________________
चूनेदार
खूनेदार - हिं०
+ फ़ा० (वि०) चूनेवाला
चूमना - (स० क्रि०) 1 प्रेमवश, स्नेहपूर्वक किसी प्रिय के किसी अंग को होठों से स्पर्श करना, चुंबन करना (जैसे-नायिका के कपोल चूमना ) 2 सम्मानपूर्वक बड़ों के पाँव ओठों से स्पर्श करना (जैसे-चरण चूमना) चाटना (स० क्रि०) 1 बार-बार चुंबन करना एवं चाटना 2 चूमना एवं दुलराना चूमा - ( पु० ) चुंबन, चुम्मा चाटी (स्त्री०) चुंबन और
आलिंगन, चूमना चाटना चूर - (वि०) 1 छोटे-छोटे टुकड़ों में बँटा हुआ (जैसे- काँच की प्लेट गिरकर चूर हो गई) 2 परिश्रम आदि के कारण शिथिल हो जाना (जैसे- काम करते करते वह थककर चूर हो गया ) 3 आवेग, उमंग आदि भावों में बेसुध (जैसे- घमंड में चूर होना) । चूर (वि०) 1 जो पूर्णतः नष्ट हो गया हो (जैसे- प्याला गिरकर चूर-चूर हो गया) 2 मान-मर्दन होना (जैसे- उसकी सारी शान-शौकत चूर-चूर कर दी गई ) चूरण - ( पु० ) = चूर्ण
चूरन - ( पु० ) अत्यधिक महीन औषधि आदि की बुकनी चूरमा - ( पु०) रोटी को घी में गूंध एवं भूनकर तथा चीनी मिलाकर बनाया गया खाद्य पदार्थ
चूरमूर - ( पु० ) फ़सल कटने पर बची हुई खूँटियाँ चूरा - I (पु० ) 1 चूर्ण, बुरादा (जैसे लकड़ी का चूरा ) 2 टूटे-फूटे बारीक टुकड़े (जैसे- शीशे का चूरा ) II ( वि० ) = दे० चूर
चूरी - (स्त्री०) 1 बुकनी 2 चूरमा चूर्ण - I सं० ( पु० ) 1 चूरा, बुकनी 2 चूरन (जैसे-हिंगाष्टक का चूर्ण पेट दर्द दूर करता है) II (वि०) 1 चूर किया हुआ 2 शक्तिहीन किया हुआ (जैसे- घमंड चूर्ण करना) । (पु० ) कंकड़ ~मय (वि०) चूर चूर चूरेवाला; (पु० ) पीसकर मिलाए गए अनेक पदार्थ चूर्णन-सं० ( पु०) चूर्ण करना चूर्णि -सं० (स्त्री०) कौड़ी
खंड योग
चूर्णित-सं० (वि०) 1 पीसकर चूर्ण किया हुआ 2 अच्छी तरह तहस-नहस किया हुआ
चूर्मा-सं० (पु०) बो० = चूरमा
चूल - (स्त्री०) 1 लकड़ी, बाँस आदि का पतला सिरा 2 किवाड़ के नीचे-ऊपर का गोल लंबोतरा भाग। चूलें ढीली करना अधिक परिश्रम कराके थका देना, त्रस्त करना; चूलें ढीली होना पस्त हो जाना, थक जाना
266
चूल -सं० ( पु० ) 1 सिर के बाल 2 शिखा, चोटी चूलिका -सं० (स्त्री०) 1 नाटक में वह स्थिति जिसमें घटना की सूचना नेपथ्य से पात्रों द्वारा दी जाती है 2 परोक्ष रूप से मिलनेवाली सूचना
चूल्हा - ( पु० ) मिट्टी, लोहे आदि का बना वह उपकरण जिसमें लकड़ियाँ आदि जलाकर खाना पकाया जाता है। जलना खाना पकना, खाया पकाया जाना, झोंकना, फूँकना खाना पकाना; ~ न्योतना सारे परिवार को खाने पर बुलाना; चूल्हे में जाय, चूल्हे में पड़े भले ही नष्ट हो जाय; चूल्हे से निकलकर भट्ठी में पड़ना छोटी मुसीबत से निकलकर बड़ी मुसीबत में फँसना चूषक-सं० (वि०) चूसनेवाला
