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चौंरी 270
चौड़ाई चौरी-(स्त्री०) 1 छोटा चँवर, चंवरी 2 रेशम, सूत आदि का | आदि के चौखट की ऊपरी लकड़ी (जैसे-चौखट से चोट लच्छा, चोटी 3 सफ़ेद पूँछवाली गाय
लगना) 3 डेहरी, ढ्यौढ़ी (जैसे-आज से चौखट पर पाँव न चौंसठ-I (वि०) साठ और चार II (पु०) चौंसठ की संख्या पड़े) | ~न झाँकना कभी न आना चौ-(वि०) चार का संक्षिप्त रूप जो यौगिक पदों के आरंभ में चौखटा-(पु०) 1 लकड़ी आदि का वह ढाँचा जिसमें आईना लगने से प्राप्त होता है (जैसे-चौकोना, चौगना)
आदि जड़ा जाता है, फ्रेम 2 शरीर का ढाँचा चौआ-I (पु०) गाय, बैल आदि पशु, चौपाया II (वि०) चार | चौखा-(पु०) वह स्थान जहाँ चार गाँवों की सीमा मिलती हो से युक्त
चौखाना-हिं० + फ़ा० वि०/पु० = चारखाना चौआई-(स्त्री०) = चौवाई
चौखानेदार-हिं० + फ़ा० (वि०) चार खानोंवाला चौआना(अ० क्रि०) 1 चकपकाना, चकित होना 2 चौंकना | चौमूट-I (पु.) 1 चारों दिशाएँ 2 सारी पृथ्वी मंडल II (क्रि० चौक-(पु०) 1 नगर का मुख्य बाज़ार 2 चौमुहानी, चौराहा वि०) 1 चारों ओर 2 सब ओर III (वि०) = चौखुंटा 3 चौखूटा चबूतरा 4 आँगन, सेहन 5 पूजन आदि में आटे चौबटा-(वि०) चार कोनोंवाला, चौकोना, चौकोर
आदि की रेखाओं से बनाया जानेवाला क्षेत्र (जैसे-चौक पूरना) चौगड़ा-I (पु०) 1 खरगोश, खरहा 2 चौघड़ा II (वि०) चार चौकठ-बो० (पु०) = चौखट
पैरोंवाला (पशु) चौकठा-बो० (पु०) = चौखटा
चौगडा-(पु०) 1 चार वस्तुओं का समूह 2 वह स्थान जहाँ चार चौकड़-(वि०) अच्छा, बढ़िया
गाँवों की सीमाएँ मिलती हों, चौहद्दी, चौखा चौकड़ा-(पु०) कान में पहने जानेवाली दो-दो मोतियोंवाली | चौपडी-(स्त्री०) जानवर फँसाने का बाँस की फट्टियों का चौकोर बाली, दो-दो मोतियोंवाली बाली
ढाँचा चौकड़ी-(स्त्री०) 1 चौपायों की दौड़, छलाँग 2 चार घोड़ों, चौगान-फा० (पु०) घोड़े पर खेला जानेवाला गेंद बल्ले का बैलों से जुती हुई गाड़ी 3 चार आदमियों की बैठकबाज़ी । ___ एक खेल । बाज़ी (स्त्री०) चौगान खेलना। ~भरना छलाँग लगाना, कुलाँचें भरना
चौगानी-I (स्त्री०) हुक्के की निगाली II (वि०) चौगान चौकन्ना-(वि०) 1 आहट लेनेवाला 2 ध्यान रखनेवाला संबंधी 3 सावधान, चौकस 4 चौंका हुआ, सशंकित
चौगिर्द-हिं० + फ़ा० (क्रि० वि०) चारों ओर, चारों तरफ़ चौकस-(वि०) 1 ठीक, दुरुस्त 2 चारों ओर से अच्छी तरह चौगुना-(वि०) वस्तु का चार गुना । मन चौगुना बढ़ना कसा हुआ 3 जो पूर्णतः सचेत हो
