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चुवाना
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चूनेदानी आनेवाला जल, द्रव आदि (जैसे-चार चुल्लू पानी डालना)। पुंडी, चूचुक चूचियों में हाड़ टटोलना दुर्लभ वस्तु हेतु ~भर पानी में डूब मरना लज्जा से मुँह न दिखा सकना; निरर्थक प्रयास करना ~भर लह पीना शत्रु को मारकर चुल्लू भर रक्त पीना; ~में | चूचुक-सं० (पु०) स्तन का अग्रभाग, स्तन के ऊपर की चूची उल्लू बनना थोड़ी शराब आदि पीकर मस्त हो जाना; | चूज़ा-फा० (पु०) मुर्गी का बच्चा चुल्लुओं रोरा बहुत रोना; चुल्लुओं लह पीना बहुत कष्ट | चूड़-(पु०) 1 चोटी, शिखा 2 (पक्षियों आदि की) कलसी देना, सताना
चूड़ांत-[सं० (वि०) 1 चरम सीमा तक पहुँचा हुआ, पराकाष्ठा चुवाना-(स० क्रि०) = चुआना
को प्राप्त हुआ 2 बहुत अधिक, अत्यंत II (पु०) शिखर का चुसकी-(स्त्री०) 1 सुरकने की क्रिया 2 एक बार में सुरके अंतिम और ऊपरी भाग जानेवाला द्रव पदार्थ
चूड़ा-I(पु०) 1 केश 2 शिखर 3 सिर II (पु०) चिड़वा, चुसना-I (अ० क्रि०) 1 चूसा जाना 2 सोखा जाना 3 शोषण | चिउड़ा किया जाना II (पु०) बड़ी चुसनी ।
चूड़ाकरण, चूड़ा-कर्म-सं० (पु०) बालक के सिर के बाल को चसनी-(स्त्री०) 1 चूसने की क्रिया 2 बच्चों को दूध पहले-पहल [डना, मुंडन संस्कार पिलानेवाली शीशी में लगी कटोरी नुमा लंबी नली, निपिल | चूड़ामणि-सं० (पु०) 1 सिर पर पहनने का गहना, शीशफल चुसवाना-(स० क्रि०) 1 चुसाना 2 शोषण करवाते जाना 2 कुल-ख़ानदान का श्रेष्ठ व्यक्ति चुसाई-(स्त्री०) 1 चूसने-चुसाने की अवस्था 2 चूसने- चसाने | चूड़ी-(स्त्री०) 1 काँच आदि धातु का बना वृत्ताकार गहना जिसे का पारिश्रमिक
स्त्रियाँ कलाईयों में पहनती हैं (जैसे-सोने की चड़ियाँ बनवा चुसाना-(स० क्रि०) चूसने का काम अन्य से कराना, चुसवाना लेना) 2 कल-पुर्जो आदि में चूड़ी की शक्ल की बनाई गई चुस्त-1 फ़ा० (वि०) 1 खूब कसा हुआ (जैसे-यह कमीज़ गहरी रेखाएँ (जैसे-नल की चूड़ी ढीली हो गई है, पेंच की चूड़ी
चुस्त है) 2 जो शिथिल, आलसी न हो, फुर्तीला 3 जिसमें त्रुटि घिस गई है) 3 ग्रामोफ़ोन का रिकार्ड 4 पुरजा 5 चूडी की न हो (जैसे-उसकी लिखावट चुस्त है) 4 दृढ़, मज़बूत II शक्ल का गोदना 6 चूड़ी की शक्ल की वस्तु। दार + फ़ा० (पु०) जहाज़ में अंदर की और झुका हुआ भाग। (वि०) 1 जिसमें चूड़ियों के आकार की वृत्ताकार अनेक
चालाक (वि०) फुर्तीला एवं चतुर; तंदुरुस्त (वि०) धारियाँ बनी हों (जैसे-चूड़ीदार पायजामा सिलवा लो) चुस्त और बलिष्ठ
2 जिसमें चूड़ियाँ हो (जैसे-चूड़ीदार पेंच नहीं चाहिए); चुस्ती-फा० (स्त्री०) 1 फुर्ती 2 कसावट 3 दृढ़ता, मज़बूती चूड़ियाँ ठंडी करना, चूड़ियाँ तोड़ना विधवा होने पर अपने 4 प्रौढ़ता 5 चुस्त होने की अवस्था
