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आयोजित
आयोजित-सं० (वि०) 1 जिसे जोड़ा गया हो 2 आयोजन किया हुआ 3 संगृहीत, 4 संबद्ध किया हुआ आयोधन-सं० 1 युद्ध 2 युद्धभूमि 3 वध आरंभ - सं० (पु० ) 1 शुरू करना, श्री गणेश करना 2 प्राथमिक अवस्था 3 शुरू का हिस्सा 4 व्यायाम । कर्त्ता (पु० ) शुरू करने वाला व्यक्ति; काल (पु० ) शुरू का समय वाद (पु० ) इस सिद्धांत के अनुसार सृष्टि रचना का आरंभ ईश्वरीय इच्छा से हुआ है; ~ बिंदु (पु० ) शुरू का चिह्न; शूर (पु० ) वह जो काम को आरंभ करने में ही होशियार हो आरंभक-सं० (वि० ) आरंभकर्ता आरंभिक-सं० (वि०) 1 शुरू का 2 शुरू में होनेवाला आरंभी सं० (वि०) 1 आरंभ करनेवाला 2 नये सिरे से जोखिम भरा कार्य करनेवाला
आर-I (पु०) 1 खान से निकला हुआ अशुद्ध लोहा 2 पीतल 3 पहिये का आरा II (स्त्री०) ज़िंद, हठ। पड़ना जिद करना; पार ( क्रि० वि०) इस सिरे से उस सिरे तक आर सं० (पु० ) बर्रे, बिच्छू आदि का डंक आर-अ० (स्त्री०) 1 लज्जा, शर्म 2 बैर, शत्रुता आरकेस्ट्रा - अं० (पु० ) सामूहिक रूप से बाजा बजानेवालों के बैठने का स्थान
आरक्त-सं० हल्का लाल
आरक्योलॉजिकल-अं० (वि०) पुरातात्विक, पुरातत्व सबंधी आरक्योलॉजिस्ट -अं० (पु० ) पुरातत्वविज्ञानी, पुरातत्ववेत्ता आरक्योलॉजी-अं० पुरातत्व
आरक्षक-सं० (पु०) पहरेदार, प्रहरी । बल (पु० ) पहरेदारों की टुकड़ी
आरक्षण-सं० रिज़र्व कराना
आरक्षिक-सं० (वि०) = आरक्षक
आरक्षित सं० (वि०) रक्षा किया हुआ
आरक्षी - सं० (वि०) पुलिस सिपाही । त्वरित दल (पु० ) पुलिस स्कवॉड
आर्गनाइज़र - अं० (पु०) संगठन-कर्ता आरज़ा - अं० (पु०) बीमारी, रोग आरजी-अ० (वि०) 1 आरोपित, कल्पित 2 अस्थायी (जैसे- ~ समझौता)
आरजू - फ़ा० (स्त्री०) इच्छा, कामना, अभिलाषा । मंद (वि०) इच्छुक, कामी, अभिलाषी; मिन्नत + अ० (स्त्री०) में मिलाना इच्छाओं पर पानी फेर देना खुशामद ख़ाक आरण्य, आरण्यक - I सं० (वि०) जंगली II (पु० ) वन का निवासी
आरती - सं० (स्त्री०) धूप-दीप से पूजा । ~करना या उतारना अभिनंदन करना
आरभट - ( पु० ) साहसी, वीर
आरमण - सं० (पु० ) 1 आनंद लेना 2 रमण करना आरव -सं० ( पु० ) तीव्रध्वनि, नाद
आरसी - (स्त्री०) अँगूठे का शीशा, दर्पण, आईना
आरस्य - सं० (पु० ) नीरसता, स्वादहीनता
आरा - (पु० ) 1 लकड़ी चीरने का एक दाँतीदार औज़ार 2 चमड़ा
सीने का सूजा। ~मिल अं० (स्त्री०)
आराइश - फा० (स्त्री०) सजावट, श्रृंगार
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आरोपण
