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आसमानी
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आहत
की झूल
करना आसमान छूना; आसमानी-फा० (वि०) 1 आसमान के रंग का 2 आसमान आस्तरण-सं० (पु०) 1 ढकने या बिछाने की क्रिया 2 बिछौना का 3 दैवी
आस्तिक-सं० (पु०) 1 ईश्वर में विश्वास करनेवाला व्यक्ति आसरा (पु०) 1 सहारा 2 भरोसा 3 आशा 4 प्रतीक्षा 5 शरण । 2 पुरानी परंपराओं एवं प्रथाओं में जो विश्वास करे। ता
देखना प्रतीक्षा करना, रास्ता देखना; ~टूटना निराश होना (स्त्री०) ईश्वर, परलोक, पुनर्जन्म में विश्वास होना; वाद आसव-सं० (पु०) 1 शराब 2 रस 3 अर्क (फल-फूल, | ईश्वरीय सत्ता का नियम एवं सिद्धांत; ~वादी जड़ी-बूटी) 4 मद्यपात्र
(वि०)आस्तिकवाद को माननेवाला। आसवक-सं० (पु०) शराब बनानेवाला
आस्तिक्य-सं० (पु०) - आस्तिकता आसवन-सं० (पु०) भभके आदि की सहायता से अर्क, शराब आस्तीन-फा० (स्त्री०) बाँह । ~का साँप वह जो मित्र होकर आदि टपकाना
धोखा दे; ~में साँप पालना मित्र के रूप में शत्र को अपने आसवनी-सं० (स्त्री०) आसवन का काम करने का स्थान पास रखना आसवित-सं० (वि०) आसवन किया हआ
आस्त्र-सं० (वि०)अस्त्र संबंधी आसवी-सं० (वि०) शराब पीनेवाला, शराबी
आस्थगन-सं० (पु०) 1 थोड़े समय के लिए स्थगित करना आसा-(स्त्री०) = आशा
2 सत्रावसान आसा-अ० (पु०) 1 राजा महाराजा की सवारी एवं बारात में | आस्था-सं० (स्त्री०/५०) 1 विश्वास, निष्ठा 2 सहारा 3 स्थित चोबदार के हाथ में सोने या चाँदी का डंडा होता है जिसे वह | होने की अवस्था। ल्वाद (पु०) यह सिद्धांत कि संपूर्ण ज्ञान आगे-आगे लेकर चलता है 2 एक राग
का आधार आस्था है। आसान-फा० (वि०) सरल, सुगम
आस्थान-सं० (पु०) 1 स्थान, जगह 2 दरबार, सभा आसानी-फा० (स्त्री०) सरलता, सुगमता
आस्थानी-सं० (स्त्री०) भवन का वह भाग जहाँ लोग एकत्र आसामी-I (वि०) 1 आसाम देश का 2 आसाम से संबंध | होते हैं, सभा स्थल, प्रेक्षागृह रखनेवाला II (पु०) आसाम देश का निवासी III (स्त्री०) आस्थापन-सं० (पु०) 1 अच्छी तरह से स्थापित करने की आसाम देश की भाषा
क्रिया 2 ताक़त की दवा आसार-सं० (पु०) 1 शत्रु को घेरकर किया जानेवाला हमला आस्थित-सं० (वि०) 1 स्थापित किया हुआ 2 प्राप्त किया 2 मूसलाधार वर्षा 3 मेघमाला 4 युद्धभूमि में मिलनेवाली हुआ 3 ठहरा हुआ सहायता 5 रसद
आस्पद-सं० (पु०) 1 जगह, स्थान 2 आवास 3 सामाजिक आसार-अ० (पु०) 1 चिह्न, निशान 2 इमारत की नींव स्थिति 4 आधार 5 पात्र 6 पद या चिह्न 3 व्यक्ति की भावी गतिविधि आदि के लक्षण
आस्फालन-सं० (पु०) 1 ढकेलना 2 संघर्ष 3 आत्माश्लाधा आसावरी-(स्त्री०) सुबह की एक रागिनी
आस्फोटक-सं० (पु०) 1 प्रकट करनेवाला 2 फड़फड़ानेवाला आसिद्ध-सं० (वि०) 1 प्रतिबंध लगाया हुआ 2 जिसके संबंध | आस्फोटन-सं० (पु०) 1 प्रकट करना 2 ताल ठोंकना में प्रतिबंध लगा हो
3 फड़फड़ाना आसीन-सं० (वि०) 1बैठा हआ 2 पद पर नियुक्त आस्य-1 सं० (पु.) 1 चेहरा, मुख 2 मुँह II (वि०) मुख आसीस-(स्त्री०) = आशीर्वाद
संबंधी आसुत-सं० (वि०) = आसवित
आस्वाद-सं० (पु०) खाद्य पदार्थ से मिलने वाली रस की आसति-सं० (स्त्री०) 1 आसवन करने की क्रिया 2 प्रसव | अनुभूति, स्वाद आसुर-सं० (वि०) 1 असुर संबंधी 2 असुरों की तरह। आस्वादन-सं० (पु०) 1 पदार्थ को चखकर स्वाद का ज्ञान ?
-विवाह (पु०) एक प्रकार का विवाह जिसमें कन्या के | बात का रस लेना माता-पिता को धन देकर कन्या ले ली जाती थी और तब पत्नी | आस्वादनीय-सं० (वि०) आस्वादन योग्य रूप में अपने घर में रखी जाती थी
आस्वादित-सं० (वि०) 1 आस्वादन किया हुआ 2 चखा हुआ आसुरिक, आसुरी-सं० (वि०) = आसुर
आस्वाद्य-सं० (वि.) जिसका स्वाद लिया जा सके आसूदगी-फा० (स्त्री०) 1 निश्चिंतता और सुख सम्पत्रता की | आह-अ० दुःख, पीड़ा, शोक, पश्चाताप आदि को स्थिति 2 तृप्ति
बतलानेवाला अव्यय। ~करना, ल्खींचना कष्ट या दुःख आसूदा-फा० (वि०) 1 निश्चिंत और सुखी 2 तृप्त, संतुष्ट के कारण ठंडी साँस भरना, आह शब्द करना; ~पड़ना किसी आसेक, आसेचन-सं० (पु०) 1 तर करना 2 खेत एवं पेड़ को दिए गए वेदना, कष्ट की आह का कुफल मिलना; लेना. सींचना, सिंचाई
अत्यधिक दुख, कष्ट से आह-आह करना आसेब-फा० (पु०) कष्ट, विपत्ति 2 भूत-प्रेत
आहट-(स्त्री०) किसी के आने-जाने, बात करने, हिलने-डुलने आसेवन-सं० (पु०) अच्छी तरह से किया जानेवाला सेवन से उत्पन्न हुई मंद ध्वनि, पदचाप। ~पाना, मिलना किसी आस्कंद-सं० 1 नाश 2 आक्रमण
के बात करने, आने की सूचना मिलना; लेना टोह या थाह आस्कंदी-सं० (वि०) 1 नाशक 2 आक्रमणकारी आस्ट्रिक-अं० (वि०) निषाद् जातीय ।
आहूत-सं० (वि०) घायल, जख्मी। ~सूची (स्त्री०) घायल आस्तर-सं० (पु०) 1 आवरण 2 बिछाने की कोई चीज़ 3 हाथी लोगों की सूची
लेना