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आबोहवा
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आमूल
आबोहवा-फा (स्त्री०) = आब हवा
आम-(पु०) । एक प्रसिद्ध फल और उसका पड़, आम्र आब्दिक-सं० (वि०) प्रतिवर्ष होनेवाला, वार्षिक, सालाना रसाल । (जैसे टपके का )पाल का-- (पु०) भूसे आभरण-सं० (पु०) 1 गहना, आभूषण 2 भरण पोषण
आदि में पकने के लिए एवं गए आमः के आम गुठली के आभरित-सं० (वि.) 1 आभूषण युक्त 2 पाला पोसा हुआ दाम (पु०) दोहरा लाभः खाने से काम या पेड़ गिनने 3जिसका भरण पोषण हुआ हो
से काम करो निरर्थक प्रश्न से मतलब आभा-सं० (स्त्री०) । शोभा 2कांति, चमक 3 रंगत 4 प्रतिबिंब आमद-फ़ा० (स्त्री०) 1 आगमन, अवाई, आना 2 आमदनी, आभार-(पु०) । भार, बोझा 2 कृतज्ञता 3 उत्तरदायित्व आय। खर्च (पु०) आय-व्यय; रफ्त (पु०) आभारी-सं० (वि०) कृतज्ञ
आना-जाना; उपर की आतरिक्त आमदनी आभाष-सं० (पु०) 1 कहना, बोलना 2 संबोधन 3 भूमिका आमदनी-फा० (स्त्री०) । आय 2 प्राप्ति 3 नफ़ा, लाभ। आभाषण-सं० (पु.) 1 बातचीत करना 2 संबोधन
~और खर्च (पु०) आय और व्ययः का साधन आभास-सं० (पु.) 1 चमक, दीप्ति 2 कांति, शोभा 3 भ्रम (पु०) आमदनी का जरिया; आमदरफ्नी आना-जाना छाया, प्रतिबिंब 4 झलक 5 मिथ्या प्रतीति । --वाद (३०) यह आमन-(पु०) 1 अगहनी धान 2 एक ही फ़सल देनेवाला खेत मान्यता कि सृष्टि छाया मात्र है
आमनस्य-सं० (पु०) 1 दुःख 2 दर्द आभासन्–सं० (पु०) 1 आलोकित करना 2 स्पष्ट करना आमना-सामना-(पु०) 1 सामना 2 भेट आभासमान, आभासित-सं० (वि०) 1 आलोकित किया आमनी-(स्त्रो०) . आमन हुआ 2 साफ़ दिखाई दिया
आमने सामने-(क्रि० वि०) इधर-उधर आभिजात्य-1 सं०(पु०) कुलीनता II (वि०) ऊँचे कुल के आमरक्तातिसार-सं० (पु०) - आमातिसार योग्य
आमरण-सं० (क्रि० वि०) मरते समय तक, मरण काल तक आभिधा-सं० (स्त्री०) 1 ध्वनि, शब्द 2 उल्लेख 3 नाम आमर्दन-सं० (पु०) 1 मसलना, रगड़ना 2 दबाना 3 निचोड़ना आभिधानिक-[ सं० (वि०) शब्दकोश संबंधी II (प.) आमर्ष-सं० (पु०) असहनशीलता कोशकार
आमलक-सं० (पु०) आँवला आभीर सं० (पु०) 1 अहीर, गोप, ग्वाला 2 एक राग आमलेट-अं० (पु०) फेंटे हए अंडे का पकवान आभीरी-सं० (स्त्री०) 1 अहीरिन 2 अहीरों की बोली आमाजीर्ण-सं० (पु०) आँव के साथ अनपच आभील-1 सं० (पु०) 1 शारीरिक कष्ट 2 दुःख 3 दुर्भाग्य II आमातिसार-सं० (पु०) आँव, पेचिश (वि०) भयानक
