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छिपा
होना 3 अस्त होना छिपा - (वि०) लुका छिपी
छिपाना - (स० क्रि०) 1 आड़ में, परदे में करना 2 ढकना 3 प्रकट न करना
छिपाव- (पु० ) छिपने-छिपाने की क्रिया (जैसे-दुराव-छिपाव) छिपे छिपे - (अ०) छिपकर, गुप्त रूप से छिया-I (स्त्री०) गुह, मल II (वि०) 1 मैला, गंदा 2 घृणित 3 तुच्छ । छरद (स्त्री०) घिनौनी चीज़; छरद करना छी छी करना, घृणित समझकर दूर हटाना
छियाज - (पु० ) ब्याज की रक़म पर भी जोड़ा जानेवाला ब्याज, कटुआँ ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज
छियानबे - I (वि०) नब्बे से छः अधिक II ( पु० ) 96 की संख्या
छियालिस - I (वि०) चालीस और छः II (पु० ) संख्या
छियासठ - 1 (वि०) साठ और छः II ( पु० ) 66 की संख्या छियासी-I (वि०) अस्सी और छः II (पु० ) 86 की संख्या छिलका - (पु० ) फल की त्वचा (जैसे-केले, आम आदि का छिलका)
(जैसे-सूर्य देवता छिप गए ) गुप्त (जैसे- छिपा धन)।
छिपी (स्त्री०)
280
46 की
छिलन - (स्त्री०) 1 छिलने छीलने की क्रिया 2 त्वचा आदि का रंगड़ से छिल जाने का भाव
छिलना- (अ० क्रि०) 1 फलों आदि का छिलका उतारा जाना 2 वृक्ष आदि की छाल उतारी जाना 3 पशु आदि की खाल उतारी जाना 4 शरीर के किसी अंग की त्वचा रगड़ से उधड़
जाना
छिलवा - ( पु० ) ( ईख की पत्ती) छीलनेवाला छिलवाना-(स० क्रि०) छीलने का काम अन्य से कराना छिलाई - (स्त्री०) 1 छिलने-छिलाने की क्रिया 2 छीलने की मज़दूरी
छिलाना- (स० क्रि०) - छिलवाना
-
छिलाव - I ( पु० ) छिलावट II (स्त्री०) छिलाई
छिलौरी - ( स्त्री०) छोटा छाला
छिहत्तर - 1 (वि०) जो सत्तर से छः अधिक हो II (पु० ) 76 की संख्या
छींक - (स्त्री०) 1 श्वास की वायु का अचानक नाक एवं गले से * एक-साथ एक विशेष ध्वनि करती हुई बाहर निकलना 2 छींकने की ध्वनि, आवाज़ । -कारक + Ho (fao) छींक लानेवाला; होना अपशकुन होना
छींकना - ( अ० क्रि०) ज़ोर से नाक एवं मुँह से अचानक श्वास वायु फेंकना
छींका - ( पु० ) 1 खूँटी आदि में लटकाया जानेवाला तारों, रस्सियों का बना एक उपकरण (जैसे- हँडिया छींका पर लटका देना) 2 बैलों के मुँह पर बाँधी जानेवाली रस्सी की जाली । बिल्ली के भाग से टूटना संयोग से वांछित घटना होना छींट - (स्त्री०) । रंग-बिरंगी बूटियोंवाला कपड़ा 2 जलकण, पानी की बूँद 3 किसी तरल पदार्थ की बूँद पड़ने से बना धब्बा, दाग 4 चित्र आदि में बनाए जानेवाले बेल-बूटे, फूल पत्तियाँ आदि
छींटना - (अ० क्रि०) छितराना, बिखेरना
छुई-मुई
छींटा - (पु० ) 1 जल आदि द्रव पदार्थ की उछली-उछाली गई बूँदें (जैसे- मुँह पर पानी का छींटा मारना) 2 बूँदों से वस् आदि पर बना निशान, धब्बा 3 हल्की वृष्टि, बौछार (जैसे - वर्षा की छींटे आने लगीं ) 4 खेतों में बीज बिखेरने की प्रक्रिया 5 बोआई का एक ढंग जिसमें बीज खेत में छींटे जाते हैं 6 चुभती हुई व्यंग्यपूर्ण बात। ~कशी + फ़ा० (स्त्री०) दोषारोपण, आक्षेप, गोला (पु० ) ढोल के आकार का टोकरा ~ कसना, छोड़ना, फेंकना आक्षेप करना, व्यंग्य करना
छींबी - (स्त्री०) मटर की छीमी
छी-I (अ०) घृणा, तिरस्कार आदि का सूचक शब्द II (स्त्री०) छिया, गूह
छीका - ( पु० ) = छींका छीछ- (वि०) क्षीण
छीछड़ा - (पु० ) 1 मांस का रद्दी टुकड़ा 2. पशुओं की अतड़ी का मल भरा हुआ भाग
छीछालेदर - ( स्त्री०) दुर्गति, फ़ज़ीहत होना दुर्दशा होना छीजन - (स्त्री०) 1 नष्ट किया गया अंश 2 क्षय, नाश छीजना- (अ० क्रि०) 1 क्षीण होना 2 घटना 3 नष्ट होना छीटा-बो० (पु० ) 1 बाँस की तीलियों का बना टोकरा 2 चिलमन, चिक
छीड़ - (स्त्री०) मनुष्य के जमघट की कमी छीती- छान- (वि०) = छिन्न-भिन्न छीदा - (वि०) जो सघन न हो, छिदरा
छीन - (स्त्री०) छीनने की क्रिया। झपट ( स्त्री०) परस्पर छीना-झपटी
छीनना - (स० क्रि०) ज़बरदस्ती ले छीना-बो० (स० क्रि०) = छूना। ~ झपटी (स्त्री०) = छीन-झपट छीप - I (स्त्री०) 1 चिह्न 2 दाग़ 3 छाप II (वि०) तेज़, वेगवान
छीपना - (स० क्रि०) छीप को झटका देकर कँटिया में फँसी मछली को बाहर निकालना
छीपा - ( पु० ) 1 टोकरा 2 थाली
छीपी-I (पु० ) 1. कपड़े पर बेल-बूटे आदि छापने का काम करनेवाला व्यक्ति, रंगरेज़ 2 दरजी ।
लेना, ऐंठ लेना खसोटी, छीनी,
छीपी - II (स्त्री०) 1 धातु की तश्तरी 2 कबूतर उड़ाने का लग्गा छीबर - (स्त्री०) 1 छींट की चुनरी 2 बेल-बूटेदार कपड़ा छीमी-बो० (स्त्री० ) छींबी छीर - I ( पु० ) = क्षीर II (पु० ) 1 कपड़े का छोर 2 कपड़े का
फटना
छीलन - (स्त्री०) 1 छीलने की क्रिया 2 छीलने पर निकले हुए छोटे-छोटे टुकड़े.
S
छीलना - (स० क्रि०) 1 खरोचना 2 खुरचकर अलग करना 3 उतारना (जैसे- जानवर की खाल छीलना) छीलर - I ( पु० ) पानी से भरा छोटा गड्ढा II ( वि०) छिछला छुआ-छूत - (स्त्री०) 1 छूत छात का खयाल 2 अस्पृश्य को छूना
छुआना-बो० (स० क्रि० ) छुई-मुई - (स्त्री०) = छुई-मुई
= छुलाना
(पौधा), लाजवंती