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चक्रांत
चक्रांत-सं० (पु० ) गुप्त अभिसंधि, षड्यंत्र चक्रांश - (पु०) 360° का कोई भाग चक्राकार-सं० (वि०) चक्र के आकार का, मंडलाकार, गोल चक्राट - सं० (पु० ) 1 मदारी, सँपेरा 2 बाजीगर 3 ठग 4 स्वर्ण मुद्रा चक्रावर्त - (पु० ) चक्कर में घूमना चक्राव-सं० (पु० ) 1 चकवा पक्षी, चक्रवाक 2 चकवड़ चक्रिका - सं० (स्त्री०) घुटने की गोल हड्डी, चपनी चक्री - I सं० ( पु० ) 1 चक्र धारण करनेवाला व्यक्ति 2 विष्णु 3 चकवा पक्षी II (वि०) 1 चक्र धारण करनेवाला 2 जिसमें पहिया लगा हो 3 गोलाकार
चक्रीय सं० (वि०) 1 चक्र संबंधी, चक्र का 2 चक्र क्रम के अनुसार होनेवाला
चक्रेश्वर - सं० (पु० ) 1 चक्रवर्ती 2 तंत्र में चक्र के देवता चक्षण-सं० (पु० ) 1 कृपा दृष्टि 2 अनुग्रह पूर्ण व्यवहार चक्षुःपथ - सं० (पु० ) 1 दृष्टि पथ 2 क्षितिज चक्षु-सं० (पु०) आँख, नेत्र गह्वर, घर (पु० ) नेत्रगुहा चक्षुरिन्द्रिय-सं० (स्त्री०) आँख, नेत्र त्रक्षुर्मल - सं० (पु० ) आँख की कीचड़ चक्षुष्मान-सं० (वि०) आँखोंवाला चक्षुष्य - I सं० (वि०) 1 नेत्र संबंधी 2 जो आँखों को प्रिय लगे 3 नेत्र से उत्पन्न II ( पु०) आँखों में लगाया जानेवाला काजल, सुरमा
चख - फ़ा० (स्त्री०) झगड़ा चख (स्त्री०) लड़ाई-झगड़ा, कहा-सुनी, बक-झक
चखना- (स० क्रि०) 1 चीखना, स्वाद लेना 2 रसास्वादन करना चखाचखी-फा० (स्त्री०) 1 वैर-विरोध 2 बक-झक, लाग- डाँट (जैसे- आपस में चखाचखी होना) चखाना - (स० क्रि०) चखने में किसी को प्रवृत करना चखिया फ़ा० + हिं० (वि०) तकरार करनेवाला, झगड़ालू चखौती - ( स्त्री०) स्वादिष्ट वस्तु
चगड़ - (वि०) चंट, चालाक
चचा - (पु० ) = चाचा । ~बनाकर छोड़ना उचित दंड देना; ज़ाद + फ़ा० (वि०) चचेरा
चचिया (वि०) चाचा या चाची के स्थान पर पड़नेवाला (जैसे- चचिया ससुर, चचिया सास )
चचड़ा- (पु० ) एक प्रकार की लता जो तोरई की तरह की होती है और तरकारी बनाने के काम आती है
चची - (स्त्री०) चाचा की पत्नी
+
हिं०
चचेरा - (वि०) 1 चाचा से उत्पन्न (जैसे- चचेरा भाई, चचेरी बहन) 2 संबंध के विचार से चाचा-चाची के स्थान पर पड़नेवाला, चचिया (जैसे- चचेरी सास) चचोड़ना - (स० क्रि०) दाँत से दबाकर खाना, रस चूसना (जैसे- आम चचोड़ना)
चट - I ( क्रि० वि० ) 1 जल्दी से तुरंत (जैसे-चट से खा जाओ) 2 चट शब्द करते हुए II (वि०) 1 चाट कर समाप्त कर दिया गया, खाया हुआ (जैसे- वह सारी मिठाई चट कर गया) 2 नष्ट किया हुआ, समाप्त किया हुआ (जैसे-उसने सारी सम्पति जूआ में चट कर दी। ~कर जाना 1 सब
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चट-चट
