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जगदंबा
जगदंबा-सं० (स्त्री०) दुर्गा जगदीश -सं० (पु० ) परमेश्वर, ईश्वर जगद्गुरु सं० (५०) जगत् का गुरु, विश्व गुरु (जैसे - जगद्गुरु शंकराचार्य) जगद्गौरी-सं० (स्त्री०) दुर्गा
जगद्धाता - सं० (पु०) 1 ब्रह्मा 2 विष्णु 3 महेश जगद्धात्री -सं० (स्त्री०) 1 दुर्गा 2 सरस्वती जगद्विख्यात सं० (वि०) जगत्प्रसिद्ध जगद्विजेता-सं० (पु०) संसार को जीतनेवाला, विश्वविजेता जगद्विनाश-सं० (पु० ) प्रलयकाल
जगद्व्यापी -सं० (वि०) जो विश्व में व्याप्त हो
जगना - (अ० क्रि०) 1 जागना 2 प्रज्वलित होना, जलन, (जैसे-ज्योति जगना)
जगन्नाथ - सं० (पु० ) 1 संसार का स्वामी, ईश्वर 2 विष्णु । अपना हाथ जगन्नाथ अपने हाथ का काम सबसे अच्छा जगन्नियंता-सं० (पु० ) संसार का नियंत्रण करनेवाला, ईश्वर जगन्माता-सं० (स्त्री०) दुर्गा
जगमग, जगमगा -- (वि०) जगमगाता हुआ, चमकदार जगमगाना - I (अ० क्रि०) चमकने लगना, जगमग करना (जैसे- बिजली के प्रकाश में पंडाल का जगमगाना) II (स० क्रि०) प्रकाश आदि से चमकाना
जगमगाहट - (स्त्री०) जगमगाने की अवस्था
जगर-मगर - (वि०) जगमग
=
जगवाना - (स० क्रि०) जगाने का काम दूसरे से कराना जगह - फ़ा० (स्त्री० ) 1 स्थान 2 अवकाश, विस्तार (जैसे-बैठने के लिए जगह दे दो) 3 पद (जैसे-कार्यालय में अब कोई जगह रिक्त नहीं है)
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जगात - (स्त्री०) दे० ज़कात
जगाना - (स० क्रि०) 1 सोते से उठाना 2 सावधान करना 3 प्रदीप्त करना (जैसे-ज्योति जगाना) 4 तंत्र-मंत्र सिद्ध करना (जैसे जादू जगाना, अलख जगाना)
जगौहाँ - (वि०) १ बराबर जागता रहनेवाला 2 दूसरों को जगाने का प्रयत्न करता रहनेवाला
जग्य - ( पु० ) - यज्ञ
जघन-सं० ( पु० ) 1 स्त्रियों का पेडू 2 नितंब, चूतड़ 3 जंघा, जाँघ । चपला ( स्त्री०) 1 दुश्चरित्रा स्त्री कुलटा 2 बहुत तेज़ नाचनेवाली स्त्री
जघनास्थि-सं० (स्त्री०) जाँघ की हड्डी जघन्य - 1 सं० (वि०) 1 अति निंदनीय और बुरा, गर्हित (जैसे- जघन्य अपराध) 2 क्षुद्र, नीच (जैसे जघन्य पुरुष ) 3 अंतिम सीमा पर का, चरम II (पु० ) नीच जाति का व्यक्ति
=
जघ्रि-सं० (वि०) सूँघनेवाला
ज़चगी - फा० (स्त्री०) 1 प्रसव 2 प्रसूतावस्था जचना - (अ० क्रि०) जँचना ज़चा, जच्चा-फ़ा० (स्त्री०) हाल ही में बच्चे को जन्म देनेवाली स्त्री, सद्यः प्रसूता । खाना (पु० ) प्रसूति गृह, सौरी; बच्चा + हिं० (पु०) शिशु और उसकी माँ जज - अं० ( पु० ) न्यायाधीश (जैसे- प्रधान जज आकस्मिक अवकाश पर हैं)
