जादू का असर होना 2 बात का असर होना डालना, मारना जादू करना वह जो सिर पर चढ़कर बोले उपाय वही अच्छा है जो सफल हो तथा विरोधी को भी मानना पड़े जान - 1 (स्त्री० ) 1 जानकारी, परिज्ञान, परिचय 2 ख्याल, समझ जान- II फ़ा० I (स्त्री०) 1 जोवन, प्राण 2 शारीरिक शक्ति, सामर्थ्य II (वि०) प्रिय, प्यारा। जोखिम + हिंο (स्त्री०) जान का ख़तरा जोखों + हिं० (स्त्री०) जान जाने का डर दार (वि०) 1 हिम्मतवाला 2 सजीव 3 जिसमें बल हो; निसार + अ० (वि०) 1 जान देनेवाला 2 जो किसी के लिए मरने को तैयार हो 3 स्वामिभक्त; ~निसारी + अ + फ़ा० (स्त्री०) वफादारी स्वामिभक्ति; -पहचान (स्त्री०) जानने-पहचानने की क्रिया; पहचानी (वि०) परिचित; फ़िशानी (स्त्री०) जी तोड़ कोशिश, अत्यधिक श्रमः बख़्शी (स्त्री०) 1 प्राणदान 2 प्राणदंड के अपराधी को क्षमादान; बाज़ (वि०) जान पर खेलनेवाला, वीर, साहसी बाज़ी (स्त्री०) साहस, वीरता; बीमा (पु० ) जीवन की वह व्यवस्था जिसके अंतर्गत निश्चित अवधि के अंदर बीमा करनेवाले को जीवन बीमा कंपनी अवधि की समाप्ति से पूर्व अचानक मृत्यु होने पर कुछ निर्धारित धन देती है; ~ माज + अ० (स्त्री०) वह ज़ाज़िम जिसपर बैठकर नमाज़ पढ़ी जाती है; बूझकर सोच समझकर माल + अ० (पु० ) प्राण एवं धन; ~लेवा + हिं० (वि०) जानी दुश्मन; -आँखों में आ जाना आसन मरण होना; आना मन स्थिर होना; ~का अज़ाब जी का जंजाल, झंझट, बखेड़ा का गाहक जान का दुश्मन; ~का नुक़सान प्राणहानि का रोग कष्ट देनेवाली वस्तुः ~का लागू जान का वैरी की अमान प्राण रक्षा, प्राण दान; ~ की ख़ैर मनाना 1 प्राण रक्षा होना 2 कुशल मनाना; ~ की तरह रखना 1 ज़रा भी कष्ट न होने देना 2 बहुत सँभालकर रखना; की पड़ना जान रक्षा की चिंता लगना; के लाले पड़ना जान बचाना कठिन हो जाना; को आना दे० जान खाना; को न समझना तकलीफ़ की परवाह न करना; ~को रोना किसी के द्वारा किए गए अहित का स्मरण होने पर कुढ़ना; खपाना अत्यधिक श्रम करना; खाना परेशान कर देना; खोना 1 जान देना 2 किसी के दुःख में घुलना; चुराना, काम से जी चुराना, आलस करना; छुड़ाना पीछा छुड़ाना, मुक्त होना; छूटना 'छुटकारा मिलना; देना 1 मरना 2 मरने को तैयार होना (किसी पर); देना किसी पर आसक्त होना, अनुरक्त
= यात्रा
यात्री
जाना
निसार करना पड़ना 1 प्राण पर आ
होना; निकलना बहुत कष्ट होना; प्राणोत्सर्ग करना, अत्यधिक प्रेम करना; संचार होना 2 शक्ति आना 3 हरा-भरा होना; बनना 1 जान का खतरा होना 2 भारी संकट में पड़ना; पर खेलना 1 प्राणों के जोखों का काम करना 2 साहस, वीरता का काम करना; --पर नौबत आना दे० जान पर बनना; ~बचाना कष्ट साध्य काम से कतराना, भागना; बची लाखों पाए मरने से बच गए यही परम लाभ है; भारी होना जीना दूभर हो जाना, जीवन से ऊब जाना; मारना दे जान लेना, कठिन परिश्रम करना; में आना ढांढस बँधना, इतमीनान होना; में होना जिंदा होना; लड़ाना
तोड़ कोशिश करना, भरसक प्रयत्न करना; लेना 1 वध करना 2 बहुत कष्ट देना 3 कड़ी से कड़ी मेहनत लेना; ~सूखना डर से होश गुम हो जाना, सुन्न हो जाना; सूली पर होना 1 जान खतरे में होना 2 भारी परेशानी, संकट में होना; ~ से गुजर जाना, से जाना मर जाना; ~से तंग आना, ~ से बेज़ार होना जीना असह्य हो जाना, जीने से ऊब जाना ~ से मारना कतल कर देना; ~ से हाथ धोना मरना; -है तो जहान है दुनिया का सब सुख ज़िंदगी के साथ है जानकार - (वि०) 1 जाननेवाला 2 परिचित 3 अच्छा ज्ञाता (जैसे- वह चित्रकला का जानकार है)
जानकारी- (स्त्री०) जानकार होने की अवस्था जानकी-सं० (स्त्री०) जनक पुत्री, सीता । नाथ (पु० ) श्री रामचंद्र
जानना - (स० क्रि० ) 1 ज्ञान होना (जैसे-मकान का पता जानना, उर्दू भाषा जानना) 2 सूचना पाना, परिचय होना (जैसे-रोगी का हाल जानना) 3 जानकारी तथा समर्थता होना (जैसे- वह मोटर चलाना जानता है) 4 सत्यता पर विश्वास होना (जैसे- ईश्वर को जानना आसान बात नहीं है) 5 भाँप लेना (जैसे-मन की बात जानना)। पड़ना मालूम होना, दिखाई देना जानपद - I सं० (वि०) जनपद संबंधी, जनपद का II ( पु० ) 1 जनपद प्रदेश 2 जनपद का निवासी 3 ज़मीन पर लगनेवाला कर, मालगुजारी (जैसे-जानपद ऋण) जानराय - ( पु० ) बहुत बड़ा जानकार, ज्ञानी पुरुष जानवर - फ़ा० (पु० ) 1 पशु 2 प्राणी 3 पशुओं का सा आचरण करनेवाला (जैसे-बिल्कुल जानवर हो गए हो क्या) 4 गँवार आदमी, उजड्ड, मूर्ख व्यक्ति (जैसे- तुम निरे जानवर हो) जा नशीन - फ़ा० ( पु० ) अधिकारी की अनुपस्थिति पर उसके पद पर बैठनेवाला व्यक्ति, उत्तराधिकारी
जाना - (अ० क्रि०) 1 गमन, प्रस्थान करना (जैसे- आज मुझे दिल्ली जाना है ) 2 विशेष उद्देश्य हेतु प्रस्थान करना (जैसे-सेना का युद्ध पर जाना, कर्मचारी का अधिकारी के पास जाना) 3 नियमित रूप से यात्रा आरंभ करना (जैसे-यहाँ से यह रेलगाड़ी प्रतिदिन आगरा जाती है) 4 प्रसारित होना (जैसे- अब संपूर्ण विश्व में हिंद समाचार जाने लगा है) 5 बहना, रसना (जैसे- आँखों से पानी जाना, फोड़े से मवाद जाना) 6 एक बिंदु, स्थान से दूसरे स्थान तक विस्तृत होना (जैसे यह सड़क कानपुर से आगरा तक जाएगी) 7 उन्मुख होना, प्रवृत्त होना (जैसे-सुंदरता की तरफ़ ध्यान जाना) 8 चोरी