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कटूरना
कटरना-(अ० क्रि०) उपेक्षा एवं क्रोध से देखना कटैया-1 (पु० ) काटनेवाला (जैसे धान कटैया ) II (स्त्री०) भटकैया कटोर-सं० (पु०)
=
कटोरा । दान + फ्रा० (पु० ) कटोरे
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का ढक्कन
+
कटोरा - सं० हिं० (५०) चौड़े पेंदे का बड़ा पात्र फटोरी-(स्त्री०) 1 छोटा कटोरा 2 कटोरी के शक्ल की कोई
वस्तु
कटौती- (स्त्री०) 1 काटना (जैसे- रकम कटौती की गई ) 2 काटा हुआ धन आदि कट्टर - (वि.)
1 काट खानेवाला 2 अनुदार विचारवाला (जैसे-कट्टर व्यक्ति) 3 अपने मत का कठोरता से पालन करनेवाला, हठधर्मी । ता सं० (स्त्री०) हठधर्मिता: पंथी (वि०) हठधर्मी, अंधविश्वासी; पन (पु० ) = कट्टरता, अंधविश्वास
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कट्टा - 1 (वि०) 1 मोटा ताजा, हट्टा-कट्टा 2 बलवान ll (पु० ) जबड़ा
कट्ठा - (पु० ) 1 ज़मीन की एक नाप 2 पाँच सेर का अनाजवाला काठ का बर्तन 3 तौल में पाँच सेर का मान कटंगर - (वि०) 1 काठ के अंगोंवाला 2 मोटा-ताजा कठ - I ( पु० ) 1 काठ, लकड़ी 2 काठ का एक बाजा li (वि०) कठोर, हृदयहीन
कठ- (वि०) 'काठ' का ( संक्षिप्त रूप), काठ से संबंध रखनेवाला, काठ की तरह आदि। कीली (स्त्री०) 1 काठ की बनी कील, खुंटी 2 पच्चर; ~कोला (पु० ) कठफोड़ पक्षी खुदाई (स्त्री०) जंगल की कटाई; गुलाब फा० (५०) जंगली गुलाब, घरा (पु० ) = कटघरा; --ताल (पु० ), पंडित सं० (पु० ), पुतली (स्त्री०) 1 डोरे से बाँधकर नचाई जानेवाली काठ की पुतली 2 दूसरों के इशारों पर काम करनेवाला: पुतली राज्य + सं० ( पु० ) वह राज्य जो अन्य शक्ति द्वारा प्रेरित हो; पुतली सम्राट सं० (पु०) ऐसा राजा जो दूसरों के हाथ की कठपुतली हो; फोड़ा (पु०) खाकी रंग की एक चिड़िया; बंधन + सं० (पु०) 1 काठ की बेड़ी, अर्गला; खनिया (पु० ) लोभी बनिया, खाप (पु०) सौतेला बाप; वैद (पु० ) कठवैद्य, नीम हकीम मलिया 1 (पु० ) पाखंडी साधु, दिखावटी साधु II (वि०) जो काठ की माला पहने हो; ~ मस्त मस्ता फ़ा० (वि०) 1 निश्चिंत, बेफ़िक्र 2 व्यभिचारी; मस्ती + फ़ा० (स्त्री०) निश्चिंतता, बेफ़िक्री; ~मुल्ला + तु० (पु० ) अनपढ़ और नकली गुरु, मूर्ख मौलवी, कट्टरपंथी मुल्लापन + तु० + हिं० (पु० ) कट्टरता, दुराग्रह; वैद्य + सं० (पु.) अनाड़ी चिकित्सक, हँसी (स्त्री०) बनावटी हँसी हुज्जत + अ० (स्त्री०) बेकार की नुक्ताचीनी
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कठड़ा - (पु० ) = कटघरा कठारी- (स्त्री०) 1 काठ का बर्तन 2 कमंडल कठिन -सं० (वि०) 1 मुश्किल, जटिल (जैसे कठिन काम ) 2 टेढ़ा (जैसे यह एक कठिन समस्या है ) । ~ता (स्त्री०) 1 कड़ाई 2 अड़चन, बाधा
