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चटचटा
शब्द 2 जलने से होनेवाला चट-चट शब्द (जैसे- लकड़ियाँ चट चट कर जल रही थीं) 3 उँगलियाँ चटकाने पर होनेवाला चट-चट शब्द II ( क्रि० वि०) चट चट शब्द उत्पन्न करते हुए। बलैयाँ लेना उँगलियाँ चटकाते हुए प्रिय व्यक्ति की मंगलकामना करना चटचटा - I (पु०) बारम्बार होनेवाला II (वि०) जिसमें से बार-बार चट चट (जैसे-चट-चटी लकड़ी)
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चट-चट शब्द ध्वनि उत्पन्न हो
चटचटाना-I (अ० क्रि०) 1 चट चट ध्वनि करना 2 चट-चट ध्वनि के साथ वस्तु का टूटना, तड़कना 3 चट चट शब्द करते हुए जलना II (स० क्रि०) चट-चट ध्वनि उत्पन्न करते हुए कार्य करना
चटना - (अ० क्रि०) चाटा जाना
चटनी - (स्त्री० ) 1 चाटकर खाई जानेवाली वस्तु, अवलेह 2 घोला हुआ गाढ़ा चरपरा अवलेह (जैसे-आम की चटनी, इमली की चटनी) । ~करना, बनाना 1 पदार्थ आदि को चूर-चूर करना 2 व्यक्ति आदि को बहुत मारना; होना पिस
जाना
चट-पट - I ( क्रि० वि०) 1 बहुत जल्दी, तुरंत (जैसे-चट-पट ही चले जाना) 2 अपेक्षाकृत कम समय में (जैसे- काम चट-पट ख़त्म करके चले जाना) II (वि०) = चटपटा चटपटा - (वि०) मसालेदार (जैसे-चटपटा पदार्थ ) चटपटाना - I (अ० क्रि०) जल्दी मचाना II (स० क्रि०) जल्दी करने में किसी को प्रवृत्त करना चटपटी - (स्त्री०) 1 जल्दी, शीघ्रता 2 उतावली, हड़बड़ी 3 आकुलता, घबराहट चटर - (पु० ) चट-चट शब्द
चटर - चटर - (पु० ) खड़ाऊँ पहनकर चलने से उत्पन्न चट-चट ध्वनि
चटवाना - (स० क्रि०) चटाना
चटशाला - हिं० + सं०, चटसार, चटसाल - (स्त्री०) छोटे बच्चों की पाठशाला, शिशुमंदिर
चटाई - (स्त्री०) बाँस आदि की खपाचियों को गूथकर बनाया गया आसन, साथरी (जैसे- चटाई बुनना) । ~दार + फ़ा० (वि०) जो चटाई की तरह बुना गया हो (जैसे- चटाईदार किनारा मेज़पोश पर अच्छा लगेगा ) चटाक - ( पु० ) 1 वस्तु के टकराने से उत्पन्न होनेवाला शब्द 2 वस्तु के गिरकर टूटने से उत्पन्न शब्द 3 थप्पड़ मारने से उत्पन्न होनेवाली ध्वनि
C
चटाक-पटक - ( क्रि० वि० ) 1 चटाक शब्द उत्पन्न करते हुए 2 बहुत जल्दी, तुरंत
चटाका (पु०), चटाख - I बो० (पु० ) 1 कड़ी वस्तु के ज़ोर से टूटने का शब्द 2 थप्पड़ लगने से होनेवाला शब्द 3 तीव्रता, प्रबलता II ( क्रि० वि०) चट-पट, तुरंत । चटाके का कड़ाके का, ज़ोरों का (जैसे-चटाके की धूप) चटाचट - 1 (स्त्री०) लगातार टूटती वस्तुओं से उत्पन्न होनेवाली ध्वनि II ( क्रि० वि०) एक पर एक, लगातार (जैसे-चटाचट थप्पड़ मारना) चटान-बो० (स्त्री० ) चटाना - (स० क्रि० ) 1 चाटने की क्रिया में किसी को प्रवृत्त
चट्टान
1
चढ़न
