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चिताना
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चिथड़ा सजाना शवदाह हेतु चिता तैयार करना; साधन (पु०) -लेखनी, लेखा (स्त्री०) चित्र बनाने की कलम, कधी; चिता पर तंत्र-मंत्र करना
~वत् (वि०) चित्र की तरह; विचित्र (वि०) 1 अनेक चिताना-(स० क्रि०) 1 चेताना, ध्यान दिलाना 2 मचेत करना रंगोंवाला, रंग बिरंगा 2 अद्भुत, विलक्षण 3 बेल-बूटेदार; चितावनी-(स्त्री०) = चेतावनी
विद्या (स्त्री०) = चित्र कला; विनोद (पु०) चित्र द्वारा चिति-सं० (स्त्री०) 1 ढेर, राशि 2 चेतना
मनोरंजन; ~शब्द (पु०) ऐसा शब्द जो चित्र उपस्थित कर चितिया-(वि०) चित्तीदार
दे; ~शाला (स्त्री) 1 वह स्थान जहाँ चित्र बनाए जाते हो चितेरा-(पु०) चित्रकार (स्त्री० चितेरिन)
2 वह कमरा, गैलेरी आदि जहाँ अनेक चित्र लगे हों; सर्प चित्त-(वि०) = चित
(पु०) चीतल साँप; सामग्री (स्त्री०) चित्र बनाने का चित्त-सं० (पु०) 1 अंतःकरण, मन 2 दृष्टि, चितवन । सामान; ~सारी + हिं० (स्त्री०) 1चित्रशाला 2 रंगमहल,
निवृत्ति (स्त्री०) संतोष और सुख, संयम; प्रदासन विलास भवन 3 सलमे-सितारे युक्त ओढ़नी; ~स्थ (वि०) (पु०) चित्त के परिष्कार द्वारा प्राप्त प्रसन्नता; अंश (पु०) 1चित्र में अंकित किया हुआ 2 चित्र के समान स्तब्ध एवं पागलपन; विकृति (स्त्री०) 1मन का विकार 2 मानसिक निश्चल सदोषता; विक्षेप (पु०) मन की अस्थिरता; विपर्यय | चित्रक-सं० (पु०) 1 चीता 2 टीका (पु०) उन्माद; विप्लव (पु०) 1 उन्माद 2 नशा, मस्ती; | चित्रण-सं० (पु०) 1 चित्र अंकित करने की क्रिया 2 चित्र में -विभ्रम (पु०) प्रांति; विश्लेषण (पु०) मैत्री भंग; रंग भरने का भाव। फलक (पु०) चित्र बनाने का फट्टा वृत्ति (स्त्री०) 1चित्त की अवस्था 2 मन का भाव; चित्रल-सं० (वि०) = चितकबरा शद्धि (स्त्री०) चित्त का निर्मल होना, निर्विकार होनाः चित्रांकन-सं० (पु०) हाथ से तस्वीर बनाने का काम उचटना मन उदास होना; चढ़ना ध्यान बना रहना; | चित्रांकित-सं०(वि०)जिसे चित्र रूप में अंकित किया गया
देना मन लगाना; पर चढ़ना = चित्त चढ़ना; बैटना | चित्रांग-I सं० (वि०) जिसके अंग पर चित्तियाँ, धारयाँ, चिह्न मन का किसी एक विषय में न लग सकना; से उतरना ___ आदि हों II (पु०) 1 चीता नाम का पेड़ ? नीतल साँप 1 अप्रिय हो जाना 2 भूल जाना
चित्राकृति-सं० (स्त्री०) चित्र द्वारा आकृति चित्ताकर्षक, चित्तापहारक-सं० (वि०) मन को मोहित चित्राक्ष-सं० (वि०) विचित्र और सुंदर आँखोंवाला करनेवाला, लुभानेवाला
चित्राक्षर-सं० (पु०) चित्र के रूप में लिखे गए अक्षर चित्ताभोग-सं० (पु०) 1 पूर्ण चेतनता 2 आसक्ति
(जैसे-चीनी अक्षर) चित्तायुक्त-सं० (वि०) चित्तवाला