चेतक
खूषण-सं० (पु० ) चूसने की क्रिया, चूसना चूषिका-सं० (स्त्री०) चूसने की नली चूषित - सं० (वि०) चूसा हुआ
चूसना - (स० क्रि०) 1 मुँह से रस अंदर खींचना (जैसे- आम चूसना) 2 दाँतों से दबाकर रस पीना (जैसे-गन्ना चूसना ) 3 चाटते हुए रस लेना (जैसे- दवा की गोली चूसना, टाफी चूसना) 4 शिशु का माँ के स्तन का दूध पीना 5 अनुचित रूप से सत्त्व शोषित करना (जैसे-मालिक ने अत्यधिक परिश्रम कराके रक्त चूस लिया) । चूस डालना, चूस लेना कंगाल बना देना, दरिद्र बना देना
चूहड़, चूहड़ा - (पु०) 1 भंगी, मेहतर 2 अत्यंत गंदा एवं तुच्छ व्यक्ति (स्त्री० चुहड़ी )
चूहर - (पु० ) दे० चूहड़ा
चूहा - (पु० ) लंबी पूँछ और चार पैरोंवाला एक प्रसिद्ध छोटा घरेलू जंतु, मूषक । दंती (स्त्री०) सोने, चाँदी की बनी एक पहुँची जिसके दाँत चूहे के दाँत जैसे लंबे और नुकीले होते हैं तथा रेशम, सूत आदि में पिरोये होते हैं; दान + फ़ा० (पु० ) चूहा फँसाने का पिंजड़ा चूहेदानी - हिं० + फ़ा० (स्त्री०) = चूहादान चें - (स्त्री०) चिड़ियों का शब्द, चीं। वें (स्त्री०) 1 चीं-चीं 2 बक-बक, पें (स्त्री०) चीं-चपड़ चेंगड़ा - ( पु० ) छोटा बच्चा, शिशु चेंच - (पु० ) बरसाती साग चेंटुआ - (पु० ) चिड़िया का बच्चा
चेंबर - अं० ( पु० ) 1 कमरा 2 अधिकारी का विशेष कक्ष 3 सभा गृह 4 परिषद्
चेअर-अं० (स्त्री० ) = चेयर। मैन (पु० ) = चेयर मैन चेक - I अं० (पु०) बैंक आदि के नाम किसी व्यक्ति, संस्था आदि को रुपया देने का लिखित आदेश । कर्ता + सं० (पु०) चेक का आदेश देनेवाला व्यक्ति; बुक (स्त्री०) चेकबही II अं० (पु० ) चारखाना चेचक - फ़ा० (स्त्री०) शीतला नामक रोग (जैसे उसे चेचक निकली है) । ~रू (वि०) जिसके मुँह पर चेचक के दाग़ हों चेजा - ( पु० ) सुराख, छेद
चेट-सं० (पु० ) 1 दास, सेवक 2 पति, स्वामी 3 दुराचारिणी को पुरुषों से मिलानेवाला दलाल 4 भाँड़
चेटक - (पु० ) 1 इंद्रजाल, बाज़ीगरी 2 तमाशा 3 जादू चेटक -सं० (पु० ) 1 विशेष काम में लगा हुआ नौकर, दास,
सेवक 2 उपपति 3 नायक को नायिका से मिलानेवाला चतुर सेवक 4 चसका 5 शीघ्रता, जल्दी चेटकी - (पु० ) 1 इंद्रजाल करनेवाला, इंद्रजाली, जादूगर 2 तरह-तरह के कौतुक करनेवाला, कौतुकी चेटकी, चेटिका-सं० (स्त्री०) दासी, सेविका चेटिया - ( पु० ). 1 चेला, शिष्य 2 नौकर, दास चेटी-सं० (स्त्री०) दासी, नौकरानी चेटुवा - ( पु०) = चेंटुआ
चेत-सं० (पु० ) 1 चेतना, होश (जैसे-चेत में रहकर काम
करो) 2 ज्ञान, बोध 3 सावधानी, होशियारी 4 याद 5 मन | चेतक - I सं० (वि०) 1 सचेत रहनेवाला 2 चेतन II ( पु० )
राणा प्रताप का प्रसिद्ध एवं प्रिय घोड़ा