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चलती
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चश्म
चलता परजा आदमी है) 7 जो अंत को प्राप्त हो रहा हो | चलान-(स्त्री) 1 व्यापारिक क्षेत्र में माल तो म
चलान-(स्त्री०) 1 व्यापारिक क्षेत्र में माल को कहीं भेजने की (जैसे-चलती उम्र का क्या भरोसा करना) । ~करना क्रिया 2 अपराधी, अभियुक्त को न्यायालय आदि में भेजने की निपटाना; बनना चुपचाप चला जाना; -फिरता (वि०) क्रिया (जैसे-पुलिस ने ट्रक चालक का चालान कर दिया) स्वस्थ; चलते फिरते नज़र आना चला जाना
3 भेजी गयी वस्तुओं की सूची। दार + फ़ा० (पु०) माल चलती-1 (स्त्री) 1 कार्य करने का अधिकार 2 कार्य करा की रक्षा के लिए साथ जानेवाला व्यक्ति सकने का अधिकार II (वि०) 1 जो गति करता हो चलाना-(स० क्रि०) 1 किसी को चलाने में प्रवृत्त करना 2 जिसका प्रचलन हो रहा हो (जैसे-हिंदी स्कूलों में विदेशी (जैसे-बच्चे को पैदल चलाना) 2 यान सवारी आदि को आगे भाषा नहीं चलती है) 3 धूर्त एवं चतुर (जैसे-वह बहुत चलती बढ़ाना (जैसे-वायुयान चलाना आसान नहीं है, रेलगाड़ी फिरती औरत है) 4 जिस पर विशेष ध्यान न दिया जाता हो चलाना कठिन है) 3 गति रूप देना, हिलाना-डुलाना (जैसे-यह पुस्तक चलती निगाह से देखी गई है) (जैसे-दाल पक गई हो तो चलाकर उतार लो) 4 निर्वाह योग्य चलतू-(वि०) दे० चलता
बनाना (जैसे-यह लड़का आठवीं कक्षा में नहीं चल सकेगा) चलन-(पु०) 1 चाल, गति 2 चलने की अवस्था 3 प्रचलित 5 सक्रिय रखना (जैसे-पाठशाला चलाना बहुत परिश्रम का रहने की अवस्था, प्रचलन (जैसे-मुग़ल काल में ताम्र सिक्कों कार्य है) 6 उत्तरदायित्व वहन करना (जैसे-गृहस्थी चलाना का भी चलन था) 4 रीति-रिवाज, आचार-व्यवहार प्रथा अब कठिन हो गया है) 7 तत्परता से कार्य करना 5 अच्छा आचरण, अच्छा व्यवहार। ~कलन (पु०) (जैसे-शासन को उचित ढंग से चलाना ही विवेकशीलता है) ज्योतिष में एक प्रकार का गणित; ~सार (वि०) 1 जो 8 उग्र रूप से सक्रिय रहना (जैसे-अधिक जबान चलाना भी प्रचलित हो, चलन-व्यवहार वाला (जैसे-दस पैसे का सिक्का अविवेकता है) 9 प्रहार हेतु अन्य साधन का प्रयोग करना अब चलनसार रूप में नहीं रह गया) 2 जो टिकाऊ हो (जैसे-वह तलवार चलाना भी जानता है) 10 प्रचलित करना, (जैसे-सस्ता कपड़ा चलनसार नहीं होता)