चित्रागार-सं० (पु०) = चित्रकक्ष चित्ती-(स्त्री०) 1 छोटा धब्बा 2 वस्त्रों पर छापे गए छोटे-छोटे | चित्रात्मक-सं० (वि०) चित्रमय। -ता (स्त्री०) चित्रमयता, चिह्न 3 काढ़े गए छोटे-छोटे चिह्न । -दार + फा० (वि०) | चित्रपूर्णता धब्बेवाला
चित्राधार-सं० (पु०) 1चित्रपट 2 चित्र आदि को सुरक्षित चित्य-सं० (वि०) चुने जाने योग्य
रखने की किताब, अल्बम चित्र-सं० (पु०) 1 तसवीर (जैसे-चित्र खींचना मना है) | चित्रालय-सं० (पु०) = चित्रशाला 2 आलेख्य (जैसे-सुंदर चित्र बनाना)। -कक्ष (पु०) चित्रों चित्रालेखन-सं० (पु०) चित्र बनाना का कमरा; ~कर (पु०) चित्र बनानेवाला, चित्रकार; | चित्रालोचक-सं० (पु०) चित्र की आलोचना करनेवाला ~करण (पु०) -- चित्रकला; कला (स्त्री०) चित्र बनाने | व्यक्ति की कला; ~कार (पु०) चित्र बनानेवाला; ~कारी + हिं० चित्रावली-सं० (स्त्री०) चित्रों की माला, अल्बम (स्त्री०) 1चित्र बनाने की विद्या 2 चित्रकार का काम 3 बनाए | चित्रिणी-(स्त्री०) 1 अनेक कलाओं में प्रवीण नारी 2 कामसूत्र हुए चित्र;-काव्य (पु०) चित्रों के आकार में लिखित काव्य; | के अनुसार स्त्री का एक प्रकार
जल्प (पु०) साहि० नायक-नायिकाओं का रूठ जाने पर | चित्रित-० (वि०) 1चित्र रूप में अंकित किया हुआ एक दूसरे को अनाप-शनाप कही जानेवाली बात; नेत्रा | 2 चित्रयुक्त (स्त्री०) मैना पक्षी; ~पट (पु०) 1 जिसपर चित्र बनाया | चित्रीकरण-सं० (पु०) 1 चित्रित करना 2 चित्र के रूप में जाय वह तख्ता, कपड़ा आदि 2 सिनेमा का परदा; -पटी __लाना 3 सजाना (स्त्री०) छोटा चित्रपट; परिचय (पु०) चित्र संबंधी | चित्रोक्ति-सं० (स्त्री०) 1 अलंकृत भाषा में कही हुई बात विवरण; प्रतियोगिता (स्त्री०) अनेक चित्रों में श्रेष्ठ एवं 2 अलंकारयुक्त सुंदर कविता सुंदर चित्र का चुनाव; ~प्रदर्शनी (स्त्री०) चित्रों का मेला; | चित्रोत्तर-सं० (पु०) साहि० एक शब्दालंकार जिसमें प्रश्न के ~फलक (पु०) पटिया जिस पर चित्र बना हो; बद्ध शब्दों में ही उसका उत्तर होता है (वि०) तस्वीर में अंकित; ~मद (पु०) चित्र देखकर चित्रोपम-सं० (वि०) चित्र चित्रण जैसा सजीव (वर्णन) अनुराग होना; ~मय (वि०) चित्रयुक्त; ~मृग (पु०) | चित्रोपयोगी-सं० (वि०) चित्र बनाने के लिए उपयोगी चितकबरा हिरन, चीतल, ~लिपि (स्त्री०) ऐसी लिपि जिसमें चित्र्य-सं० (वि०) जो चित्र रूप में अंकित किए जाने योग्य हो
शब्दों, अक्षरों आदि के स्थान पर वस्तुओं एवं क्रियाओं के चित्र | चिथड़ा-I (पु०) फटा-पुराना कपड़ा, गूदड़ II (वि०) बहुत 'बने होते हैं; ~लेखक (पु०) = चित्रकार; लेखन फटा हुआ। गुदड़ा (पु०) रद्दी कपड़ा; चिथड़े-चिथड़े (पु०) 1चित्र बनाना 2 बना-बनाकर सुंदर अक्षर लिखना; कर देना धज्जियाँ उड़ा देना
पणता