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खुजलाना
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खुरमा
व
खुजलाना-(अ० क्रि०) खुजली होना (जैसे-खोपड़ी | (पु०) खुदा और भगवान् (जैसे-खुदा परमेश्वर सबकी खुजलाना)
सौगंध/कसम खाना); परस्त (वि०) ईश्वर को खुजलाहट, खुजली-(स्त्री०) 1सुरसुरी (जैसे-खुजली पूजनेवाला, भक्त; ~वंद (पु०) 1 ईश्वर 2 मालिक, स्वामी उठना) 2 एक प्रकार का संक्रामक रोग, खाज
खुदाई-(स्त्री०) खोदने का काम, अस्मिता खुजवाना-(स० क्रि०) खोज कराना, खोजवाना
खुदी-फा० (स्त्री०) 1 आपा अहंता 2 गर्व, अहंकार, शेखी खुजाई-(स्त्री०) खोजने का भाव
खददी-(स्त्री०) किनकी (जैसे-चावल की खुद्दी) खुजाना-(अ० क्रि०/स० क्रि०) = खुजलाना
खुनकी-फ़ा० (स्त्री०) ठंड, सरदी खझरा-(पु०) 1 ज़मीन पर फैलनेवाली पेड़ों की जड़ें 2 गुथे | | खुनखुना-(पु०) झुनझुना नाम का खिलौना हुए तंतु
खुनस-(स्त्री०) रोष, क्रोध खुटकना-(स० क्रि०) दाँतों से नोचना, तोड़ना
खुनसाना-(अ० क्रि०) 1क्रोध में कहना 2 बिगड़ना खटका-(पु०) बो० = खटका
खुनसी-(वि०) क्रोधी, गुस्सावर खुटचाल-(स्त्री०) बुरा चाल-चलन, दुराचार
खुफ़िया-I अ० (वि०) छिपा हुआ, गुप्त II (क्रि० वि०) खुटना-(अ० क्रि०) बो० 1 समाप्त होना 2 घटना 3 टूटकर गुप्त रूप से, छिपकर (जैसे-खुफिया जाँच-पड़ताल करना) अलग होना
III (पु०) गुप्तचर, भेदिया। खाना + फ़ा० (पु०) खुटपन, खुटाई-(स्त्री०) = खोटाई, दुष्टता
चकलाघर खटिला-(पु०) कान में पहने जानेवाला एक आभूषण, खुभना-(अ० क्रि०) गड़ना, चुभना करनफूल
खुभी-(स्त्री०) कान में पहनने का फूल, कील, लौंग खुट्ठी-(स्त्री०) खुरंड (जैसे-घाव पर खुट्ठी पड़ना) खुम-फा० (पु०) 1 मटका, घड़ा खुडुआ-(पु०) = खोई
खाना (पु०) शराबख़ाना, मदिरालय खड्डी-(स्त्री०) 1 पायदान (जैसे-पाखाने की खड्डी) खुमार-अ० (पु०) नशा, मद। -तोड़ना नशा दूर करना 2 पाखाने का चूल्हा
खुमारी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) सुस्ती, आलसपन खुतबा-अ० (पु०) 1 तारीफ़, प्रशंसा 2 व्याख्यान 3 भाषण खुमी-(स्त्री०) | ऐसी वनस्पतियाँ जिसमें फूल एवं पत्ते बिल्कुल (जैसे-किसी के नाम का खुतबा पढ़ना)
