________________
उस्तादी
(स्त्री०) 1 गुरुआई 2 प्रवीणता, दक्षता
2 विज्ञ 3 चालाक उस्तादी-फ्रा० 3 चालाकी उस्तानी - फ्रा० + हिं० (स्त्री०) 1 गुरुआनी 2 शिक्षिका उस्तुरा-फ्रा० (पु०) बाल मूँड़ने का छुरा
उदा - अ० (पु० ) पद, स्थान उदेदार +फ्रा० (पु०) पदधारी, पदाधिकारी
- अ० ऊहूँ, नहीं, इन्कार सूचक शब्द
123
ऊ
ऊँघ, ऊँघन - (स्त्री०) 1 नींद का झौंका, झपकी 2 आलस ऊँघना - (अ० क्रि०) 1 झपकी आना 2 नींद में झूमना ऊँच - (वि०) 1 ऊँचा 2 बड़ा 3 कुलीन । नीच (वि०) 1 बड़ा छोटा 2 ऊँची नीची जाति का; नीच का विचार कर अच्छा-बुरा सोच समझकर नीच सुनना अशोभनीय बातें सुनना
ऊँचा - (वि०) 1 अधिक बड़ा 2 ऊपर की ओर अधिक उठा हुआ 3 श्रेष्ठ 4 पद-प्रतिष्ठा में बड़ा 5 सम्मानित । नीचा (वि०) 1 ऊबड़-खाबड़ 2 भला-बुरा; नीचा सुनाना भला-बुरा कहना; ~सुनना केवल तीव्र ध्वनि सुनना, आधा बहरा होना; ऊँची दुकान फीका पकवान । नाम के अनुरूप गुण का न होना; ऊँची साँस लेना दुःख प्रकट करना ऊँचाई - (स्त्री०) 1 ऊँचा होना 2 बड़ाई ऊँचे- ( क्रि० वि० ) 1 ऊँचाई पर 2 ज़ोर से (ध्वनि) । नीचे पाँव पड़ना 1 कुमार्ग पर जाना 2 स्त्री का पथभ्रष्ट होना, ग़लती
करना
ऊँछना - (स० क्रि०) कंघी करना, बाल झाड़ना ऊँट - (पु०.) एक रेगिस्तानी पशु जो बोझा ढोने के काम आता है। तथा जिसपर सवारी भी की जाती है, उष्ट्र । वान + फ़ा० (पु० ) ऊँटवाला; (देखिये) ऊँट किस करवट बैठता है (देखिये) मामले का क्या परिणाम निकलता है; की चोरी नीचे-नीचे (झुके-झुके) न छिपाई जानेवाली बात को छिपाने की कोशिश के गले में बिल्ली असंगत और असाधारण बात; के मुँह में जीरा आवश्यकता से कम देना; ~ निगल जायें, दुम से हिचकियाँ बड़ी बड़ी बातें मज़े से कर जाना और छोटी में अटकना; मक्के को ही भागता है हर वस्तु अपने उद्गम को ही जाती है; रे ऊँट, तेरी कौन सी कल सीधी बेतुके आदमी की कोई बात उचित नहीं होती ऊँटनी - (स्त्री०) मादा ऊँट
ऊँड़ा - ( पु० ) 1 ऐसा बर्तन जिसमें रुपए पैसे रखकर ज़मीन में गाड़ दिया जाए 2 तहखाना
ऊँहूँ - ( क्रि० वि० ) 1 नहीं 2 कदापि नहीं ऊआबाई - I (वि०) 1 इधर उधर का 2 व्यर्थ II (स्त्री० ) निरर्थक बात
ऊकना - I. (अ० क्रि०) चूकना II (स० क्रि०) 1 उपेक्षा करना 2 भूलना 3 तपाना
ऊपर
ऊकार-सं० (पु०) 'ऊ' अक्षर की ध्वनि ऊकारांत - (वि०) (शब्द) 'ऊ' से अंत होनेवाला (जैसे उल्लू
