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क़र्ज़ा
ख्वाह फ़ा० (पु०) कर्ज़ देनेवाला; दार (पु० ) कर्ज़ लेनेवाला ऋणी; दारी + फ़ा० (स्त्री०) कर्ज़ की देनदारी पत्र + सं० (पु०) कर्ज़ का अनुबंध-पत्र; 3047-370 (90) = क़र्ज़
कर्ण - सं० (पु० ) 1 कान 2 ज्या० समकोण के सामने की भुजा 3 पतवार । ~ कटु (वि०) कानों को अप्रिय लगनेवाला; ~ कुहर (पु० ) कान का छेद; ~गत (वि०) = कर्ण गोचर; ~गुहा (स्त्री०) कान का भीतरी छेद; गूथ (पु० ) कान का मैल, खूंट, गोचर (वि०) जो सुना जा सके; ग्राह, ~धार (पु० ) 1 पतवार चलानेवाला, मल्लाह 2 सहारा; ~नाद (पु०) कान में सुनाई देनेवाली गूँज; पटह + हिं० (पु०) कान का ढोल, परदा, कर्ण मृदंग परंपरा (स्त्री०) एक कान से दूसरे कान में पहुँचने की परंपरा, सुनी सुनाई बात फैलाना पल्लव (पु०) बाह्यकर्ण, कान का पंखा ; ~पाली (स्त्री०) 1 कान की ललरी 2 बाली; पुटी (स्त्री०) कान का सूराख, कर्ण कोष्ट; ~प्रिय (वि०) कान को अच्छा लगनेवाला; फूल (पु०) कान का एक आभूषण; -भूषण (पु०) कान का गहना मधुर (वि०) = कर्ण प्रिय ~ मूल (पु० ) 1 कान की जड़ 2 कान की जड़ के पास होनेवाली सूजन, मृदंग (पु०) कान की झिल्ली -रोग (पु०) कान में होनेवाला रोग; ~लता (स्त्री०) कान की लौ ; वर्जित बिना कान का विज्ञान (पु० ), ~ वेध (पु०) कान छेदन; स्त्राव (पु० ) कान बहना कर्णातीत-सं० (वि०) जो सुनाई न दे सके कर्णावर्त - सं० (पु०) कान के अंदर का सर्पाकार अंग कर्णिका-सं० (स्त्री०) 1 कान में पहनने वाली 2 बीच की उँगली 3 लेखनी
कर्णी-I सं० (वि०) 1 कानवाला 2 बड़े कानोंवाला II (स्त्री०) फलवाला बाण
कर्णेद्रिय-सं० (स्त्री०) कान की इन्द्रिय
कर्णेजप - सं० ( पु० ) 1 चुगलखोर 2 भेद बतानेवाला कर्तक-सं० (वि०) काटने या कतरनेवाला
कर्तन -सं० (पु० ) 1 काटना 2 कतरना 3 कातना । केश
(पु०) बाल काटना
कर्तनी - सं० (स्त्री०) कतरनी, कैची
कर्तब - (पु० ) 1 करतब 2 कर्तव्य
कर्तरि प्रयोग-सं० (पु०) कर्ता के अनुसार क्रिया का प्रयोग कर्तरी -सं० (स्त्री०) 1 कैंची, कतरनी 2 कटार 3 ताल देने का एक पुराना बाजा
कर्त्तव्य-1 + सं० (वि०) करने योग्य, करणीय II कर्म (जैसे-कर्तव्य पालन, सेवा धर्म मनुष्य का पुनीत कर्त्तव्य है) । ~कार्य (पु० ) करने योग्य काम च्युत (वि०) कर्त्तव्य न करनेवाला ज्ञान (पु० ), ता (स्त्री०) कर्त्तव्य का भाव; दक्षता (स्त्री०) कार्य करने की कुशलता; निष्ठ (वि०) कर्तव्य करने में पक्का; -निष्ठा (स्त्री०) कर्त्तव्यपरायणता;
-परायण (वि०) कर्तव्य के प्रति निष्ठावान्; पालन (पु०), पूर्ति (स्त्री०) कर्तव्य पूरा करना; मूढ़ (वि०) जो कर्तव्य का निश्चय न कर सके विमुख (वि०) कर्तव्य पालन न करनेवाला; ~ विभू (वि०) = कर्तव्यमृढ़:
~ झील (वि०) = कर्त्तव्यपरायण हीन (वि०) = कर्तव्य निभख
कर्म
कर्त्ता सं० (वि०) करनेवाला, रचनेवाला (जैसे- सृष्टि कर्त्ता, यज्ञकर्ता) | ~ कारक (पु०) व्या० क्रिया करनेवाला रूप; ~धर्ता (पु० ) सब कुछ करने-धुरनेवाला; -प्रधान (fao) = कर्तृप्रधान; ~ वाच्य (पु०) व्या० क्रिया का वह रूप जिसमें कर्त्ता की प्रधानता हो कर्त्तार - (पु० ) 1 कर्ता 2 करतार कर्त्तितसं० (वि०) काटा या कतरा हुआ कर्तृ-सं० (पु०/वि०) करनेवाला ।
-कारक (पु०),
~ प्रधान (वि०) व्या० जिसमें कर्ता की प्रधानता हो; -वाचक (वि०) व्या० कर्ता का बोध करानेवाला (शब्द); ~वाची (वि०) व्या० जिससे कर्ता का बोध हो; ~वाच्य (पु०) क्रिया जो कर्ता से संबंधित हो; ~ वाच्य क्रिया (स्त्री०) कर्ता से संबंधित क्रिया कर्त्तक सं० (वि०) बनाया हुआ
कर्तृत्व-सं० (पु० ) 1 कर्ता होने की अवस्था 2 कर्ता का धर्म 3 क्रिया, कार्य।
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कर्द-सं० (पु०) कीचड़
कर्दम-सं० (पु० ) 1 कीचड़ 2 मांस 3 पाप कर्दमित सं० (वि०) कीचड़वाला, गँदला कर्नल -अं० (पु० ) सेना का एक अधिकारी कर्पट-सं० (पु०) मैला कपड़ा, चीथड़ा कर्पटी -सं० (वि०) चीथड़ोंवाला
कर्पर-सं० ( पु० ) 1 कपाल, खोपड़ी 2 खप्पर 3 कछुए की खोपड़ी
कर्पास सं० (पुं०) कपास
कर्पूर - सं० (पुं०) कपूर। ~वर्तिका (स्त्री०) कपूर की बत्ती कर्पर-सं० (पु०) आईना, शीशा
कर्फ्यू - अं० ( पु० ) 1 घरबंदी 2 निषेधाज्ञा । ~आर्डर (पु० ) घरबंदी का आदेश
कर्बुदार - सं० (पु०) 1 लिसोड़ा 2 सफ़ेद कचनार 3 आबनूस का पेड़
कर्बुर - I सं० (वि०) चितकबरा, रंग-बिरंगा II ( पु० ) 1 सोना 2 धतूरा 3 पाप
कर्म -सं० ( पु० ) 1 काम, क्रिया (जैसे-दैनिक कर्म) 2 आचरण (जैसे- उनका कर्म अच्छा नहीं है) 3 व्या० कर्म कारक । ~कर (पु०) 1 काम करनेवाला 2 मज़दूर, श्रमिक 3 सेवकों की जाति; ~कांड (पु० ) 1 पूजा, यज्ञ आदि से संबंधित धार्मिक कर्म 2 ऐसा शास्त्र जिसमें धार्मिक कर्मों के सम्पादन की विधियाँ लिखी हों; ~ कांडवाद (पु० ) कर्मकांड के द्वारा आध्यात्मिक लक्ष्य की प्राप्ति में विश्वास कांडी (पु० ) 1 कर्मकांड का पंडित 2 पूजा, यज्ञ आदि करानेवाला, पुरोहित; -कार ( पु० ) 1 मज़दूर 2 कारीगर; कारक (पु०) व्या० कारक का एक भेद; ~ कुशल (वि०) काम करने में समर्थ: ~ कौशल (पु० ) कार्य कुशलता ~क्षम (वि०) कर्म-कुशल; ~ क्षमता (स्त्री०) कर्मकौशल; ~ क्षय (पु०) कर्म का अंत; क्षेत्र (पु० ) कर्मभूमि, कार्यक्षेत्र; ~ गुण (पु० ) 1 कार्य करने की योग्यता 2 कर्म सामर्थ्य; ~गृहीत (वि०) जो ग़लत काम करता हुआ पकड़ा गया; चारी (पु० ) (वेतन पर) काम करनेवाला, नौकर; चारीगण कर्मचारियोंका समूह; चारीवृंद (पु० )
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