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उनतालीस
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उपकल्पन
हुआ
मतालीस-I (वि०) एक कम चालीस II(पु०) 39 की । उन्मादी-सं० (वि०) = उन्मत्त संख्या
उन्मान-सं० (पु०) 1 नापना 2 नाप-तौल 3 मूल्य मतीस-I(वि०) बीस और नौ II (पु०) 29 की संख्या उन्मार्ग-सं० (पु०) कुमार्ग अमुन (वि०) चुप, शांत, खामोश, मौन
उन्मार्गी-सं० (वि०) कुमार्गगामी, पथभ्रष्ट अवान -अ० 1 शीर्षक 2 प्रस्तावना
उन्मार्जन-सं० (पु०) 1मलना 2 मिटाना उनसठ-I (वि०) पचास और नौ II (पु०) •59 की संख्या झमार्जित-सं० (वि०) चमकाया हुआ महत्तर-I (वि०)साठ और नौ II (पु०) 69 की संख्या | उन्मित-सं० (वि०) 1 नापा हुआ 2 तौला हुआ मींदा (वि०) नींद से भरा हुआ, निंद्राल, ऊघता हुआ उन्धिष-I सं० (वि०) 1 खुला हुआ 2 खिला हुआ II (पु०) उन्नत-सं० (वि०) 1 उठा हुआ 2 आगे बढ़ा हुआ 3 श्रेष्ठ | आँख खोलना उन्नतांश-सं० (पु०) तुलनात्मक ऊँचाई
उन्मीलन-सं० (पु०) 1 खुलना (आँख का) 2 खिलना 3 स्पष्ट उन्नति-सं० स्त्री 1ऊंचाई 2 बढ़ती 3 प्रगति 4 तरक्की। | होना ~शील (वि०) = आगे बढ़ने वाला
उन्मीलित-I सं० (वि०) 1 खुला हुआ 2 खिला हुआ उन्नतोदर-I सं० (पु०) वृत खंड आदि का ऊपर उठा हुआ II (पु०) (अलंकार) समान गुण-धर्म होने पर भी अंतर का
भाग, अंश, तल II (वि०) जिसका उदर उठा हुआ हो उल्लेख उन्नद्ध-सं० (वि०) 1कसकर बाँधा हुआ 2 बढ़ाया हुआ उन्मुक्त-सं० (वि०) आज़ाद; हस्त (वि०) खुले हाथ; 3 अभिमानी और उद्धत
नदय (वि०) खुले दिल से उन्नमित-सं० (वि०) 1 उन्नत किया हुआ 2 बढ़ाया हुआ उन्मुक्ति-सं० (स्त्री०) छुटकारा, मुक्ति उन्नयन-I सं० (वि०) जिसकी आँखें ऊपर उठी हुई हों उन्मुख-सं० (वि०) 1 जिसका मुख उस ओर हो 2 उत्सुक II (पु०) 1 उठाना 2 उत्रत करना 3 सुधार
3 तैयार उन्नाद-सं० (पु०) 1 शोर-गुल, हो-हल्ला 2 गुंजन, कलरव उन्पुखर-सं० (वि०) 1 बहुत बोलनेवाला 2 शोर मचानेवाला उन्नाव-अ० (पु०) सुखाया हुआ बेर की तरह का एक फल उन्मुग्ध-सं० (वि०) अत्यन्त आसक्त उन्नाबी -अ० (वि०) उन्नाब के दाने की रंगत का उन्मुद्र-सं० (वि०) 1 बिना मुहर का 2 खिला हुआ 3 खुला उन्नाय-सं० (पु०) = उन्नयन उन्नायक-सं० (वि०) 1 उन्नत करनेवाला 2 ऊपर उठनेवाला उन्मूल-सं० (वि०) = उन्मूलित उन्नायन-सं० (पु०) = उन्नयन