नहीं रहते (जैसे-कुकुरमुत्ता, गुच्छी आदि) II 1 दाँत में जड़ी खुद-फा० स्वयं, आप। इख्तियार । अ० (वि०) - हई सोने की कील 2 कानों में पहना जानेवाला एक प्रकार का खुदमुख्तार; कार (वि०) अपनो: ~काश्त I (वि०) गहना खद जोती-बोई हई II (स्त्री०) ऐसी ज़मीन जिसे ज़मींदार खुद खुरंड-(पु०) घाव के ऊपर की पपड़ी जोते; कुशी (स्त्री०) आत्महत्याः ग़र्ज + अ० (वि०) | खुर-सं० (पु०) 1 सुम, नख 2 चारपाई के पाये का निचला स्वार्थी, मतलबी; ~ग़ज़ी + अ० (स्त्री०) स्वार्थपरता, | हिस्सा 3 नख नामक गंध द्रव्य 4 नाल। ~बंदी + फ़ा० मतलबपरस्ती; दार (वि०) स्वाभिमानी; ~नुमा (वि०) (स्त्री०) नालबंदी आत्म प्रशंसक; नुमाई (स्त्री०) आत्मप्रशंसा की नुमाईश; । खुर, खुर-खुर-(स्त्री०) बलगम आदि फँसने से होनेवाला
परस्त (वि०) 1 घमंडी 2 स्वार्थी; ~पसंद (वि०) घर-घर शब्द 1 हठी, जिद्दी 2 घमंडी, -ब-खद (क्रि० वि०) आप से खुरखुरा-(वि०) खुरदरा आप, स्वतः (जैसे-ऐसा खुद-ब-खुद हो गया); -बीं खुरखुराना-(अ० क्रि०) | खरखर शब्द होना (जैसे-गला (वि०) रूप एवं गुण का घमंड करनेवाला, घमंडी, खुट्परस्त: खुरखुराना) || ऊबड़-खाबड़ लगना ~मतलब + अ० (वि०) = खुदग़रज़; ~मतलबी + अ० खुरखराहट स्त्री०) - स्तुर-खुर • फा० (स्त्री०) -- खुदग़रज़ी; ~~मुख्तार + अ० (वि०) खरचन-(स्त्री०) 1 खरचकर निकाली गई वस्तु 2 खुरचने की जिसपर किसी का नियंत्रण न हो, स्वतंत्र; मुख्तारी + अ० क्रिया 3 खुरचकर निकाली गई मलाई • फा० (स्त्री०) स्वतंत्रता; रंग (वि०) अपने असली रंग खरचना-(स० क्रि०) जमी चॉज़ को छीलकर अलग करना का; राई, अ० + फ़ा० (स्त्री०) स्वेच्छाचारिता: राय (जैसे-कड़ाही में से मलाई खुरचना) + अ० (वि०) स्वेच्छाचारी
खुरचनी-(स्त्री०) खुरचने का आला, खुरचने का उपकरण खुदरा-(वि०) 1 फुटकर (जैसे-खुदरा पैसा, खुदरा सौदा) खुरचाल-(स्त्री०) दुष्टता 2 खरखुरा
खुरजी-फा० (स्त्री०) पशुओं की पीठ पर सामान रखने का खुदरा-फा० (पु०) 1 छोटी और साधारणं वस्त्, फुटकर वस्तु बड़ा थैला 2 छोटे-छोटे अंश 3 फुटकर वस्तु [विलोमः थोक दाम खुरदरा-(वि०) जो चिकनी सतह का न हो. रुक्ष, दानेदार + हिं० (पु०) फुटकर कीमत; ~फ़रोश (पु०) खुदरा चीजें (जैसे-खुरदरा कपड़ा, खुरदरा पत्थर) बेचनेवाला; बिक्री • हिं० (स्त्री०) फुटकर बिक्री, , खुरदा-फा० (पु०) - खुदरा थोड़ा-थोड़ा करके बेचना
खुरदुरा-(वि०) रुक्ष, दानेदार खदवाना-(स० क्रि०) खोदने का काम किसी अन्य से करवाना खुरपा (पु०). खुरपी-(स्त्री०) घास काटने एवं बाँस आदि खुदा-फा० (पु०) परमात्मा, परमेश्वर; ~ई (स्त्री०) | छीलने का एक औज़ार 1 ईश्वरता 2 ईश्वर की महिमा 3 दुनियाः परमेश्वर + सं० | खुरमा-फा० (पु०) 1 एक प्रकार का मीठा पकवान 2 छुहारा