करना (जैसे- बच्चे को खीर चटाना) 2 थोड़ा-थोड़ा खिलाना (जैसे- बच्चे को कुछ खीर चटा देना) 3 घूस देना, रिश्वत देना (जैसे- दफ़्तर में बाबुओं को बग़ैर कुछ चटाए कोई काम नहीं पूरा होता है)
चटापटी - I (स्त्री०) चटपटी, जल्दी II ( क्रि० वि०) चट-पट चटावन - ( पु० ) 1 चटाने की क्रिया 2 छोटे बच्चों को पहले-पहल अन्न खिलाने का एक संस्कार, अन्नप्राशन चटियल - (वि०) उजाड़ और सपाट
=
चटी - I (स्त्री०) = चटशाला II (स्त्री०) चट्टी चदु-सं० (पु० ) ख़ुशामद, चापलूसी। ~लालसा (वि०) खुशामदपसंद
चटुल-सं० (वि०) 1 चंचल, चपल 2 घुमक्कड़ 3 बातों में लुभानेवाला
चटुला -सं० (स्त्री०) बिजली
चटोर, चटोरा - (वि०) 1 चटपटी चीज़ खाने का शौक़ीन 2 अधिक खाने का लोभी (जैसे-चटोरा आदमी) । न (पु० ) चटोर होने की अवस्था (स्त्री० चटौरी) चट्ट - I बो० (वि०) 1 जिसे चाट लिया गया हो, चाटा हुआ
2 जिसे खा-पीकर ख़त्म कर दिया गया हो 3 कुछ भी न बचा हुआ II ( क्रि० वि० ) = चट
चट्टा - I (पु० ) चेला, शिष्य II (पु० ) 1 चकत्ता, ददोरा 2 ईंट, बालू आदि को गिनने, नापने के लिए लगाया गया थाक, ईंट, बालू आदि का लगाया हुआ ढेर III (पु० ) चाटनेवाला चट्टान - (स्त्री०) 1 पत्थर का अत्यधिक विशाल खंड (जैसे- यह चट्टान नहीं तोड़ी जा सकेगी ) 2 वस्तु का बहुत बड़ा ठोस टुकड़ा
=
चट्टानी - (वि०) जो चट्टान से संबंध रखता हो, चट्टान संबंधी चट्टा - बट्टा - (पु० ) काठ के खिलौनों का समूह। चट्टे-बट्टे लड़ाना - वैर-विरोध पैदा कराना, आपस में लड़ाना चट्टी - I (स्त्री०) पड़ाव, मंज़िल II (स्त्री०) खुली एड़ी की काठ की बनी चप्पल III (स्त्री० ) 1 क्षति 2 दंड चट्टू - I बो० (वि०) चटोरा II ( पु० ) 1 पत्थर का बड़ा खरल 2 छोटे बच्चों का मुँह से चूसते रहने का खिलौना, चुसनी चड़ - (पु० ) 1 लकड़ी आदि के टूटने, फटने से उत्पन्न होनेवाला शब्द 2 सूखी लकड़ी के जलने से होनेवाला शब्द चड़-बड़ - (स्त्री०) टें-टें, बक-बक, व्यर्थ का प्रलाप (जैसे- हमेशा चड़-बड़ मत किया करो) चड़बड़िया - (वि०) चड़-बड़ करनेवाला चड़ी - (स्त्री०) 1लात 2 दुलत्ती
चड्डा - I (पु० ) जाँघ की जड़ II (पु० ) जाँघ और पेट का जोड़ चड्डी - (स्त्री०) एक तरह की लँगोट जिसमें डोरी नहीं होती है (जैसे- बच्चे को चड्डी पहना दो )
चड्ढी - (स्त्री०) पीठ की सवारी। गाँठना सवारी करना;
देना हार जाने पर पीठ पर सवार कराना चढ़त - (स्त्री०) चढ़ाया हुआ पदार्थ, भेंट, चढ़ावा चढ़ता - (वि०) 1 आरंभ होकर बढ़ता हुआ (जैसे-चढ़ता दिन
अब धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है) 2 विकासशील (जैसे-चढ़ता हुआ यौवन भी एक दिन ढल जाएगा) (स्त्री० चढ़ती) चढ़न - (स्त्री०) 1 चढ़ने चढ़ाने की क्रिया, चढ़ाई 2 चढ़ावा,
चढ़त