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गुणा
गुणा - (पु० ) ग० वह क्रिया जिससे यह पता चलता है कि किसी अंक को एक से अधिक बार जोड़ने पर कितना प्राप्त होता है। (जैसे-8 को 4 से गुणा करना) गुणाकर-सं० (वि०) गुण-सागर, गुणों की खान गुणागुण-सं० (वि० ) = गुण-दोष गुणाढ्य - सं०
(वि० ) गुण-सागर
गुणातीत-सं० (वि०) सत्व रज तम से परे, अलिप्त गुणात्मक-सं० (वि०) गुणों पर आधारित गुणानुवाद-सं० (पु० ) गुण-कथन, बड़ाई गुणान्वित-सं० (वि०) गुणों से युक्त गुणार्थ - सं० ( पु० ) गुणों का सूचक अर्थ गुणावली -सं० (स्त्री०) गुणों की लड़ी, अनेक गुण गुणिका - सं० (स्त्री०) सूजन, गाँठ गुणित-सं० (वि०) गुणा किया हुआ गुणी - I सं० (वि०) गुण से युक्त, गुण संपन्न II ( पु० ) 1 कला-कुशल व्यक्ति, हुनरमंद 2 अलौकिक गुणवाला व्यक्ति । भूत (वि०) 1 मुख्य अर्थ से भिन्न 2 गौण बनाया हुआ; ~ व्यंग्य (पु० ) गौण व्यंग्यार्थ गुणे-सं० + हिं० गुणा करें (जैसे- 7 गुणे 5) गुणेश्वर - सं० (पु० ) 1 तीन गुणों का स्वामी 2 परमेश्वर, ईश्वर गुणोपेत-सं० (वि०) गुणों से युक्त, गुणी गुण्य-सं० ( पु० ) 1 गुणा किए जाने योग्य संख्या 2 गुणी गुण्यांक -सं० (पु० ) गुणांक गुत्ता - (पु० ) 1 लगान पर खेत जोतने-बोने के लिए खेतिहार को देने का व्यवहार 2 लगान
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गुत्थमगुत्था - (पु० ) 1 भिड़ंत, द्वंद युद्ध 2 उलझाव, फँसाव गुत्थी - (स्त्री०) 1 धागे आदि का उलझा हुआ रूप 2 उलझाव,
समस्या (जैसे-गुत्थी सुलझाने पर ही कार्य आगे बढ़ सकेगा ) गुथना - ( अ० क्रि०) 1 आपस में उलझना 2 पिरोया जाना 3 सीया जाना (जैसे- कथरी गुथना) 4 कसकर दबाना गुथली - (स्त्री०) थैली
गुथवाना - (स० क्रि०) गूथने का काम अन्य से कराना (जैसे-गद्दा गुथवाना)
गुथीला - (वि०) 1 गुथा हुआ 2 हृष्ट पुष्ट गुथुवाँ - (वि०) 1 गूथकर बनाया हुआ, गूथा हुआ 2 उलझा हुआ गुद-सं० (स्त्री०) = गुदा। ~ग्रह (पु० ) (चि०) कोष्ठबद्धता रोग; ~भ्रंश (पु० ) चि० गुदा से काँच निकलने का रोग गुदकार, गुदकारा, गुदगुदा - (वि०) 1 मुलायम एवं अच्छा 2 जिसमें कोई मुलायम चीज़ भरी गई हो (जैसे-गुदगुदा गद्दा) 3 मांसल (जैसे-गुदगुदा शरीर ) गुदकील, गुदांकुर-सं० (पु०) बवासीर गुदगुदाना - (स० क्रि०) 1 कोमल मांसल अंग सहलाना 2 परिहास में छेड़ना 3 लालसा उत्पन्न करना गुदगुदाहट - ( स्त्री०) 1 गुदगुदाने की क्रिया 2 मन में उत्पन्न होनेवाली हल्की इच्छा
गुप्त
गुदड़ी - (स्त्री०) 1 फटे-पुराने कपड़ों को सीकर बनाया गया ओढ़ना 2 रद्दी एवं फटी-पुरानी वस्तुओं के मिलने का स्थान 3 टूटी-फूटी वस्तुएँ। फरोश + फ़ा० (पु०) फटे-पुराने कपड़े, बर्तन आदि बेचनेवाला; बाज़ार + फ़ा० (पु०) वह बाज़ार जहाँ फटी-पुरानी रद्दी वस्तुएं प्राप्त होती हैं; का लाल 1 तुच्छ स्थान में छिपी वस्तु 2 निम्नकुल में जन्मा व्यक्ति 3 साधारण पोशाक में असाधारण गुणी व्यक्ति गुदनहारी - (स्त्री०) = गोदनहारी
