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कन्यावस्था
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कफनाना
केवल लड़कियाँ ही शिक्षा ग्रहण करती हैं; रासी (वि०) कपास-(स्त्री०) एक प्रसिद्ध पौधा जिसके फल से रुई निकलती 1 कन्याराशि में उत्पत्र 2 स्त्री स्वभाववाला 3 निकम्मा 4 तुच्छ _है। ~ओटाई (स्त्री०) कपास के फल से रूई निकालने का कन्यावस्था-सं० (स्त्री०) बालिका अवस्था
काम कन्युव-सं० (पु०) कलाई के नीचे का भाग
कपासी-(वि०) कपास के फूल के रंग का कन्वेंशन-अं० (पु०) 1 रूढ़ि, प्रथा 2 सम्मेलन
कपिंजल-I सं० (वि०) पीले रंग का II (पु०) 1 चातक, कन्हाई, कन्हैया-अं० (पु.) 1 कृष्ण 2 सुंदर बालक 3 प्रिय पपीहा 2 तीतर 3 एक मुनि व्यक्ति 4 एक पहाड़ी वृक्ष
कपि-सं० (पु.) बंदर, मर्कट कप-० (पु०) प्याला II सं० (पु०) 1 वरुण 2 दैत्यों की कपित्थ-सं० (पु०) कैथ। जाति
कपिल-I सं० (वि०) 1 भूरा, बादामी 2 भोला-भाला कपट-सं० (पु०) 1 धोखा,छल 2 बनावटी व्यवहार। ~कांड __II (पु०) एक मुनि जिसने राजा सगर के पुत्रों को शाप देकर (पु०) छलकर्म, ठगी; ~जाल (पु०) जालसाज़ी; भस्म कर दिया था
तापस (पु०) 1 पाखंडी साघु 2 ठगनेवाला व्यक्ति; | कपिश-सं० (वि०) भूरे रंग का नाटक (पु०) 1 कपट व्यवहार 2 ठगने का काम; ~पूर्ण कपूत-(पु०) 1 नालायक बेटा 2 कुल का नाम डुबानेवाला (वि०) = कपट; ~प्रबंध (पु०) धोखा देने की योजना; लड़का, कुपुत्र
मेष (पु०) दिखावटी रूप; ~मुद्राकरण (पु०) जाली कपूती-(स्त्री०)कपूतपन, नालायकी मुहर लगाना; ~लीला (स्त्री०) = कपट नाटक; लेख्य कपूर-(पु०) सफ़ेद रंग का ज्वलनशील एक सुगंधित पदार्थ जो (पु०) जाली दस्तावेज़; ~वृत्ति (स्त्री०), ~वेश (पु०) __ वायु में वाष्प बनकर उड़ जाता है। ~खाना विष खाना घोखा देने का भेष; ~शील (वि०) कपटी; ~शीलता | कपूरा-(पु०) बकरे का अंडकोष (सी०) = कपटाचरण
कपूरी-(वि०) कपूर की तरह कपटना-सं० + हिं० (स० क्रि०) धोखे से वस्तु का अंश कपोत-सं० (पु०) 1कबूतर 2 पंडुक। पालिका, निकालना
~पाली (स्त्री०) 1 कबूतरों का दरबा 2 कबूतरों की छतरी; कपटना-हिं० (स० क्रि०) काटकर अलग करना
वृत्ति (स्त्री०) संचय न करने की वृत्ति; व्रत (पु०) कपटमय-सं० (वि०) = कपट
अत्याचार सहन करना कपटाघाती-सं० (पु०) छल से प्रहार करनेवाला कपोती-I सं० (वि०) कपोत के रंग का II (स्त्री०) कबूतरी कपटाचरण-सं० (पु०) ठगबाज़ी
कपोल-सं० (पु०) गाल। ~कल्पना (स्त्री०) मनगढंत कपटी-सं० (वि०) धोखा देनेवाला, छली
