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छात्र
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छावा
आदि
वाला
हुआ
उठना; -पीटना मातम मनाना; फटना 1 दुःख का छापा-(पु०) 1 ठप्पा 2 ठप्पे से बना निशान 3 तप्त मुद्रा से असहय हो जाना 2 ईर्ष्या डाह करना; फुलाना गर्व करना, शरीर पर अंकित चिह्न 4 मांगलिक अवसर पर पाँचों उँगलियों इतराना; ~से लगाना आलिंगन करना, गले लगाना; ~से में हल्दी लगाकर दीवारों आदि पर लगाया गया निशान लगा रखना पास से हटने न देना
5 छापने का यंत्र 6 अचानक किया जानेवाला हमला छात्र-I सं० (पु०) 1 विद्यार्थी 2 शिष्य II (वि०) गुरू पर छत्र (जैसे-आक्रमणकारियों द्वारा छापा मारना)। खाना लगाकर उसके पीछे चलनेवाला। ~आंदोलन (पु०) छात्रों + फ्रा०, घर (पु०) वह स्थान जहाँ छपाई का काम होता द्वारा की गई हलचल, ~वृत्ति (स्त्री०) विद्यार्थी को | है, मुद्रणालय, प्रेस; ~मार आकस्मिक आक्रमण करनेवाला; सहायतार्थ मिलनेवाला धन, वज़ीफ़ा; ~वेतन (पु०) | मारी (स्त्री०) छापा मारने की क्रिया विद्यार्थियों को अध्ययन काल में दिया जानेवाला रुपया-पैसा छापेमार-(वि०) अचानक आक्रमण करनेवाला।
छाबड़ी-(स्त्री०) खोंचा, टोकरी। ~वाला (पु०) खोमचे छात्रक-सं० (पु०) विद्यार्थी, छात्र छात्रा-सं० (स्त्री०) 1 महिला विद्यार्थी 2 शिष्या
छायांक-सं० (पु०) चंद्रमा छात्राध्यापक-सं० (पु०) अध्यापन का प्रशिक्षण प्राप्त | छायांकन-सं० (पु०) फ़ोटो लेना . करनेवाला विद्यार्थी
छायांकित-सं० (वि०) फ़ोटो या अक्स बनाया हुआ छात्रालय, छात्रावास-सं० (पु०) स्कूल या कालेज से संबद्ध छाया-स० (स्त्री०) 1 अंधकार पूर्ण वातावरण जहाँ प्रकाश की इमारत जिसमें विद्यार्थी रहते हैं, होस्टल
किरणें आड़/आवरण आदि के कारण न पहँच सकें छाद-सं० (पु०) 1 छत 2 छप्पर
2 अंधकारमय वातावरण 3 परछाई, प्रतिबिंब (जैसे-पेड़ गमले छादक-सं० (वि०)/(पु०) 1 टैंकनेवाला 2 छानेवाला की छाया, उड़ते पतंग की छाया देखो) 4 आश्रय, सहारा छादन-सं० (पु०) 1 छाने की क्रिया 2 छाने या ढकने की वस्तु, (जैसे-मैं अनाथ आपकी छाया में ही रहना चाहता है) आवरण 3 छिपाव, दराव 4 पर्दा 5 कपड़ा
5 कालापन, शेड 6 बाधा (जैसे-भूत, प्रेत आदि की छाया) छादित-सं० (वि०) 1 ऊपर छाया हुआ, आच्छादित 2 ढका 7 कांति, दीप्ति । ~गणित (प.) ग्रहों की गतिविधि जानने
का गणित; चित्र (पु०) अक्सी तस्वीर, फ़ोटो; चित्रण छादिनी-सं० (स्त्री०) खाल, चमड़ी
(पु०) छाया चित्र उतारने का काम, फोटोग्राफ़ी; ~तनय छादिमक-सं० (वि०) 1 बहुरूपिया 2 ढोंगी