जारी करना (जैसे-अकबर ने दीन-ए-इलाही धर्म चलाया था) चलना-(अ० क्रि०) 1 पैदल आगे बढ़ना 2 पहियों आदि की 11 धोखे से देना (जैसे-मैंने खोटी अठन्नी दुकान पर चला दी) सहायता से अग्रसर होना 3 गति युक्त होकर आगे बढ़ना ___ 12 विचार के लिए प्रस्तुत करना (जैसे-हानि-लाभ का मुकदमा (जैसे-आकाश में ग्रहों का चलना देखो) 4 हिलते-डुलते चलाना ज़रूरी है) कार्य संपादित होना (जैसे-घड़ी की सूई चलना बंद हो गई) चलानी-1 (वि०) 1 बिकने के लिए लाया हआ, विक्रय हेतु 5 सक्रिय रहना (जैसे-मेरी कलम अच्छी तरह नहीं चलती है) लाया गया 2 चलान से संबंध रखनेवाला II (स्त्री०) विक्रय 6 निर्वाह होना (जैसे-सौ रुपये में काम नहीं चलेगा) 7 शरीर हेतु बाहर भेजने का माल । के अंग का कार्य में प्रवृत्त होना (जैसे-काम करने के लिए चलायमान-सं० (वि.) 1 जो चलता हो, चलनेवाला हाथ-पैर का चलना ज़रूरी है) 8 बात आरंभ होना 2 अस्थिर 3 विचलित (जैसे-उसके यहाँ आते ही व्यर्थ की चर्चा चल पड़ी) चलार्थ-सं० (पु०) चालू मुद्रा। पत्र (पु०) = चल पत्र 9 अस्त्र-शस्त्र आदि का प्रहार होना (जैसे-सभा में लाठी चल चलावा-(पु०) रीति, रस्म, रिवाज पड़ी) 10 वैर-विरोध का व्यवहार होना 11 विकृत रूप में चलित-सं० (वि०) 1 अस्थिर, चलायमान 2 चलता हुआ बाहर आना 12 मार्ग में आना-जाना (जैसे-सवेरा होते ही गली 3 जो चलन में हो में चलना शुरु हो जाता है) 13 परंपरा का जारी रहना चलित्र-सं० (पु०) अपनी शक्ति से चलनेवाला इंजन (जैसे-युद्ध में राजपूतों की सदा चलती रही है) 14 ठीक तरह चलिष्णु-सं० (वि०) घटने-बढ़नेवाला से पढ़ा एवं समझा जाना 15 व्यवहार करना (जैसे-हम सबको चलोना-(पु०) 1 दूध, तरकारी आदि चलाने का लकड़ी का मिलकर चलना चाहिए) 16 प्रस्थान करना, मर जाना एक उपकरण 2 चरखा चलानेवाला लकड़ी का टुकड़ा (जैसे-एक न एक दिन हम सभी को संसार से चलना ही है)। चवन्नी-(स्त्री०) पच्चीस नए पैसे के मूल्य का सिक्का
बसना स्वर्गवासी होना, मर जाना (जैसे-वह हमेशा के चवरा-(पु०) लोबिया लिए संसार से चल बसा)
चवर्ग-सं० (पु०) च,छ,ज,झ,ञ वर्गों का समूह चलनी-बो० (स्त्री०) छलनी
चवल-सं० (पु०) = चवरा चलबांक-(वि०) तेज़ चलनेवाला, शीघ्रगामी
चवाई-I (वि०) दूसरों की बुराई फैलानेवाला, निंदक चल-बिचल-(वि०) = चल-विचल
II (स्त्री०) 1 निंदा 2 अफ़वाह चलवाना-(स० क्रि०) 1 चलने का काम अन्य से कराना चवालीस-(वि०) = चौवालीस 2 चलाने में प्रवृत्त करना
चवाव-(पु०) 1 चारों ओर फैलाई जानेवाली चर्चा, प्रवाद, चला-सं० (स्त्री०) बिजली, दामिनि
अफ़वाह 2 निंदा चलाऊ-(वि०) 1 किसी तरह काम चलानेवाला (जैसे-सस्ता चशमा-फा० (पु०) = चश्मा कपड़ा केवल काम चलाऊ ही होता है) 2 अधिक समय तक
चश्म-फा० (स्त्री०) 1 आँख, नयन 2 आँख की तरह की न ठहरनेवाला, कम टिकाऊ
रचना। दीद (वि०) 1 आँखों देखा 2 प्रत्यक्षदर्शी चलाचल-सं० (वि०) चंचल, चपल
(जैसे-इस घटना का चश्मदीद कौन है); ~नुमाई (स्त्री०) बालाचली-(स्त्री०) 1 चलने की क्रिया 2 चलने की तैयारी | आँखें दिखाकर डराना, भयभीत करना; ~पोशी (स्त्री०) 3 प्रस्थान 4 एक के बाद दूसरे का भी चला जाना