बालू)
ऊख - (पु० ) गन्ना, ईख
ऊखल - (पु० ) ओखली में सिर देना जान बूझकर संकट मोल लेना
ऊजड़ - (वि०) उजाड़, उजड़ा हुआ
ऊटक- नाटक - I हिं०+सं० (पु० ) 1 दिखावटी किंतु महत्त्वहीन काम 2 अललटप्पू II (वि०) निरर्थक, बेकार ऊट-पटांग - (वि०) 1 बेढंगा 2 विसंगत
ऊड़ा - (पु० ) 1 कमी 2 टोटा, घाटा 3 नाश
ऊड़ी - (स्त्री०) 1 पनडुब्बी चिड़िया 2 लक्ष्य 3 एक प्रकार की चरखी 4 टेकुआ
ऊढ़-सं० (वि०) जिसका विवाह हुआ हो, विवाहित ऊढ़ा -सं० (स्त्री०) 1 विवाहिता नारी 2 पर-पुरुष से प्रेम करनेवाली स्त्री, परकीया नायिका
ऊत - (वि०) 1 बिना पुत्र का, निपूता, निःसंतान 2 उजड्ड, मूढ़ 3 उद्धत
ऊतक - (पु० ) 1 ताने-बाने की बुनावट वाली वस्तु, जालीदार रचना 2 रेशा 3 (प्राणिशास्त्र) तंतुसमूह, कोशिकाओं का बना अंग । ~ विज्ञान + सं० (पु०) जीव जंतुओं एवं वनस्पतियों के ऊतकों का अध्ययन
ऊति-सं० (स्त्री०) 1 सीने का काम, सिलाई 2 बुनावट 3 सीने की मज़दूरी 4 कृपा 5 कर्म की वासना ऊद - (पु० ) ऊदबिलाव (जंतु)
ऊद - अ० (पु० ) 1 अगर नामक वृक्ष 2 एक प्रकार का बाजा ऊदा - I (वि०) बैंगनी रंग का II ( पु० ) बैंगनी रंग का घोड़ा ऊधम - (पु० ) 1 हल्ला-गुल्ला, शोरगुल 2 उत्पात, उपद्रव ऊधमी - (वि०) ऊधम मचानेवाला
ऊधस-सं० (पु० ) गाय-भैंस का थन ऊन - (पु० ) भेड़ आदि के बाल
ऊन -सं० (वि०) कम, थोड़ा। ~ वाचक (वि०) कमी प्रकट करनेवाला (शब्द); ~ता (स्त्री०) कमी, त्रुटि ऊना- (वि० ) 1 कम, थोड़ा 2 अधूरा, अपूर्ण ऊनार्थवादी -सं० (वि०) = ऊनवाचक
-
ऊनी - (वि.) ऊन का बना हुआ (जैसे – ऊनी कंबल, ऊनी शाल)
ऊनी-सं० + हिं० (स्त्री०) 1 कमी, न्यूनता 2 त्रुटि, दोष 3 उदासी
ऊपर- ( क्रि० वि०) 1 आकाश की ओर, ऊर्ध्व दिशा में 2 पृथ्वी के ऊपर 3 ऊँचे-तले 4 आधार पर, सहारे पर 5 पास सटकर ( जैसे तालाब के ठीक ऊपर मंदिर है) 6 उच्च कोटि या वर्ग में 7 पद एवं मर्यादा में ऊपर, श्रेष्ठ। ~का दिखावे का ~वाला (पु० ) ईश्वर; ~ ऊपर से प्रकट में; की आमदनी वेतन आदि बँधी आमदनी के अतिरिक्त आय की दोनों जाना दोनों आँखें फूंट जाना; की सांस और नीचे की नीचे रहना- स्तब्ध रहना; के लोग (पु०) अफ़सर लोग ~तले के आगे पीछे पैदा होने वाले; मढ़ना- दोष लगाना; ~लेना 1 सिर पर लेना 2 ज़िम्मे लेना; ~वाला भगवान्, ईश्वर ; ~ वालियाँ 1 चीलें 2 चुड़ैलें 3 परियाँ; ~से ऊँचाई