हाथ की चूड़ियाँ तोड़ देना; चूड़ियाँ पहनना 1 स्त्रियों जैसा चुचुहा, चुहचुहाता-(वि०) रंगीला एवं रसीला
व्यवहार करना 2 ज़नाना भेस बनानाः ~पहनाना 1 विधवा चुहचुहाना-I (अ० क्रि०) 1 रस टपकना 2 चहचहाना का पुनः ब्याह कराना 2 विधवा को पत्नी बनाकर घर में रखना; चहटना-I (स० क्रि०) 1 चिकोटी काटना 2 पैरों से रौंदना | हाथों में चूड़ियाँ पहनकर बैठना कायर बनना
3 कुचलना, मसलना II (अ० क्रि०) चिमटना। चूत-(स्त्री०) भग, योनि चुहड़ा-(पु०) 1 भंगी, मेहतर 2 चमार 3 निकृष्ट और नीच | चूत-सं० (पु०) आम का पेड़, आम्र वृक्ष व्यक्ति
चूतड़-(पु०) शरीर में कमर के नीचे एवं जाँघ के ऊपर का चहल-(स्त्री०) हलका हँसी-मज़ाक, हँसी-ठिठोली। ~बाज़ पिछला अर्द्धगोलाकार मांसल भाग, नितंब। दिखाना भाग + फा० (वि०) हँसी ठिठोली करनेवाला, दिल्लगी खड़े होना, पीठ दिखाना; --पीटना, बजाना ओछेपन से करनेवाला; बाज़ी (स्त्री०) हँसी-मज़ाक, मसखरापन, प्रसत्रता प्रकट करना दिल्लगीपन
चूतिया-(वि०) 1 बिल्कुल नासमझ, महामूर्ख 2 चूत संबंधी चुहिया-(स्त्री०) 1 मादा चूहा, चूही 2 चूहे का बच्चा (जैसे-चूतिया चक्कर में न पड़ना) चहकना-(स० क्रि०) पशुओं के बच्चों का थन चूसना | चून-(पु०) 1 चूर्ण, चूरा 2 आटा -(स्त्री०) 1 आपत्ति, विरोध से संबंधित हल्की बात | चूनर, चूनरी-(स्त्री०) रंगीन बंदकियोंवाला महीन पतला (जैसे-बिना चूँ-चपड़ किए उसने मेरे रुपये चुका दिए) । ___ कपड़ा, ओढ़नी, दुपट्टा 2 पक्षियों के बोलने की ध्वनि। चपड़ (स्त्री०) आपत्तिपूर्ण चूना-I (पु०) पत्थर, कंकड़ आदि को फूंककर बनाया बात
जानेवाला तीक्ष्ण और दाहक क्षार जो पलस्तर आदि के काम चूँकि-फ़ा० (अ०) कारण यह है कि, क्योंकि
आता है (जैसे-चूना से घर पुतवाना)। दानी +फ़ा० चूचिरा-फा० (पु०) आपत्तिजनक बात
+ हिं० (स्त्री०) = चुनौटी; पत्थर (पु०)लाइम स्टोन, चूँची-(स्त्री०) = चूची
~फेरना सफ़ेदी करना; लगाना नीचा दिखाना 2 हानि चूक-I (स्त्री०) 1 भूल, ग़लती 2 अपराध II (पु०) 1 खट्टे पहुँचाना 3 मूर्ख बनाना
फल के रस से बनी तेज खटाई 2 खट्टा साग | चूना-II (अ० क्रि०) 1 बूंद-बूंद करके गिरना, टपकना चूकना-(अ० क्रि०) 1 भूल करना 2 निशाना खाली जाना (जैसे-घड़ा चूना, छत चूने लगी) 2 घाव आदि से रक्त 3 समय से लाभ न उठा पाना 4 समाप्त होना, चुकना निकलकर टपकना 3 नीचे आ गिरना (जैसे-पेड़ से आम चू चूका-(पु०) चूक नामक खट्टा साग
पड़ा), (वि०) चूनेवाला (जैसे-चूना लोटा, चूनी छत) चूची-(स्त्री०) 1 स्तन, कुच 2 स्तन का अगला भाग, स्तन की | चूनेदानी-हिं० + फ़ा० + हिं० (स्त्री०) चुनौटी