________________
गढ़ाना
205
गत्यवरोध
गढ़ाना-[ (स० क्रि०) गढ़वाना, बनवाना || (अ० क्रि०) | 3 जो योग्यता की दृष्टि से मान्य हो (जैसे-गण्यमान्य विद्वान्) । खलना, कष्टकर होना
~मान्य (वि०) प्रतिष्ठित गढ़िया-I (पु०) गढ़नेवाला व्यक्ति II (स्त्री०) छोटा गड्ढा गत-सं० (वि०) 1 बीता हुआ (जैसे-गत वर्ष) 2 मृत, गया गढ़ी-(स्त्री०) 1 छोटा गढ़ 2 ऊँचाई पर बनी इमारत हुआ 3पिछला (जैसे-गत सायंकाल) 4 प्राप्त गढ़ेला-(पु०) छोटा गढ़, कोटला
(जैसे-हस्तगत) 5 नष्ट हो चुका, लुप्त हो गया (जैसे-गत गण-सं० (पु०) 1 समूह 2 गिरोह 3 वर्ग, श्रेणी 4 संघ यौवन, गत वैभव) 6 रहित, विहीन (जैसे-गत चेतना) । 5 अनुचर वर्ग 6 दूत (जैसे-शिव के गण) 7 सेवक, नौकर -चेतन (वि०) अचेतन; जीत (वि०) मरा हुआ; 8 छंद शास्त्र में तीन वर्षों का वर्ग 9 आचार्यों एवं आचार्य के ~प्राय (वि०) जो करीब-करीब जा चुका हो; संग शिष्यों का वर्गसमूह। कार (पु०) समूह में बाँटनेवाला; (वि०) उदासीन
तंत्र (पु०) ऐसा राष्ट्र जिसकी सत्ता जनसाधारण में समाहित | गत-(स्त्री०) 1 अवस्था, दशा 2 दुर्दशा। बनाना दुर्दशा हो; तंत्रावादी, तंत्रात्मक, तंत्रीय (वि०) गणतंत्र | करना संबंधी; देवता (पु०) समूहों में बँटे हुए देवता गतका-(पु०) पटा बनेठी खेलने का डंडा (जैस-आदित्य, मरुत्, रूद्र); ~द्रव्य (पु०) वर्ग की गतर-(पु०) 1 अंग 2 पौरुष 3 रक्षा एवं शरण का स्थान सामूहिक संपत्ति; नाथ, ~पति (पु०) 1 गणस्वामी गतांक-सं० (पु०) पिछला अंक 2 गणेश 3 शिवजी; ~पाठ (पु०) व्याकरण के एक ही | गतांत-सं० (वि०) जिसका अंत पास आ गया हो नियम के अंतर्गत आनेवाला पाठ एवं शब्द समूह; पूरक गताक्ष-सं० (वि०) जिसकी आखें न रह गई हों, अंधा (पु०), पूर्ति (स्त्री०) सभा, समिति आदि की बैठक में गतागत-1 सं० (वि०) गया-आय || (पु०) जीवन-मरण निर्धारित मानी जानेवाली अल्पतम उपस्थिति, कोरम; | गतागति-सं० (स्त्री०) 1 आना और जाना 2 मरना और जीना
~भोजन (पु०) बहुत से लोगों को एक साथ बैठाकर कराया गतात्मा-सं० (वि०) मृत व्यक्ति जानेवाला भोजन, सहभोज; ~मुख्य (पु०) गण का प्रधान गतानुगत-सं० (वि०) परंपरा से चला आता हुआ व्यक्ति, मुखिया; --राज्य, राष्ट्र (पु०) = गणतंत्र; गतानुगतिक-सं० (वि०) अंधानुयायी ~संख्या (स्त्री०) गिनती की संख्या
गतायात-सं० (पु०) यातायात गणक-सं० (पु०) 1 गणना करनेवाला व्यक्ति या यंत्र 2 गणित । गतायु-सं० (वि०) 1 जिसकी आयु समाप्त हो चली हो जाननेवाला व्यक्ति
2 अत्यंत वृद्ध गणन-सं० (पु०) 1 गिनना 2 हिसाब करना। -यंत्र (पु०) | गतार-(स्त्री०) जूए से बैल की गरदन बाँधने की रस्सी
