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उतारू
झोंपड़ा यात्रियों के टिकने एवं ठहरने आदि का स्थान, विश्रामालय
उतारू - (वि०) आमादा, उद्यत, कटिबद्ध
उतावला - (वि०) 1 उतावली करनेवाला, जल्दबाज़ 2 आवेश में काम करनेवाला; न ( पु० ) 1 जल्दबाज़ी 2 अधीरता उतावली - (स्त्री०) - उतावलापन उत्कंठ - I सं० (वि०) 1 जिसने गर्दन उठाई हो 2 तत्पर, उद्यत
3 उत्कंठायुक्त II (पु० ) इच्छा करना
उत्कंठा - सं० (स्त्री०) 1 तीव्र अभिलाषा 2 बेचैनी 3 उत्सुकता,
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आतुरता
उत्कंठातुर-सं० (वि०) उत्कंठा पूरी करने के लिए आतुर और बेचैन
उत्कंठित-सं० (वि०) 1 उत्कंठा से भरा हुआ 2 अधीर 3 लालायित
उत्कंठिता-सं० (स्त्री०) 1 प्रिय मिलन के लिए बेचैन नायिका 2 संकेत स्थल पर प्रिय को न मिलने से चिंता करनेवाली नायिका
उत्कंप-सं० (पु०) कँपकँपी
उत्कच -सं० (वि०) जिसके बाल खड़े हों
उत्कट -सं० (वि०) 1 तीव्र 2 उग्र 3 प्रबल 4 विकट, विकराल 5 विद्वान् 6 श्रेष्ठ 7 कठिन 8 घमंडी
उत्कर्ष -सं० (पु० ) 1 ऊपर खींचना 2 उन्नति 3 समृद्धि 4 श्रेष्ठता, बड़प्पन
उत्कर्षक-सं० (वि०) उत्कर्ष करनेवाला, उन्नायक उत्कर्षण - सं० (पु० ) 1 ऊपर खींचना 2 गुणों को विकसित
करना
उत्कर्षापकर्ष-सं० (पु०) उत्थान-पतन उत्कल - सं० ( पु० ) 1 बहेलिया 2 भारवाहक 3 वर्तमान उड़ीसा उत्कलन - सं० (पु० ) 1 बंधन से मुक्त होना 2 पुष्पादि का खिलना 3 लहराना
उत्कलिका-सं० (स्त्री०) 1 उत्कंठा 2 फूल की कली 3 लहर उत्कलित-सं० (वि०) 1 खिला हुआ 2 विकसित 3 लहराता
हुआ
उत्कारिका -सं० (स्त्री०) पुलटिस, लेप उत्कासन -सं० (पु०) बेदखल करना 2 खंखारना उत्कीर्ण-सं० (वि०) 1 बिखरा हुआ 2 छिदा हुआ 3 खुदा हुआ। लेख
उत्कीर्णन - सं० (पु०) 1 बिखेरना 2 खोदकर अंकित करना उत्कीर्णित-सं० (वि०) उत्कीर्ण
उत्कीर्तन-सं० (५०) । चिल्लाना 2 प्रशंसा करना
=
उत्कुण-सं० (पु०) 1 खटमल 2
उत्कूज - (पु० ) कुहुक 2 मीठी ३ वाज
उत्कृष्ट सं० (वि०) 1 श्रेष्ठता, उत्तम 2 उन्नत । ता (स्त्री०) श्रेष्ठता
उत्केंद्र - सं० (वि०) 1 केन्द्र से हटा हुआ 2 अनियमित उत्केंद्रक - सं० (वि०) केन्द्र से दूर फेकनेवाला, विकेंद्रक उत्कोच सं० (पु०) 1 रिश्वत, घूस 2 भ्रष्टाचार । ग्राही (पु० ) उत्कोचक; ~प्रियता (स्त्री०) घूस का चस्का उत्कोचक -सं० 1 घूस लेनेवाला 2 घूस देनेवाला 3 भ्रष्टाचारी उत्क्रम, उत्क्रमण-सं० (पु०) 1 ऊपर जाना 2 उन्नति होना ।
=
उत्तर
