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उलमा
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उस्ताद
प
उलमा-अ० (पु०) बहु० पंडित, विद्वान लोग
एक ही वस्तु का विषय भेद के कारण अनेक तरह से वर्णन उलहना-(पु०) = उलाहना, शिकायत
किया जाए उलॉक-(पु.) 1 डाक 2 एक तरह की नाव
उल्लेखन-सं० (पु०) 1 उल्लेख करना 2 लिखना 3 अंकन उलाँघना-(स० क्रि०) 1 लाँघना 2 आज्ञा का उल्लंघन करना, करना न मानना
उल्लेखनीय, उल्लेख्य-सं० (वि०) 1 उल्लेख करने योग्य उलार-(वि०) भार के कारण एक ओर झुका हुआ 2 कथनीय उलाहना-I (पु०) शिकायत, उपालंभ II (स० क्रि०) दोष उल्लोल-सं० (पु.) लहर, हिलोर देना
उल्व-सं० (पु०) 1 गर्भस्थ शिशु पर लिपटे रहनेवाली झिल्ली, उलिचना-(अ० क्रि०). उलीचना (म० क्रि०) पानी बाहर
आँवल, जेर 2 गर्भाशय फेंकना
उषा-सं० (स्त्री०) 1 भोर 2 तड़का, अरुणोदय की लाली। उलूक-सं० (पु०) उल्लू
~काल (पु०) भोर का समय; पान (पु०) सुबह नाक उलूखल-सं० (पु०) 1 ओखली 2 खल, खरल
से बासी पानी पीना उलूम-अ० (पु०) बह० विद्याएँ, इल्म
उष्ट-सं० (पु०) ऊँट उलेढ़ना-(स० क्रि०) कपड़े के छोर को थोड़ा उलटकर तथा उष्ण-सं० (वि०) 1 गरम 2 गर्मी उत्पत्र करनेवाला 3 तीखा, अंदर करके सीना
तीक्ष्ण। -कटिबंध (पु०) पृथ्वी का वह क्षेत्र जो कर्क और उल्का-सं० (स्त्री०) 1 प्रकाश 2 टूटकर गिरनेवाला तारा, मकर रेखाओं के बीच में पड़ता है तथा जहाँ अत्यधिक गरमी पुच्छल तारा, 3 मशाल 4 लुआठी! चक्र (पू०) 1 दैवी पड़ती है; ता (स्त्री०) = उष्मा; ~देशीय (वि०) गर्म उत्पात 2 विध्न 3 हलचल 4 ज्योतिष में ग्रहों की एक विशेष | देश का प्रधान (वि०) (वह स्थान) जहाँ कई महीने गर्मी स्थिति; पिंड (पु०) उल्का पत्थर; ~पथ (पु०) तारों के रहती है टूटकर गिरने का मार्ग; पात (पु०) जलते तारे का टूटकर | उष्णांक-सं० (पु०) (विज्ञान) ताप की इकाई, केलौरी गिरना; ~पाती (वि०) उपद्रव करनेवाला, शरारती; उष्णा, उष्णिमा-सं० (स्त्री०) गरमी
पाषाण, पिंड (पु०) = उल्काश्म; ~वृष्टि (स्त्री०) उष्णीष-सं० (पु०) 1 पगड़ी, साफा 2 मुकट, ताज ' = उल्कापात;
उष्म-I सं० (पु०) = उष्मा II (वि०) उष्ण । ~गतिक उल्काश्म-सं० (पु०) आकाश से पत्थर के रूप में गिरा हुआ (वि०) गरमी की गति से संबद्ध; ~ज (पु०) पसीने आदि पिंड
से पैदा होनेवाले कीड़े (जैसे-मच्छर, खटमल आदि); उल्टा-(वि०) = उलटा
~रोधक (वि०)गरमी रोकनेवाला; ~रोषन (पु०) गरमी उल्था-सं० (पु०) भाषांतर, अनुवाद
रोकना उल्लंघन-सं० (पु०) 1 लाँघना 2 अवज्ञा करना 3 विरुद्ध उष्मा-सं० (स्त्री०) 1 गर्मी 2 धूप 3 ताप। ~गतिकी (स्त्री०) आचरण। ~कर्ता (पु०) अवज्ञा करनेवाला
गर्मी की गति का विज्ञान; ~स्वेद (पु०) भाप देकर वस्तु को उल्लंधित-सं० (वि०) 1 लाँघा हुआ 2 अवज्ञा किया हुआ तर करना 3 अतिक्रांत
उष्माघात-सं० (पु०) गरमी का ताव उल्लसन-सं० (पु०) हर्षित या उल्लसित होना
उमिक-सं० गर्मी का अहसास उल्लसित-सं० (वि०) 1 अतिप्रसन्न 2 चमकता हआ उस-(सर्व) 'वह' का वह रूप जो उसे विभक्ति लगने के पहले उल्लाप-सं० (पु०) 1 बहलाना 2 चापलूसी 3 चीख पुकार, प्राप्त होता है (जैसे-उसने, उसकी, उससे, उसमें आदि) आर्तनाद
उसकन-(पु०) = उबसन उल्लापक, उल्लापी-सं० (वि०) 1 उल्लाप करनेवाला उसकाना, उसकारना-(स० क्रि०) = उकसाना 2 खुशामदी, चाटुकार
उसनना-(स० क्रि०) = उबालना उल्लास-सं० (पु०) 1 खुशी, हर्ष 2 उमंग 3 चमक उसना-(पु०) उबालकर सुखाया गया चावल उल्लासक-सं० (वि०) खुशी देनेवाला
उसरना-(अ० क्रि०) 1ऊपर उठना 2 हटना 3 व्यतीत होना, उल्लासन-सं० (पु.) = उल्लासित
बीतना 4 बिसरना, भूलना उल्लासित-सं० (वि०) 1 हर्षित 2 प्रकाशित
उसारना-(स० क्रि०) ऊपर उठाना उल्लासी-सं० (वि०) उल्लासयुक्त
उसारा-(पु०) बरामदा उल्लिखित-सं० (वि०) 1 उल्लेख किया हुआ 2 लिखा हुआ। उसास-(स्त्री०) गहरी और लंबी साँस, उच्छवास 3 वर्णित
उसी-(सर्व) = उस ही, दे० उस उल्लू-I (पु.) एक प्रसिद्ध पक्षी जिसे दिन में दिखाई नहीं देता | उसीसा-(पु०) 1 सिरहाना 2 तक्रिया II (वि०) मूर्ख, निर्बुद्धि। ~का गोश्त खिलाना | उसूल-अ० (पु०) 1 सिद्धांत 2 नियम 1 बेवकूफ़ बनाना 2 वश में कर लेना; ~का पट्ठा निरा | उसूली-अ० (वि०) 1 उसूल का पालन करनेवाला 2 उसूल के मूर्ख बनाना 1 बेवकूफ़ बनाना 2 ठगना; बोलना | अनुसार उजड़ जाना, वीरान होना
उस्तरा-फा० (पु०) = उस्तुरा उल्लेख-सं० (पु०) 1 चर्चा 2 वर्णन 3 एक अर्थालंकार जिसमें | उस्ताद-I फ्रा० (पु०) 1गुरु 2 शिक्षक II (वि०) 1 प्रवीण