________________
गुरुवार 220
गुलाम गरुत्वाकर्षण शक्ति न हो; हीनता (स्त्री०) गुरुत्वाकर्षण
गए बेल-बूटे मेंहदी + हिं० (स्त्री०) अनेक रंग के शक्ति न होने की अवस्था
फूलोंवाला एक पौधा; ~मेख (स्त्री०) ऐसी कील जिसका गुरुवार-सं० (पु०) सप्ताह का पाँचवाँ दिन, बृहस्पतिवार ऊपरी भाग फूल के आकार का होता है, फुलिया; ~संग गुरू-I (पु०) गुरु, आचार्य II (व्यंग्य में) धूर्त, चालाक।
(वि०) गुलाब के रंग का, लाल गुलाबी; ~रुख, ~~ घंटाल (पु०) बड़ा धूर्त एवं चालाक
(वि०) फूल के समान मुखवाला; -रोगन (पु०) गुलाब गुरूब-अ० (पु०) (सूर्य) डूबा हुआ
की पत्तियों से बनाया गया तेल, ~कतरना 1 बत्ती का गुल गुरेरना-(स० क्रि०) आँखें फाड़कर क्रोध पूर्वक देखना, घूरना काटना 2 काराज़-कपड़े आदि को काटकर फूल बनाना; गुरेरा-(पु०) 1गुरेरने का भाव 2 आमना-सामना, देखा-देखी ~करना बुझाना; खिलना विलक्षण बात होना; गुर्ग-फा० (पु०) भेड़िया। ~आशनाई (स्त्री०) कपटपूर्ण -खिलाना अचंभे की बात करना; ~बैधना खूब जल मित्रता
जाना; हो जाना ठण्डा पड़ जाना, बुझ जाना गुर्ज-फा० (पु०) 1 गदा 2 बुर्ज
गुलगुला-(वि०) कोमल, नरम (जैसे-गुलगुला आम, गुर्जर-सं० (पु०) 1 गुजरात प्रांत 2 गुजरात का निवासी 3 गूजर गुलगला पदार्थ) गुर्जरी-सं० (स्त्री०) 1 गुजरात प्रांत की स्त्री 2 गूजर जाति की गुलगोथना-(वि०) नाटा मोटा भारी आदमी स्त्री, गूजरी
गुलचला-(पु०) तोप का गोला चलानेवाला, तोपची गुर्रा-अ० (पु०) 1 मुहर्रम महीने की द्वितीया का चाँद 2 काम । गुलचा-(पु०) 1 प्रेम से गाल पर लगाई जानेवाली हल्की चपत के बीच में पड़नेवाला नागा (जैसे-गुर्रा करना)
2 छोटी गोल मुलायम चीज़ गुर्राना-(अ० क्रि०) 1 गुर्र-गुर्र शब्द करना (जैसे-कुत्ते का | गुलछर्रा-(पु०) भोग विलास, मौज-मस्ती (जैसे-गल
गुर्राना) 2 कर्कश ध्वनि में बोलना (जैसे-परस्पर गुर्राना) उड़ाना) गुर्राहट-(स्त्री०) गुरनि की क्रिया ।
गुलझटी-(स्त्री०) 1 तागों आदि के उलझने से पड़ी गाँठ गुर्विणी-सं० (स्त्री०) 1 गुरु की पत्नी 2 गर्भवती स्त्री
2 कपड़े की सिकुड़न, सिलवट (जैसे-गुलझटी दूर करना, ग़ल-फा० (पु०) शोर (जैसे-गुल मचाना)। ~गपाड़ा +
गुलझटी पड़ना) हिं० (पु०) शोरगुल, हो हल्ला
गुलता-(पु०) मिट्टी की छोटी गोली गुल-फा० (पु०) 1 पुष्प, फूल 2 हँसते समय गालों में गुलत्थी-(स्त्री०) अधिक गीला पड़नेवाला गड्ढा 3 दीपक की बत्ती का जला हुआ अंतिम भाग |