जठराग्नि
जज़बात - अ० (पु० ) भावना (जैसे- प्यार केवल एक जज़बात है)
जजमान - (पु० ) = यजमान जजमानी - (स्त्री०) 1 यजमान होने की अवस्था 2 जजमान का
काम, जजमान वृत्ति जज़ा-अ० (स्त्री ० ) मिलनेवाला फल
जज़िया- अं० (पु० ) 1 दंड 2 सैनिक सेवा के बदले में लगाया जानेवाला कर जो मुस्लिम काल में प्रायः हिंदुओं पर लगता था जजी-अं० + हिं (स्त्री०) 1 जज होने की अवस्था 2 जज की
अदालत, जज की कचहरी
जज़ीरा -अ० (पु० ) द्वीप। नुमा फ़ा० (पु० ) प्रायद्वीप जम्ब-अ० (वि०) 1 जिसे सोख लिया गया हो, शोषित 2 हड़पा हुआ
जज्बा - अ० (पु० ) 1 भाव, भावना 2 रोष 3 जोश जज्बाती - (वि०) 1 भावना प्रधान 2 आवेशपूर्ण जटना- (स० क्रि०) धोखा देकर लेना, ठगना जटल - (स्त्री०) व्यर्थ की बात, बकवाद, -~क़ाफ़िये उड़ाना बेतुकी एवं झूठी बातें करना; मारना
बकवास ।
1 बदला, प्रतिफल 2 परलोक में
गए मारना
जटा-सं० (स्त्री०) 1 गुथे एवं लिपटे हुए बालों की लट (जैसे- साधु-संतों की जटा) 2 बालों जैसी किसी वस्तु आदि का चिपका हुआ रूप (जैसे-नारियल की जटा) 3 उलझे हुए रेशे 4 जूट, पाट 5 जटामासी। जूट (पु० ) जटा को लपेटकर बनाया गया जुड़ा धर, -धारी I (वि०) जिसके सिर पर जटा हो II (पु० ) 1 शिव जी 2 ऐसा साधु जिसके सिर पर जटाएँ हो
जटाना-(अ० क्रि०) ठगा जाना (जैसे-कपड़ा खरीदने में मैं जटा गया)
जटामांसी-सं० (स्त्री०) एक सुगंधित वनस्पति जो दवा के काम आती है, बालछड़
जटायु-सं० (पु०) रामायण में वर्णित एक प्रसिद्ध गिद्ध जिसने सीता की रक्षा में अपने को उत्सर्ग कर दिया था (जैसे-राम ने जटायु का उद्धार किया)
जटाल- (वि०) जटावाला
जटाला-सं० (स्त्री० ) - जटामांसी
जटित -सं० (वि०) 1 जड़ा हुआ 2 जड़ाऊ (जैसे-रत्नजटित मुकुट)
जटियल - (वि०) निकम्मा रही
जटिल - सं० (वि०) 1 कठिन दुर्बोध (जैसे- जटिल समस्या सुलझाना) 2 उलझा हुआ, पंचीदा 3 जटाधारी. जटावाला । -ता (स्त्री०) 1 पेचीदगी 2 कठिनाई 3 उलझन जदुल -सं० (५०) त्वचा पर काला दाग़, लच्छन जठर- I सं० (पु० ) 1 पेट 2 पेट का भीतरी भाग, मेदा 3 उदर रोग जिसमें पेट फूलने लगता है और भूख बंद हो जाती है !I (वि०) 1 कठोर कड़ा 2 पुराना 3 वृद्ध, बृढ़ा 4 बँधा हुआ । जठरिकी (स्त्री०) जठरा का निदान जठरीय (वि०) मेदे का; ~ शोथ (पु० ) मेदे की सूजन जठरांत्रीय-सं० (वि०) पेट की आंतों का जठराग्नि-सं० (स्त्री०) 1 पेट के अंदर का शारीरिक ताप जो