कुछ खा जाना 2 हड़प लेना III (पु० ) 1 वस्तु के टूटने से उत्पन्न शब्द (जैसे-लकड़ी का चट से टूट जाना) 2 हड्डियों की रगड़ से उत्पन्न होनेवाला शब्द (जैसे- उँगलियों का चट से बोलना )
चटक - I (वि०) 1 चटकीला, चमकीला 2 फुरतीला, तेज़ II ( क्रि० वि०) झटपट, तुरंत दार + फ़ा० (वि०) 1 चमक-दमकवाला, चमकीला 2 तेज, स्फूर्तिवान चटक - III (वि०) चटपटा, चटकारा (जैसे- सब्ज़ी बहुत चटक है)
चटक-सं० (पु० ) गौरिया, चिड़ा
चटकना - I (अ० क्रि०) 1 'चट' शब्द करके टूटना, फूटना (जैसे - गिलास का चटकना, शीशा चटकना) 2 दरार पड़ना (जैसे- दीवार चटकना) 3 लकड़ी का जलते समय चट-चट शब्द करना 4 कलियों का चट-चट शब्द करते हुए खिलना (जैसे- गुलाब की कलियाँ चटकना) 5 झुंझलाना (जैसे- वह ज़रा सी बात पर चटक जाता है) 6 बिगाड़ होना II ( पु० )
थप्पड़ तमाचा
चटकनी - (स्त्री० ) = सिटकिनी (जैसे- दरवाज़े की चटकनी बंद कर देना)
चटक मटक - (स्त्री०) 1 नाज़-नखरा, हाव-भाव 2 सजधज चटकल - (स्त्री०) ऐसा कारखाना जहाँ जूट की चीजें बनाई जाती हैं, पटसन की वस्तुएँ बनाने का कारखाना चटका - I (पु० ) 1 चटकने की क्रिया 2 मन का उचटना, विराग 3 तमाचा, थप्पड़ (जैसे- चटका लगना) II 1 चरपरा स्वाद 2 स्वाद मिलने से उत्पन्न होनेवाली लालसा, चसका चटकाना - (स० क्रि०) 1 किसी को चटकने में प्रवृत्त करना 2 ज़ोर से खींचना 3 दबाना 4 चट चट शब्द उत्पन्न करना (जैसे-जूतियाँ चटकाना ) 5 चट शब्द उत्पन्न करते हुए कोई वस्तु तोड़ना 6 अप्रसन्न एवं उद्विग्न करना 7 विरक्ति भाव उत्पन्न करके भगाना 8 चिढ़ाना चटकारना- (स० क्रि०) जीभ का स्वाद लेना चटकारा - ( पु० ) 1 स्वाद लेने का शब्द 2 चाटने का शब्द । चटकारे का अत्यधिक स्वादिष्ट कि खाते-पीते समय चट-चट शब्द उत्पन्न हो; चटकारे भरना चाट चाटकर और स्वाद लेते हुए कोई वस्तु खाना, खाते-पीते समय जीभ से होठ चाटते
रहना
चटकाली-सं० (स्त्री०) 1 गौरा पक्षियों की पंक्ति 2 चिड़ियों की पंक्ति
चटकाहट - (स्त्री०) 1 चटकने से उत्पन्न होनेवाला चट शब्द 2 चटकने, तड़कने की क्रिया चटकीला - (वि०) 1 चमकीला और तेज (जैसे-चटकीला लाल, चटकीला कपड़ा) 2 जो बहुत आभा युक्त एवं चमकदार हो 3 जिसमें खूब नमक मिर्च और मसाला आदि पड़ा हो, चटपटा (जैसे-चटकीली तरकारी) 4 लुभावना' (जैसे- चटकीला राग ) चटखना-I (अ० क्रि०) चटकना 1 चटखना - II ( पु० ) - चटकना ॥ चटखनी बो० (स्त्री०) चटकनी चटख (वि०) / (पु०), चटकारा
चट-चट - 1 (स्त्री.) 1 वस्तु के टूटते समय होनेवाला चट-चट
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