गणना करनेवाली मशीन (जैसे-इलेक्ट्रानिक गणनयंत्र) गतार्थ-सं० (वि०) 1 अर्थहीन 2 बेकार 3 निर्धन । गणना-सं० (स्त्री०) 1 गिनना 2 गिनती 3 हिसाब (जैसे-गणना गतावधिक-सं० (वि०) जिसकी अवधि बीत गई हो करना)। पट्ट (पु०). परीक्षा (स्त्री०) हिसाब की गति-सं० (स्त्री०) 1 जाना, गमन 2 चाल, रफ़्तार 3 हरकत परीक्षा; विभाग (पु०) 1 ऐसा विभाग जहाँ गणित की 4 प्रयत्न की सीमा 5 हालत, दशा (जैसे-तुमने कैसी गति बना पढ़ाई हो 2 हिसाब-किताब को नियमित रूप से रखने का रखी है) 6 सद्गति 7 एकमात्र सहारा (तुम ही मेरी ~हो)। विभाग (जैसे-जनगणना विभाग)
~ज (वि०) गति से उत्पन्न हआ (जैसे-गतिज ऊर्जा); गणनातीत-सं० (वि०) अगणित, अनगिनत
पूर्ण (वि०), ~भंग (पु०) लय टूट जाना; ~मत्ता गणनाध्यक्ष-सं० (पु०) 1 गणों का स्वामी 2 गणेश 3 शिव (स्त्री०) गतिमान होना; ~मान् (वि०) गतिशील; गणनीय-सं० (वि०) जो गिना जा सके, गिनने योग्य 2 मान्य रुद्ध (वि०) जिसकी गति में बाधा उत्पन्न हुई हो; ~रोध गणाधिप-सं० (पु०) 1 गणस्वामी 2 सेनानायक 3 गणेश (पु०) कार्य में बाधा उत्पन्न होना (जैसे-गतिरोध मिटाना); 4शिवजी
~वान् (वि०) जिसमें गति हो, चलता हुआ; ~वाहक गणिका-सं० (स्त्री०) वेश्या, रंडी
(वि०) गति प्रदान करनेवाला; -विज्ञान; (१०), विद्या गणित-सं० (पु०) परिमाण और संख्या आदि का नियमपूर्वक (स्त्री०) = गतिकी; विधि (स्त्री०) आचरण-व्यवहार विवेचन करनेवाली विद्या, हिसाब (जैसे-सांख्यिकी गणित, आदि करने का ढंग (जैसे-सामाजिक गतिविधियाँ); ~शास्त्र रेखा गणित)। ~कार, -ज्ञ (वि०) 1 गणित शास्त्री (पु०) = गति विज्ञान; ~शील (वि०) निरंतर चलने, बढ़ने 2 ज्योतिषी; ज्योतिष (पु०) गणित के आधार पर नक्षत्रों, वाला; ~शून्य (वि०) 1 जिसमें गति न हो (जैसे-गति शून्य ग्रहों का अध्ययन; विद्या (स्त्री०), -शास्त्र (पु०) = पदार्थ) 2 रुका हुआ 3 असहाय गणित
गतिक-I सं० (पु०) 1 चलने की क्रिया, चाल 2 मार्ग, रास्ता गणितीय-सं० (वि०) गणित संबंधी (जैसे-गणितीय प्रश्न) 3 आश्रय, सहारा II (वि०) गति संबंधी गणित्र-सं० (पु०) गणना करने की मशीन
गतिकी-सं० (स्त्री०) विभिन्न पदार्थों और पिंडों की गतियों का गणेश-सं० (पु०) एक प्रसिद्ध हिंदू देवता जो विघ्नों के | अध्ययन विनाशक माने जाते हैं, गणपति । चतुर्थी (स्त्री०) भाद्रपक्ष गत्ता-(पु०) एक तरह की मोटी दफ़्ती
और माध पक्ष की कृष्णा चतुर्थी जो व्रत का दिन है; ~भूषण | गत्तालखाता-(पु०) बट्टाखाता (जैसे-रक़म का गत्ताल-खाते (पु०) सिंदूर
में जाना) गण्य-सं० (वि०) 1 गण संबंधी 2 जो गिना जा सकता हो | गत्यवरोध-सं० (पु०) = गतिरोध, गति का रुक जाना