उन्मूलक-सं० (वि०) जड़ से उखाड़ फेंकने वाला उन्नासी-1 (वि०) सत्तर और नौ II (पु०) 79 की संख्या उन्मूलन-सं० (पु०) जड़ से उखाड़ देना ~कारी (वि०) = उन्निद्र-सं० (वि०) 1 जिसे नींद न आती हो 2 पूर्णतः विकसित; | उन्मूलक ~ता (स्त्री०) नींद न आना
उन्मूलित-सं० (वि०) 1 जड़ से उखाड़ा हुआ 2 अस्तित्व उन्नीत-सं० (वि०) 1ऊपर पहुंचाया हुआ 2 ऊपर की कक्षा में | समाप्त किया हुआ पहुंचाया हुआ
उन्भेष-सं० (पु०) 1 (आँख का खुलना) 2 प्रकट होना उन्नीस-I (वि०) दस और नौ |(पु०) 19 की संख्या । 3खिलना 4 हल्का प्रकाश
~बीस होना । कम बेश होना, कुछ घट बढ़कर होना उन्मोचन-सं० (पु०) 1 बंधन या अपराध से मुक्त करना 2 भला बुरा होना
2 कष्ट, संकट आदि से छुड़ाना उन्मत्त-I सं० (वि०) 1 नशे में चूर, मतवाला 2 पागल | उन्हें (सर्व) 'उस' का बहुबचन रूप 3 सनकी ता (स्त्री०) पागलपन
उप-सं० (उपसर्ग) उस ओर, अनुरूप, पास का, छोटा, डिपटी, उन्मत्तक-सं० (वि०) = उन्मत्त
(जैसे -उपक्रम, उपचर्म, उपग्रह ~कुलपति (पु०) वाइस उन्मथन-सं० (पु०) 1हिलाना 2 क्षुब्ध करना 3 फेंकना चासंलर चुनाव + हिं० (पु०) आम चुनाव के अतिरिक्त 4विलोड़ना
होने वाले चुनाव उन्मथित-सं० (वि.) 1 विलोड़ित 2 क्षुब्ध 3 मिलाया हुआ उपकंठ-I सं० (क्रि० वि०) निकट, समीप II (पु०) सामीप्य उनपद-सं (वि०) = 1 उन्मत्त 2 उन्माद
उपकथा-सं० (स्त्री०) छोटी कहानी उन्मदिष्णु-सं० (वि०) 1 पागल 2 मतवाला 3 मदस्राव करता उपकनिष्ठिका-सं० (स्त्री०) कानी उंगली के पास की उंगली हुआ (हाथी)
उपकर-सं० (पु०) साथ का हलका कर उन्धन-सं० (वि०) 1 उद्विग्न 2 उदास 3 अन्यमनस्क उपकरण-सं० (पु०) 1 यंत्र 2 अंग-उपांग 3 साधन 4 औज़ार उन्मनस्क-सं० (वि०) 1व्यग्र 2 उत्कंठित 3 शोकान्वित उपकर्णिका-सं० (स्त्री०) अफ़वाह, जनश्रुति उन्मर्दन-सं० (पु०) 1मलना, रगड़ना 2 मलने का एक उपकर्ता-सं० (पु०/वि०) उपकार, भलाई करनेवाला सुगंधित द्रव्य
उपकर्षण-सं० (पु०) खींचकर पास ले आना उन्मस्तिस्क-सं० (पु०) ऊपर का दिमारा
उपकला-सं० (स्त्री०) 1 झिल्ली 2 शरीर के भीतर किसी अंग उन्माद-सं० (पु०) 1 पागल पन, सनक 2 चित्तविभ्रम को ढकने का ऊतक उन्मादक-सं० (वि०) उन्मत्त करनेवाला, नशीला
उपकल्प-सं० (पु०) 1सामान 2 आवश्यक वस्तुएं मादन-सं० (पु०) उन्माद उत्पन्न करना
व्यकल्पन-सं० (पु०) 1 तैयार करना 2 आयोजन