बात; कल्पित (वि०) मन से गढ़ी हुई काल्पनिक; राग कपड़-(पु०) कपड़ा का लघु रूप जो समस्त पदों में पूर्व पद के | (पु०) गाल की लाली रूप में लगता है। ~कोट (पु०) खेमा, तंबू; -खसोट कप्तान-अं० (पु०) 1 दल का नायक 2 सेना का एक पद (पु०) कपड़े तक उतार लेनेवाला; ~गंध (स्त्री०) कपड़ा 3 पुलिस सुपरिटेंडेंट जलने की दुर्गंध; छन, छान (पु०) 1 महीन कपड़े से कप्तानी-अं० + हिं० (स्त्री०) कप्तान का पद या कार्य छानना 2 कपड़े से छानी गई वस्तु; द्वार + सं० (पु०) कफ-सं० (पु०) 1 बलगम 2 झाग 3 फेन। ~कारक कपड़ों का भंडार; विदार (पु०) 1 दरज़ी 2 रफूगर | (वि०) कफ पैदा करनेवाला; कूर्चिका (स्त्री०) लार कपड़ा-(पु०) 1 पहनावा 2 ऊन, कपास, रेशम आदि से निर्मित कफ़-1 अं० (पु०) 1 आस्तीन का दुहरा भाग जिसमें काज वस्तु (जैसे-कपड़ा मिल, कपड़े का व्यवसाय । रेशमी कपड़ा. | __ और बटन लगाए जाते हैं 2 खाँसी सूती कपड़ा आदि)। उद्योग - सं० (पु०) कपड़े का कफ़-II अ० हथेली व्यापार; ~कारखाना + फा० (पु०) जहाँ कपड़े बनाने का कफ़-IIIफ़ा० (पु०) झाग, फेन। ~गीर (पु०) झाग काम होता है; मिल + अं० (स्त्री०) = कपड़ा कारखाना; निकालने की कलछी
लत्ता (पु०) कपड़ा आदि; ~उतार लेना 1 सब कुछ कफ़न-अ० (पु०) शव पर का आवरण, शववस्त्र। उधेड़ छीन लेना 2 नंगा कर देना; ~रँगना गेरुआ रूप धारण करना, ___+ हिं० खसोटी + हिं० (वि०) दूसरों का माल विरक्त होना; कपड़ों में न समाना फूले अंग न समाना; हड़पनेवाला 2 लोभी, कंजूस; -खसोटी- + हिं० (स्त्री०) कपड़ों से होना रजस्वला होना ।
1 श्मशान पर डोम को कफन फाड़कर दिया जानेवाला कर कपर्द, कपर्दक-सं० (पु०) कौड़ी (स्त्री० कपर्दिका 2 कंजूसी; चोर हिं० (पु०) अति तुच्छ एवं दुष्ट चोर; कपाट-सं० (पु०) 1 दरवाज़ा. किवाड़ 2 वाल्व। ~वक्ष | दफन (पु०) अंत्येष्टि; -को कौड़ी न रखना कुछ भी (वि०) चौड़ी छातीवाला
बचा न रखना, दरिद्र होना; ~फाड़कर उठना मुर्दे का जी कपार- (पु०) = कपाल
उठना, सहसा ज़ोर से चिल्लाना; --फाड़कर चिल्लाना, कपाल-सं० (पु०) 1 खोपड़ी 2 मस्तक 3 खप्पर। -क्रिया -फाड़कर बोलना अत्यधिक ज़ोर से बोलना; ~मैला न (स्त्री०) 1 शवदाह में मुर्दे की खोपड़ी को बाँस से फोड़ने की होना मृत्यु हुए अधिक दिन न होना; सिर से बाँधना, क्रिया 2 पूर्णतः नष्ट कर देना; ~संधि (स्त्री०) 1 खोपड़ी की -सिर से लपेटना 1 मरने को तैयार रहना 2 जान पर खेलना हड्डियों का जोड़ 2 बराबर अधिकार और शर्तों पर हुई संधि | 3 दुःसाहसी कार्य के लिए प्रस्तुत होना कपालावरण-सं० (पु०) कपाल ढकने का वस्त्र कफनाना-अ० + हिं० (स० क्रि०) शव को कपड़े से ढकना