आमादगी-फा (स्त्री०) तैयार होना, तत्परता आभूषण-सं० (पु०) = आभरण
आमादा-फा० (वि०) तैयार, तत्पर, उद्यत आभूषित-सं० (वि०) अलंकृत, शोभित
आमानाह-सं० (पु०) चि० ऑव के कारण पेट फूलना आभृत-सं० (वि०) 1 भरा हुआ 2 जकड़ा हुआ 3 उत्पादित | आमान-सं० (पु०) 1 कच्चा अन 2 कच्चा चावल 4 पास लाया हुआ
आमाल-अ० (पु०) 1 अच्छे और बुरे काम 2 अनुचित एवं आभोग-सं० (पु०) भोग
निंदनीय कर्म 3 करतूत, करनी। आभ्यंतर, आभ्यंतरिक-सं० (वि०) अंदर होनेवाला, अंदरी, आमाशय-सं० (पु०) पेट में भोजन एकत्र होने और पकने की भीतरी
थैली, मेदा आध्यासिक-सं० (वि०) अभ्यास संबंधी
आमाशयार्ति-सं० (स्त्री०) मेदे का दर्द आभ्युदयिक-I सं० (वि०) 1 उन्नत करनेवाला 2 अभ्युदय आमाहल्दी-(स्त्री०) एक औषधि आँबा हल्दी साधक 3 उन्नत II (पु०) पुत्रजन्म, विवाह आदि अवसर पर आमिक्षा-सं० (स्त्री०) फटे दूध का ठोस भाग, छेना किया जानेवाला श्राद्ध
आमिल-[ अ० (वि०) 1 अमल या प्रयोग करनेवाला 2 ठीक आमंत्रण-सं० (पु०) 1 बुलाना, पुकारना 2 न्यौता, निमंत्रण तरह से काम करनेवाला II (पु०) 1 फकीर 2 प्रधान 3 अनुमति 4 सलाह मशवरा, विचार-विमर्श
आमिष-सं० (पु०) 1 मांस 2 शिकार 3 भोग्य वस्तु 4 पशुओं आमंत्रित-I सं० (वि०) निमंत्रित , बुलाया हुआ II (पु०) का चारा 5 कामना, भोगेच्छा 6 लालच, लोभ। -प्रिय । बुलाना, निमंत्रण देना
(वि०) जिसे मांस प्रिय हो II मांसभक्षी पक्षी; ~भोजी, आम-[ सं० (वि०) 1कच्चा, अनपका 2 न पचा हआ II | आमिषाशी (वि०) मांसभक्षी, मांसाहारी (पु०) कच्चा होने की अवस्था 2 अपक्व 3 रोग 4 अजीर्ण । | आमी-अ० (अ०) = आमीन ल्वात (पु०) 1 जोड़ों का दर्द 2 आँव रोग; ~शल (प.) आमी (स्त्री०) छोटा आम, अँबिया 1 भयंकर दर्द 2 आँव के कारण पेट मरोड़ने का रोग आमीन-अ० (क्रि० वि०) ईश्वर ऐसा करे, एवमस्तु, तथास्तु आम-अ० (वि०) 1साधारण, सामान्य 2 प्रसिद्ध 3 व्यापक। आमीलन-सं० (पु०) बंद करना, मूंदना
तौर पर (क्रि० वि०) सामान्यतः, साधारणतया; दरबार आमुक्ति-सं० (स्त्री०) 1 छुटकारा, मुक्ति 2 मोक्ष (पु०) खुला दरबार जिसमें सभी लोग जा सकते है; ~ आमुख-सं० (पु०) 1 आंरभ 2 प्रस्तावना 3 भूमिका फ्रहम (वि०) जो सबकी समझ में आ जाए, सुबोध आमुष्पिक-[ सं०(वि०) दूसरे लोक से संबंध रखनेवाला II
फहमियत (स्त्री०) राय (स्त्री०) लोकमत; ~लोग | (पु०) दूसरे लोक का निवासी (पु०) जन साधारण
| आमूल-सं० (अ०) 1 आरंभ से (~सुधारवाद) 2 सब।