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चमरौधा
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चरथ
चमरौधा-(पु०) चमड़े का कड़ा देशी जूता
दाराने का निशान 3 घोखा, चकमा। चराना, पढ़ाना चमला-(पु०) भीख मांगने का ठीकरा, भिक्षा पात्र धोखा देना, मूर्ख बनाना चमस-सं० (पु.), चमसी-सं० (स्त्री०) 1 सोम पान करने चरख-फा० (पु०) 1 पहिया 2 चक्कर, चाक 3 चरखा
का चम्मच के आकार का लकड़ी का बना यज्ञपात्र 2 करछी 4 घिरनी 5 रेशम लपेटने की चरखी। ~कश (पु०) खराद चमाऊ-(पु०) = चामर, चैवर
का पट्टा खींचनेवाल व्यक्ति चमाचम-(वि०) चम-चम करता हुआ, चमकता हुआ चरखा-फा० (पु०) 1 ऊन, रशम, सूत आदि कातने का चमार-(पु०) 1 चमड़े के जूते, मोट आदि बनाने का पेशा लकड़ी का एक यंत्र 2 सूत लपेटकर लच्छी बनाने का यंत्र करनेवाली जाति 2 गलियों, सड़कों आदि पर झाडू देनेवाली 3 गराड़ी, घिरनी 4 बेडौल पहियोंवाली गाड़ी 5 खड़खड़िया जाति 3 ऐसा व्यक्ति जो उक्त जाति का हो (जैसे-गाँधी जी ने | 6 कुएँ से पानी निकालने का चरख
चमार जाति के लोगों को हरिजन कहकर पुकारा था) चरखी-फा० (स्त्री०) 1 पहिए के आकार की घूमनेवाली वस्तु चमारिन, चमारी-I (स्त्री०) 1 चमार जाति की स्त्री 2 चमार 2 गोलाकार घूमनेवाला किसी तरह का छोटा उपकरण
की स्त्री 3 चमार का पेशा 4 चमारों की सी. वत्ति II (वि०) 3 कुम्हार का चाक 1 चमार का 2 चमारों की तरह का
चरग़-फा० (पु०) 1शिकारी चिड़िया 2 लकड़बग्घा चमू-स० (स्वा०) 1सेना, फ़ोज 2 सेना का एक भाग। पति | चरचना-(स० क्रि०) 1चंदन पोतना 2 लेप लगाना (पु०) सेनानायक
3 अनुमान, कल्पना आदि से समझना, ताड़ना 4 चर्चा करना चमूकन-(पु०) चौपायों के शरीर में चिपकी रहनेवाली किलनी चर-चर-(पु०) बकवास चमोलिया-I (वि०) 1 चमेली के फूल की तरह का 2 चमेली चरचरा-I (वि०) चिड़चिड़ा II तीखे स्वाद वाला
की गंध से युक्त II (पु०) हल्का पीलापन लिए सफेद रंग चरचराना-(अ० क्रि०) 1 चर-चर शब्द करते हुए टूटना चमेली-(स्त्री०) 1 सुगंध से युक्त पीलापन, सफ़ेद रंग के 2 चर-चर शब्द करते हुए जलना 3 चरीना
छोटे-छोटे फूलोंवाली एक लता 2 उक्त लता में लगनेवाले चरचराहट-I (स्त्री०) 1 चरचराने की क्रिया 2 चर-चर ध्वनि सफेद एवं पीलापन लिए हुए सुगंधित पुष्प। ~का जाल II = चिड़चिड़ाहट क़सीदे का काम
चरचा-(स्त्री०) = चर्चा चमोटा-(पु०) नरम चमड़े का टुकड़ा
चरट-सं० (पु०) खंजन पक्षी चमोटी-(स्त्री०) 1 चाबुक, कोड़ा 2 पतली छड़ी, कमची, बेंत चरण-सं० (पु०) 1 पाँव (जैसे-चरण कमल बंदी हरि राई) चमौवा-(पु०) चमड़े का बना देशी जूता, चमरौधा 2 सामीप्य, सानिध्यं (जैसे-ईश्वर के चरण छोड़कर संत कहीं चम्मच-(पु०) बड़ा चमचा