कठिनिका, कठिनी-सं० (स्त्री०) सब से छोटी उँगली
कड़ाई
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हिं० (स्त्री०) कठिनता (जैसे- नदी पार
कठिनाई सं० करने के लिए कठिनाई का सामना करना पड़ेगा ) कठिया - (वि०) कड़े छिलकेवाला कठियाना - (अ० क्रि०) सूखकर कड़ा होना
कठुआना - (अ० क्रि०) 1 सूखकर कठोर होना (जैसे- ठंड से हाथ पैर कठुआना) 2 सूखकर लकड़ी होना, कमजोर एवं क्षीण होना
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कठूमर - (पु० ) जंगली गूलर
कठेठ - (वि०) कठोर, सख्त 2 कठोर अंगोंवाला, बलवान् कठैला - (पु०) कठौता
कठोदर - हिं०
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सं० ( पु० ) पेट का एक रोग कठोर -सं० (वि०) 1 कड़ा 2 निष्ठुर, बेरहम (जैसे- वह बहुत ही कठोर है)। ता (स्त्री०), पन हिं० (पु० )
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1 कड़ापन 2 निर्दयता
कठौता - (पु०) काठ का बना चौड़े मुँह का बर्तन (स्त्री० कठौती)
कड़क - (स्त्री०) 1 कड़ी और भयंकर आवाज़ 2 रुक-रुककर होनेवाली पीड़ा, कसक 3 तड़ित की चमक के बाद होनेवाली ध्वनि (जैसे- बिजली कड़कना) 4 घोड़े की सरपट चाल । दार + फ़ा० (वि०) कड़ाकेवाला; ~नाल (स्त्री०) चोड़े मुँह की तोप; बाँका (पु०) छैला - बिजली (स्त्री०) 1 कान का आभूषण 2 आतिशबाज़ी कड़कड़ - (पु० ) वस्तुओं के टूटने से उत्पन्न होनेवाली ध्वनि कड़कड़ाना-I (अ० क्रि०) कड़कड़ की ध्वनि करना II (स० क्रि०) अत्यधिक गर्म करना
कड़कड़ाहट - (स्त्री०) कड़-कड़ होने की क्रिया कड़कना - (अ० क्रि०) 1 वस्तु का चिटकना 2 गरजना 3 क्रोध में जोर से बोलना। कड़कती दोपहरी अत्यधिक गरमी, चिलचिलाती धूप
कड़का - (पु०) कड़ाके की आवाज़ कड़खा - ( पु० )
विजयगान
कड़खैत- (पु० ) कड़खा गानेवाला, चारण
कड़छा - (पु० ) = कलछा कड़बड़ा-I (वि०) चितकबरा II ( पु० ) ऐसा मनुष्य जिसकी दाढ़ी के बाल पक रहे हों
कड़वा - (वि०) 1 कसैला 2 कटु 3 अप्रिय वचन नहीं बोलना चाहता) 4 चिड़चिड़ा स्वभाव का व्यक्ति है) । ~ कसैला (वि०) 1 कटु 2 अप्रिय; कड़वे कसैले दिन बुरे दिन, पन (पु० ), कड़वाहट (स्त्री०) कटुता कड़ा - I (वि०) 1 सख़्त, कठोर 2 जो नरम एवं लचीला न हो (जैसे-यह तार बहुत कड़ा है) 3 दृढचित्त (जैसे वह बहुत कड़ा मिज़ाजवाला व्यक्ति है) 4 जो पका न हो (जैसे-फल अभी कड़ा है) 5 जो अप्रिय एवं असह्य हो (जैसे- कड़ा जाड़ा, कड़ी गर्मी आदि ) 6 जिसमें कठोरता एवं सतर्कता हो (जैसे- कड़ी निगाह ) 7 तगड़ा (जैसे वह कड़े शरीर का व्यक्ति है) 8 जिसमें क्रोध एवं तिरस्कार की सूचना मिले (जैसे- कड़ी बात, कड़ा जवाब आदि) II (पु० ) वृत्ताकार गहना, बलय (जैसे-पैर का कड़ा) कड़ाई - ( स्त्री०) 1 कड़ापन 2 कटु व्यवहार
(जैसे- मैं कड़वा (जैसे- वह कड़वे