गुदना - ( अ० क्रि० ) 1 गोदा जाना 2 चुभना गुदा-सं० (स्त्री०) मलद्वार
गुदाज़ - फ़ा० (वि०) 1 गदराया हुआ, गुदकारा 2 गूदेदार 3 मांसल (जैसे-गुदाज़ देह, गुदाज़ बदन) गुदाना - (स० क्रि०) गुदवाना गोदाम
गुदाम - ( पु० ) =
गुदारा - फ़ा० (पु० ) 1 नाव से नदी पार करने की क्रिया, उतारा 2 वह स्थान जहाँ से लोग नाव पर सवार होते हैं एवं उतरते हैं। गुदारे लगना 1 किनारे लगना 2 कार्य समाप्त होना गुदी - (स्त्री०) वह स्थान जहाँ टूटी-फूटी नौकाएँ बनाई जाती हैं। गुद्दी - (स्त्री०) बो० 1 फल के बीज के अंदर का गुदा, मगज 2 सिर का पिछला हिस्सा 3 हथेली का माँसल अंश। ~की नागिन गरदन के पीछे के बालों की भौंरी जो अशुभ मानी गई है; में आँखें हो जाना ऐसी मानसिक स्थिति जिसमें कुछ भी समझ में न आए एवं न कुछ दिखाई पड़े; ~से जीभ निकालना 1 ज़बान खींचकर निकाल लेना 2 कठोर दंड देना गुनगुना - I ( वि०) जो नाक से बोलता हो II हल्का गरम, कुनकुना (जैसे- गुनगुना पानी)
गुनगुनाना - (अ० क्रि०) 1 भौंरो का गुनगुन शब्द करना 2 नाक से बोलना 3 अस्पष्ट एवं धीरे-धीरे बोलना
गुदगुदी - (स्त्री०) 1 पुलक 2 हल्की वासना, उमंग 3 उल्लास गुदड़िया - I ( पु० ) 1 गुदड़ी पहननेवाला 2 रद्दी ख़रीदकर बेचनेवाला व्यापारी 3 खेमा, दरी आदि वस्तुएँ किराये पर देनेवाला व्यापारी II (वि०) गूदड़ी, गूदड़ संबंधी
गुनगुनाहट - (स्त्री०) गुन-गुन गुन- धुन - ( स्त्री०) सोच विचार
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गुनना - I (अ० क्रि०) 1 गुणों आदि से युक्त होना (जैसे-पढ़ना और गुनना) 2 मन में सोच-विचार करना 3 किसी को महत्त्व का समझना II (स० क्रि०) 1 वर्णन करना 2 गुणा करना गुनहगार - फ्रा० (वि०) 1 गुनाह करनेवाला, पापी 2 अपराधी 3 दोषी
गुना - I संख्यावाचक शब्दों के अंत में लगनेवाला प्रत्यय (जैसे- चौगुना, दस गुना ) II ( पु० ) गु० गुणन क्रिया गुनाह - फ़ा० (पु०) अपराध । ~गार ( पु० ) गुनहगार गुनाही -फ़ा० (वि०) 1 अपराधी, दोषी 2 पापी गुनिया - I फ़ा० + हिं० (पु० ) गुणवान्, गुणी II (स्त्री०) कोने आदि की सीध लेने का एक औज़ार गुनी - (वि० / पु० )
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गुणी
गुनोबर - (पु० ) देवदार की जाति का एक पेड़ गुन्ना - अ० (पु० ) अनुस्वार को सूचित करनेवाला चिह्न गुन्नी - ( स्त्री०) रस्सी का कोड़ा
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गुप-चुप - ( क्रि० वि०) बिना कहे हुए (जैसे-गुप-चुप बैठना) गुप्त-सं० (वि०) 1 छिपा हुआ (जैसे- गुप्त पत्रों द्वारा ) 2 अपरिचित (जैसे- गुप्त दान, गुप्त मार्ग) 3 रक्षित 4 गूढ़, दुरूह, दुर्बोध । ~ क्षेत्र (पु० ), घाती (वि०) छिपकर हमला करनेवाला; ~वर (पु०) छिपकर टोह लेनेवाला,