________________
ओढ़ना
132
ओहो
टुकड़ा
ओढ़ना-[सं० (वि०) 1 कपड़े से बदन ढकना 2 धारण करना ओलमना-(अ० क्रि०) 1 लटकना 2 झुकना ।। (पु०) तन ढकने के लिए उपयोग में लाया जानेवाला ओला-I (पु०) शीतकालीन वर्षा में गिरनेवाले बर्फ़ के छोटे वस्तर। -उतारना अपमानित करना; ~ओढ़ाना विधवा स्त्री टुकड़े II 1 ओट 2 परदा 3 रहस्य की बात। वर्षा, के साथ विवाह करना
वृष्टि +सं० ओले पड़ना; सिर मुडांते ही ओले पड़े-कार्य ओढ़ना-बिछोना-(पु०) हर समय काम में लगा रहना आरंभ करते ही संकट आ पड़ना ओढ़नी-(स्त्री०) दुपट्टा। -बदलना सहेली, सखी बनाना ओलिंपियड-अं० (पु०) ओलंपिक खेल समारोह ओढ़ाना-(स० क्रि०) 1 कपड़े से ढकना 2 कपड़े से लपेटना ओलियाना-(स० क्रि०) 1 गोद में भरना 2 घुसाना 3 ढेर ओढ़ौनी-(स्त्री०) = ओढ़नी
लगाना 4 उँडेलना ओत-I सं० (पु०) ताने का सूत II (वि०) तारों एवं सूतों | ओली-(स्त्री०) 1 गोद 2 झोली 3 आँचल। ~ओड़ना
आदि से बुना हुआ, गुंथा हुआ। -प्रोत (वि०) 1 परस्पर | 1 आँचल फैलाना 2 दीनतापूर्वक माँगना गूंथा हुआ 2 पूर्णतः मिश्रित 3 खूब भरा हुआ | ओलौना-(पु०) उदाहरण, मिसाल ओत-I (स्त्री०) 1 आराम, चैन 2 लाभ 3 अभाव 4 कमी, ओवरकोट-अं० (पु०) बड़ा कोट न्यूनता ~कसर +अ० (स्त्री०) कोर-कसर
ओवरटाइम-अं० (वि०, पु०) समयोपरि, अतिकाल ओदन-सं० (पु०) भात
ओवरड्राफ्ट-अं० (पु०) जमा से अधिक पैसे निकालने का ओदरना-(अ० क्रि०) 1 फटना 2 नष्ट होना
आदेश-पत्र ओदा-(वि.) 1 गीला 2 नम
ओवरसियर-अं० (पु०) सर्वेक्षक .. ओदारना-(स० क्रि०) 1 फाड़ना 2 नष्ट करना
ओवरहाल-अं० (पु०) पूरी मरम्मत और सफ़ाई ओना-(पु०) पानी निकलने का रास्ता
ओषधि, ओषधी-सं० (स्त्री०) 1 दवा 2 दवा के काम में ओनामासी-(स्त्री०) 1अक्षरारंभ 2 आरभ, शुरू
आनेवाली जड़ी-बूटी ओप-(स्त्री०) 1 आभा, चमक 2 मुख की सुंदरता
ओष्ठ-सं० (पु०) =ओंठ। पठन (पु०) ओंठ से पढ़ना ओपना-I(स० क्रि०) चमकाना II (अ० क्रि०) चमकना | ओष्ठ्य-सं० (वि०) 1 ओंठ से संबद्ध 2 जिसके उच्चारण में ओपनी-(स्त्री०) (कटार आदि को) चमकाने वाला पत्थर का __ ओंठों का प्रयोग हो (जैसे प, फ, ब आदि)
ओष्ण-सं० (वि०) कुनकुना, गुननुना ओ० पी० डी०-अं० (पु०) बहिरंग रोगी विभाग ओस-(स्त्री०) वाष्प का रूप जो जल बिंदु में बदल जाएं ओपरेटर-अं० (पु०) प्रचालक
(जैसे-फूलों पर पड़ी ओस)। का मोती क्षणिक अस्तित्व ओपेरा-अं० (पु०) संगीत नाटक
की वस्तु एवं बात ओफ़-फा० (अ०) हाय!, आह!
ओसर-(स्त्री०) गर्भ धारण करने योग्य भैंस ओबरी-(स्त्रो०) छोटा कमरा
ओसरा, (पु०) ओसरी-(स्त्री०) 1 पारी, बारी 2 समय, ओभा-(स्त्री०) कांति, शोभा
वक्त 3 अवसर, मौका ओम-(पु०) भारतीय आर्यों का मंत्रोच्चारण से आरंभ एवं अंत | ओसाई-(स्त्री०) 1 ओसने की क्रिया 2 ओसाने की मजदूरी में प्रयुक्त होनेवाला शब्द, ओंकार, ऊं
(जैसे-अनाज की ओसाई दस रुपया हुई)। कल (स्त्री०) ओरंगोटंग-अं० (पु०) वनमानुष
ओसाई करने की मशीन ओर-I (स्त्री०) तरफ, पक्ष, दिशा (जैसे-मेरी ओर, पश्चिम की ओसाना-(स० क्रि०) भूसा मिश्रित दाने को कुछ ऊँचाई से
ओर) II (पु०) 1 छोर, सिरा 2 अंत। -छोर (पु०) ___ हवा में गिराकर अलग करना किनारे से अंत तक निबाहना निभाना अंत तक साथ ओसार, ओसारा-I (पु०) दालान, बरामदा II (वि०) चौड़ा - देना
ओह-(अं०) दुःख, कष्ट, पश्चाताप, आश्चर्य सूचक अव्यय ओरमना-(अ० क्रि०) - झुकना, लटकना, झूलना
(जैसे-ओह! इतना भयंकर दृश्य आदि) ओरमा-(स्त्री०) सिलाई की एक विधि
ओहदा-अ० (पु०) पद, स्थान। -परस्त +फ्रा० (पु०) ओराना-(अ० क्रि०)समाप्त होना, चुक जाना
पदलोलुप; ~परस्ती +फा० (स्त्री०) पदलोलुपता ओरी-(स्त्री०) = ओलती।
ओहदेदार-अ० +फा० (पु०) पदाधिकारी ओलंदेज़-(पु०) हालैण्ड देश का निवासी
ओहरना-(अ० क्रि०) घटना, कमी होना ओलंदेज़ी-I (वि०) हालैण्ड देश से सबंधित II (स्त्री०) | ओहा-(पु०) माय का थन हालैण्ड देश की भाषा
ओहार-(पु०) पालकी आदि पर डाला जानेवाला कपड़ा ओल-I (पु०) 1सूरन 2 आड़ 3 शरण 4 ज़मानत 5 बहाना। ओहो-अ० हर्ष, आश्चयसूचक शब्द II (वि.) 1गीला 2 नम ओलती-(स्त्री०) छप्पर की तरह ढलान एवं छोर जहाँ से पानी गिरता है, ओरी ओलना-I (स० क्रि०) 1 आड़ करना 2 आड़ बनाकर आघात रोकना 3 सहना 4 उत्तरदायित्व निभाना II (स० क्रि०) मोटा