(पु०) शनि; दान (पु०) अनिष्ट की शांति हेतु घी/तेल में छान-I (स्त्री०) 1 छप्पर, छाजन 2 छानने की क्रिया (जैसे-छान अपनी छाया देखकर किया जानेवाला दान; ~दार + फ़ा० बीन करना) II (स्त्री०) चौपायों के पैरों में बाँधी जानेवाली (वि०) जो छाया करनेवाला हो (जैसे-छायादार वृक्ष); लट रस्सी
(पु०) रात के प्रथम पहर में गाया जानेवाला संकर राग; छानना-(स० क्रि०) 1 आटे आदि का मोटा कण छलनी से नाट्य (पु०) छाया कृति द्वारा अभिनीत पुतली का नाट्य; निकालना 2 दूध आदि को साफ करने के लिए बारीक कपड़े पथ (पु०) आकाश गंगा; पात्र (पु०) छायादान करने
आदि से निकालना (जैसे-चाय छानना, जल छानना) का तैलपात्र; ~पुरुष (पु०) काल्पनिक झलक; ~भास 3 मिश्रित वस्तुओं को अलग-अलग करना, बिलगाना (पु०) झूठी छाया; ~यंत्र (प.) 1 छाया द्वारा समय का 4 ढूँढ़ना, खोजना (जैसे-सारा शहर छान डाला किंतु कुछ भी ज्ञान करानेवाला यंत्र 2 धूपघड़ी; ~लोक (पु०) अमूर्त पता न चला) 5 जाँच-पड़ताल करना 6 नशा करना, नशा जगत्, अदृश्य जगत्; ~वाद (पु०) आत्माभिव्यक्ति का वह पीना 7 घी, तेल आदि में तलना 8 दे० छाँदना
ढंग जिसके अनुसार सौंदर्यमय प्रकृति की कल्पना करके ध्वनि छान-बीन-(स्त्री०) 1 छानने और बीनने की क्रिया 2 जाँच लक्षणा आदि के द्वारा उसके संबंध में अपनी अनुभूति प्रकट पड़ताल (जैसे-अपराध की छान-बीन करना)
करना; ~वादी (वि०) 1 छायावाद का अनुयायी 2 छायावाद छाना-I (स० क्रि०) 1 ढकना, आवरण डालना (जैसे-झोंपड़ी संबंधी पर छप्पर छाना) 2 तानना, फैलाना (जैसे-चादर से खुली । छायानुवाद-सं० (पु०) अधूरा परंतु निकटस्थ अनुवाद सब्जियाँ छा दो) 3 निर्मित करना II (अ० क्रि०) ऊपर छायाभ-I सं० (वि०) 1 छायायुक्त 2 जिस पर छाया पड़ी हो फैलना, पसरना (जैसे-बादल छाना, अंधकार छाना) II (स्त्री०) अंधकार और प्रकाश छानी-(स्त्री०) घास-फूस की छाजन, छप्पर
छार-(पु०) 1 भस्म, राख 2 खारा नमक छाप-(स्त्री०) 1 छापने की क्रिया 2 छापने का ठप्पा, साँचा छाल-(स्त्री०) वृक्ष आदि के तने पर का कड़ा खुरदरा और मोटा 3 छापने से बननेवाला चिह्न (जैसे-कलाई पर शंख की छाप) छिलका (जैसे-फोड़े पर छाल घिसकर लगाना) 4 मुहर का निशान 5 असर, प्रभाव (जैसे-किसी की छाप छालटी-(स्त्री०) अलसी आदि के रेशों से बना कपड़ा पड़ना, छाप डालना)
छालना-(स० क्रि०) 1 छानना 2 छेद करना 3 धोना छापना-(स० क्रि०) 1 मुद्रित करना 2 तल पर काला काग़ज़ छाला-(पु०) 1 फफोला 2 छाल, चर्म (जैसे-मृगछाला) रखकर लिखना, चित्र बनाना जिससे दूसरी तरफ़ छप जाए | छालित-(वि०) धोकर साफ किया हुआ (जैसे-कारबन पेपर से छापना) 3 ठप्पे आदि पर स्याही | छावनी-(स्त्री०) 1 सैनिकों की बस्ती 2 पड़ात, डेरा 3 छप्पर लगाकर किसी वस्तु पर दबाना जिससे ठप्पे पर बनी आकृति | 4 छप्पर आदि छाने की क्रिया छप जाए
| छावा-(पु०) 1 बच्चा 2 बेटा 3 हाथी का पट्ठा