गुलथी-(स्त्री०) 1 गाढ़ी चीज़ की जमी हई गाँठ 2 गिल्टी जो छोटे से फूल का आकार धारण कर लेता है 4 आँख का गुलबंद-फ़ा० (पु०) दे० गुलूबंद डेला 5 गोल निशान 6 दाग़ने का निशान । ~कंद + अ० गुलमा-(पु०) 1 चोट लगने से बनी गोल कड़ी सूजन (पु०) चीनी में गुलाब की पंखुड़ियों को मिलाकर बनाई गई 2 मसालेदार कीमा भरी हुई बकरी की आँत औषध; ~कट + हिं० (पु०) कपड़े पर बेल-बटे छापने का गुलशन-फ़ा० (पु०) बारा, उद्यान ठप्पा; ~कार (पु०) बेल-बूटे आदि बनानेवाला कारीगर; गुलाब-फा० (पु०) एक तरह का प्रसिद्ध कटीला पौधा जिसमें ~कारी (स्त्री०) 1 बेल-बूटे बनाने का काम 2 बने हुए अनेक रंग के सुगंधित फूल खिलते हैं (जैसे-लाल गुलाब, बेल-बूटे, फूल पत्तियाँ; ~केश + सं० (पु०) 1 मुर्गकेश सफेद गुलाब)। जल + सं० (१०) गुलाब के फूलों का नामक पौधा, कलगा 2 कलगा का फूल; ~गीर (पु०) गुल
अरक (जैसे-गुलाब जल छिड़कना); जामुन + हिं० काटने की कैंची; ~(वि०) गुलाब के रंग का, गुलाबी;
(पु०) जामुन की शक्ल की एक प्रसिद्ध मिठाई, पाश ल्गूना (पु०) मुँह पर लगाया जानेवाला एक तरह का (पु०) गुलाब जल छिड़कने का झारी के आकार का लंबा उबटन; चमन, ज़ार I (पु०) खिला हआ बाग़-बगीचा
पात्र; ~बारी + हिं० (स्त्री०) गुलाब के फूलों से सजाया II (वि०) 1 खिला हुआ, प्रफुल्ल 2 चहल पहलवाला; गया स्थान तराश (पु०) 1 गुलगीर 2 वह माली जो बाग़ में
गुलाबी-[फा० (वि०) 1 गुलाब संबंधी, गुलाब का 2 गुलाब फूल-पौधों को काट-छांटकर सुंदर एवं व्यवस्थित आकृतियाँ के रंग का 3 गुलाब के फूल की तरह 4 गुलाब से सुगंधित आदि बनाता है 3 पत्थर पर बेल-बूटे आदि बनाने का औज़ार; किया हुआ II (पु०) गुलाब के फूल की तरह का रंग III दस्ता (पु०) 1 फूलों का गुच्छा 2 चुनी हुई वस्तुओं का |
(स्त्री०) 1 शराब पीने की प्याली 2 गुलाब की पंखुड़ियों से संग्रह; ~दान (पु०) गुलदस्ता रखने का पात्र; ~दार I बनी एक मिठाई (वि०) 1 जिसमें फूल लगे हों (जैसे-गुलदार वृक्ष) 2 जिस गुलाम-अ० (पु०) 1 दास, नौकर (जैसे-कुतुबद्दीन ऐबक ने पर फूल पत्तियाँ, बेल-बूटे बने हों II (पु०) 1 ऐसा जानवर गुलामवंश की नींव डाली) 2 ताश का एक पत्ता जिसपर जिसके शरीर पर फूल सा गोल निशान बना हो 2 एक तरह का गुलाम का चित्र बना होता है (जैसे-पान का गुलाम)। कशीदा; दुम (स्त्री०) बुलबुल; नार (पु०) 1 अनार ज़ादा + फ़ा० (पु०) दास की संतान; देश + सं० का फूल 2 एक प्रकार का अनार जिसमें सुंदर फूल होते हैं, (पु०) जो देश स्वतंत्र न हो (जैसे-भारतवर्ष सदियों तक फल नहीं होते 3 अनार के फूल की तरह का गहरा लाल रंग गुलामदेश बना रहा); ~फ़रोश + फ़ा० (पु०); ~माल
फ्राम (वि०) फूलों के समान रंगवाला, अत्यंत सुंदर; (पु०) 1 सस्ती चीजें जो बहुत दिनों तक काम दे सकें 2 कम बदन (वि०) फूल की तरह कोमल एवं रंगवाली दाम में खरीदी गई वस्तु: राष्ट्र + सं० (पु०) = गुलाम अत्यधिक सुंदर; -बूटा + हिं० (पु०) खोदे, छापे, बनाये | देश; ~शाही + फ़ा० (स्त्री०) = गुलामी