नहीं जाया करते) 3 श्लोक का चतुर्थांश (जैसे-श्लोक का चम्मल-(पु०) = चमला
अंतिम चरण पढ़ो) 4 काल, मान आदि का चौथाई भाग चय-सं० 1 ढेर, राशि 2 टीला, द्रह 3 किला 4 किले की । (जैसे-अब हम बीसवीं शताब्दि के अंतिम चरण में प्रवेश कर चारदीवारी, परकोटा
रहे हैं)। -चिह्न (पु०) 1 पैर के तलुवों की रेखाएँ 2 चलने चयक-सं० (वि०) चयन करनेवाला
से ज़मीन पर पड़े पैर के निशान 3 पत्थरों पर बनी चरणों की चयन-सं० (पु०) 1 चुनकर अलग करने की क्रिया, चुनना आकृति; दासी I (वि०) चरणों की सेवा करनेवाली 2 चुनी गई वस्तुओं का समूह, संकलन। “कर्ता (वि०) II (स्त्री०) 1 पत्नी, भार्या 2 सेविका, दासी, नौकरानी; चुननेवाला, चुनकर अलग करनेवाला; ~शील (वि०) पादुका (स्त्री०) खड़ाऊँ; रज (स्त्री०) पैरों की धूल; संग्रह करने में लगा रहनेवाला
-वंदना (स्त्री०) पैरों पर गिरना; ~सेवक I (वि०) चरणों चयनिका-सं० (स्त्री०) चुनी हुई कविताओं आदि का संग्रह की सेवा करनेवाला II (स्त्री०) सेवक, नौकर; सेवा चयनीय-सं० (वि०) चयन किए जाने योग्य
(स्त्री०) पाँव दबाना; ~स्पर्श (पु०) चरण छूना, पूज्य एवं चयापचय-सं० (पु.) (कुछ) चुन लेना, (कुछ) छोड़ देना महान व्यक्ति के चरणों पर अपना मस्तक झुकाकर प्रणाम चयित-सं० (वि०) 1 चुना हुआ 2 चुनकर एकत्र किया हुआ करना चर-(पु०) कपड़े आदि के फटने का शब्द
चरणांत-सं० (पु०) (कविता में) पंक्ति या पंक्ति के अंश का चर-I सं० (वि० ) 1 चलने-फिरनेवाला 2 विचरण करनेवाला अंत
(जैसे-नभचर, जलचर) 3 चरनेवाला, खानेवाला II (पु०) | चरणानति-सं० (स्त्री०) चरणों पर झुकना, चरण-स्पर्श 1जासूस, गुप्तचर, गूढ पुरुष 2 दूत। द्रव्य (पु०) चल चरणानुग-सं० (पु०) चरणचिह्नों पर चलनेवाला
संपत्ति; ~राशि (स्त्री०) मेष, कर्क, तुला या मकर चरणामृत-सं०(पु०) 1 वह जल जिससे किसी देवी-देवतादि चरई-(स्त्री०) पशुओं को चारा-पानी आदि देने के लिए पत्थर के पाँव पखारे गए हों 2 पंचामृत __का बना हौज (जैसे-घोड़े को चरई में पानी पिला देना) चरणायुध-सं० (पु०) अपने पैरों के पंजों से लड़नेवाला मुरगा चरक-बो० (पु०) बदन पर सफ़ेद दाग़ होने का कुष्ठ रोग, फूल चरणार्द्ध-[ सं० (वि०) चरण का आधा (भाग) II (पु०) चरक-सं० (पु०) 1दूत, चर 2 गुप्तचर, जासूस, भेदिया 1 वस्तु का आठवाँ भाग 2 पद्य के चरण का आधा भाग 3पथिक 4 भिक्षुक, भिखारी
चरणोदक-सं० (पु०) = चरणामृत चरकटा-(पु०) चारा काटनेवाला व्यक्ति
चरती-(पु०) व्रत न रखनेवाला व्यक्ति चरका-(पु०) 1 हल्का घाव, ज़ख़्म 2 धातु के गरम टुकड़े से | चरथ-सं० (वि०) 1 चलीवाला, चर 2 जंगम