3 प्रस्थान 4 उल्लंघन 5 उलटा (करना) उत्क्रमणीय-सं० (वि०) 1 उन्नति करने योग्य 2 प्रस्थान योग्य उत्क्रांत-सं० (वि०) 1 बढ़ा हुआ 2 उल्लंघित 3 उल्टा उत्क्रांति-सं० (स्त्री०) 1 उत्क्रमण 2 विपरीतता 3 मृत्यु उत्क्रोश-सं० (५०) शोरगुल, हल्ला गुल्ला उत्क्लेदन -सं० (पु० ) तर होना, गीला होना उत्क्लेश-सं० (पु० ) 1 उत्तेजना 2 बेचैनी 3 अस्वस्थता 4 छाती की जलन
उत्क्षिप्त - सं० (वि०) 1 ऊपर उछाला हुआ 2 ध्वस्त 3 अलग किया हुआ
उत्क्षेप - सं० ( पु० ) 1 उछालना 2 फेंक देना 3 परित्याग 4 कै उत्क्षेपक-सं० (वि०) 1 उछालनेवाला 2 चुरानेवाला उत्क्षेपण-सं० (पु० ) 1 उत्क्षेप 2 वमन 3 चोरी उत्खचन -सं० (५०) उत्कीर्ण करना, खंचाना उत्खनन-सं० (पु०) ज़मीन से खोदकर निकालना, खुदाई उत्खात -सं० (वि०) 1 खोदा हुआ 2 नष्ट किया हुआ 3 उखाड़ने वाला
उत्खाता-सं० (वि०) 1 खोदनेवाला 2 नष्ट करनेवाला 3 उखाड़नेवाला
उत्तंस -सं० (पु० ) मुकुट
उत्तर-सं० (वि०) तट के ऊपर बहनेवाला
=
उत्तप्त - सं० (वि०) 1 अत्यधिक गर्म 2 दुःखी 3 कुपित उत्तम-सं० (वि०) 1 सबसे अच्छा, श्रेष्ठ 2 प्रधान, सबसे बड़ा । -ता (स्त्री०) 1 श्रेष्ठता 2 प्रधानता पुरुष ( पु० ) 1 श्रेष्ठ व्यक्ति 2 (व्या०) वह पद जो प्रथम पुरुष अर्थात् बोलनेवाले का वाचक हो (जैसे-मै, हम); ~वय (पु०) जीवन की अंतिम अवस्था; ~ श्लोक (वि०) यशस्वी, साहस (पु०) कठोर शारीरक दंड
उत्तमतया -सं० (वि०) उत्तम रूप से, भली भाँति, अच्छी तरह उत्तमर्ण-सं० (पु० ) ऋण देनेवाला, महाजन उत्तमांग- सं० (पु०) सिर (सर्वश्रेष्ठ अंग )
उत्तमा - I सं० (वि०) गुणवती, भली, नेक II (स्त्री०) श्रेष्ठ स्त्री उत्तमार्द्ध-सं० (पु०) 1 उत्कृष्ट अधीश 2 उत्तरार्ध उत्तमोत्तम सं० (पु० ) (वि०) अच्छे से अच्छा, सर्वश्रेष्ठ उत्तमौजा-सं० (वि०) उत्तम बल और तेजवाला उत्तरंग - I सं० (पु० ) वह काठ जो चौखट के ऊपर लगाया जाता है II (वि०) 1 लहराता हुआ, तरंगित 2 आनंदमन 3 काँपता हुआ
उत्तर - I सं० (वि०) 1 उत्तर दिशा संबंधी 2 ऊपर वाला 3 पीछे आनेवाला, बाद का 4 अतीत II (पु० ) 1 दक्षिण की उल्टी दिशा 2 जवाब 3 बदला 4 परिणाम, हल III ( क्रि० वि०) 1 पीछे 2 बाद। ~काय (पु०) शरीर का ऊपर का भाग; ~काल (पु०) आनेवाला समय, भविष्यत् काल; ~क्रिया (स्त्री०) अंत्येष्टि; ~द (पु०) बिछौने के ऊपर वाली चादर; जीवन (पु०) बचने के बाद का जीवन; जीवी (पु०) बचकर जीनेवाला प्राणी, तंत्र ( पु० ) 1 किसी वैदिक ग्रंथ का पिछला भाग 2 सुश्रुत का परिशिष्ट भाग; ~तिथित (वि०) जिस पर बाद की तारीख डाली गई; -दाता I (वि०) जवाब देनेवाला II ( पु० ) उत्तरदायी; ~दान (पु० ) पुरखों से प्राप्त संपति; दायक (वि०)
=