• अत्यधिक उत्साह बढ़ना चौकसाई, चौकसी-(स्त्री०) चौकस होने की अवस्था चौगोड़ा-(वि०) चार पैरोंवाला (जानवर) चौका-(पु०) 1 चार वस्तुओं का समूह (जैसे-क्रिकेट में ~ चौगोडिया-(स्त्री०) 1 चिड़ियों को फँसाने हेतु बाँस की लगाया) 2 पत्थर आदि का बना गोलाकार टुकड़ा, चकला तीलियों का बना ढाँचा 2 चार पायों की ऊँची सीढ़ीदार डंडियाँ (जैसे-चौका-बेलन) 3 रसोईघर (जैसे-चौका साफ़ कर देना) लगी तिपाई 4 चार बूटियोंवाला ताश का पत्ता, चौआ 5 किसी स्थान को चौगोशा-हिं० + फ़ा० (पु०) चौकोर तस्तरी साफ़ करने की क्रिया (जैसे-यहाँ यज्ञ हवन होना है चौका लगा चौगोशिया-हिं० + फ़ा० I (वि०) चार कोनोंवाला दो) । बरतन, बासन (पु०) चौका बरतन को ___II (स्त्री०) चार तिकोने टुकड़ों से बनाई गयी टोपी III धोने-माँजने की क्रिया; चौके की रॉड विवाह के कुछ दिन (पु०) तुर्की घोड़ा बाद ही विधवा हुई स्त्री; ~फेर देना चौपट कर देना चौघड़-(पु०) दोनों जबड़ों के चारों सिरों पर होनेवाले एक-एक चोकी-(स्त्री०) 1 लकड़ी आदि का बना हआ चार पायोंवाला चिपटे तथा चौड़े दाँतों की सामूहिक संज्ञा, चौभड़
आसन, चौकोर आसन 2 वह स्थान जहाँ सेना या पुलिस के | चौघड़ा-(पु०) 1 चार खानोंवाला डिब्बा 2 ऐसा दीवट जिसमें कुछ सिपाही निगरानी हेतु रखे जाते हैं (जैसे-बदमाशों ने चारों ओर जलाने हेतु चार दीये होते हैं 3 एक साथ बँधे हए पुलिस चौकी में आग लगा दी) 3 पहरा, रखवाली 4 पड़ाव, | पान के चार बीड़े 4 चौडोल नामक बाजा ठिकान 5 मंदिर आदि की चौकोर भूमि। घर (पु०) छोटा चौघड़िया-I (वि०) चार घड़ियों का II (स्त्री०) चार सा छाया हुआ स्थान जहाँ चौकीदार वर्षा, धूप आदि के समय | पायोंवाली ऊँची चौकी खड़ा हो जाता है; दार + फ़ा० (पु०) 1 पहरा देनेवाला चौघड़ी-(वि०) चार तहोंवाली, चार परतोंवाली कर्मचारी 2 विशेष स्थान पर पहरा देनेवाला राजकीय कर्मचारी; | चौचंद-(पु०) 1 कलंक सूचक चर्चा, बदनामी 2 झगड़ा-फसाद
दारी + फा० (स्त्री०) 1 चौकीदार का काम, रखवाली 3 क्रीड़ा 2 चौकीदार का पद; ~दौड़ (स्त्री०) प्रतियोगिता रूप में | चौचंदाई- (स्त्री०/वि०) जिसे निंदा करने का व्यसन हो होनेवाली वह दौड़ जिसमें सभी को थोड़ी-थोड़ी दूर बनी हई | चौजुगी-I (स्त्री०) चार युगों का काल, चतुर्युगी II (वि०) चौकियों पर नए दौड़ाक को प्रतीक रूप में एक डंडा सौंपना | चार युगों में होनेवाला III (स्त्री०) चार युगों का समूह पड़ता है, रिले रेस; ~मार (पु०) चौकी चुंगी मारनेवाला, चौड़ा-(वि०) जिसके दोनों पार्श्व के बीच में अधिक फैलाव हो तस्कर
__ (जैसे-गंगा नदी यमुना नदी से कम चौड़ी है) 2 जो सँकरा न चौकोन, चौकोना-(वि०) 1 चार कोनोंवाला, चौखूटा | हो (जैसे-चौड़ा रास्ता, चौड़ी सड़क)। ~बकला I (वि०) 2 जिसमें चार कोण हों
__ फैला हुआ, विस्तृत II (पु०) अनाज रखने का गड्ढा चौखट-(स्त्री०) 1 लकड़ी आदि का चौकोर ढाँचा 2 लकड़ी | चौड़ाई, चौड़ान-(स्त्री०) 1 चौड़ा होने की अवस्था, चौड़ापन