आराइशी - फ़ा० (वि०) सजावट के काम में आनेवाला आराकश हिं० + फ़ा० (पु० ) आरा चलानेवाला, उपासक आराज़ी - अ० 1 भूमि, ज़मीन 2 खेत आराति-सं० ( पु० ) शत्रु, दुश्मन आराधक-सं० (वि०) आराधना करनेवाला आराधन -सं० ( पु०) आराधना करना आराधनीय, आराध्य -सं० (वि०) आराधना के योग्य, पूज्य आराम - सं० (पु० ) 1 सुख, प्रसन्नता 2 उपवन, बगीचा आराम - फ़ा० (पु० ) 1 सुख 2 चैन 3 विश्राम। ~कुरसी अ० (स्त्री०) आराम करने की लंबी कुरसी; गाह, घर हिं० (पु० ) सोने का कमरा, शयनागार; चैन + हिं० (पु०) सुख और शांति, तलब + अ० (वि०) 1 सुख चाहनेवाला 2 आलसी; तलबी + अ० (स्त्री०) आराम
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तलब होने का भाव; ~दान (पु० ) 1 पानदान 2 सिंगारदान; -दायक + सं०, देह (वि०) आराम देनेवाला; पसंद (वि०) = आरामतलब; ~ पसंदी (स्त्री०) = आरामतलबी; पाई हिं० (स्त्री०) हल्का जूता; ~ करना 1 सोना 2 चंगा कर देना; ~ फरमाना आराम करना; से गुज़रना चैन से दिन काटना होना चंगा होना आरामिक-सं० (पु०) माली, बाग़वान आरालिक-सं० (पु० ) रसोइया, पाचक आरास्ता - फ़ा० (वि०) सुसज्जित, सजाया हुआ आरिज़ा - अ० ( पु० ) 1 रोग, बीमारी 2 क्लेश, दुःख आरिफ़ - अ० (पु० ) ईश्वर को जाननेवाला, भक्त आरिफ़ाना-अ० + फ़ा० भक्तोचित आरियत - अ० (स्त्री०) उधार, मँगनी आरियतन-अ० ( क्रि० वि०) उधार के रूप में आरियती-अ० (वि०) उधार ली हुई आरी - (स्त्री०) 1 लकड़ी, लोहा आदि चीरने का दाँतीदार औज़ार 2 चमड़ा सीने का सूजा 3 पैने की नोक में खुसी कील 4 बबुरी 5 किनारा
आरी-अ० (वि०) 1 दीन 2 लाचार
आरूढ़ -सं० (वि०) 1 चढ़ा हुआ, सवार 2 आसीन 3 दृढ़
4 तत्पर
आरेख - ( पु० ) ख़ाका, डायग्राम
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आरोग्य - सं० ( पु० ) रोग का अभाव, स्वस्थता । आश्रम (पु० ) = आरोग्य सदन; ~कारी (वि०) स्वस्थ रखनेवाली; ~ प्रमाण-पत्र (पु० ) स्वस्थ होने का सर्टिफ़िकेट; ~लाभ (पु० ) स्वास्थ्य लाभ; ~शाला ( स्त्री०) = आरोग्य सदन; ~ शास्त्र (पु०) आयुर्वेद; ~ सदन (पु० ) अस्पताल, चिकित्सालय; ~ स्नान (पु०) रोग मुक्ति के बाद का नहान आरोग्यालय-सं० ( पु० ) आरोग्य सदन आरोचक - सं० (वि०) प्रकाशमान्, चमकीला आरोप- सं० 1 दोष-संस्थापन 2 किसी वस्तु पर अन्य वस्तु की कल्पना करना 3 ऊपर से लाकर लगाना। पत्र (पु० ) ऐसा पत्र जिस पर आरोपों (दोषों) का विवरण लिखा हो; ~ प्रत्यारोप (पु० ) इल्ज़ाम और फिर इल्ज़ाम के जवाब में इल्ज़ाम फलक (पु० ) आरोप पत्र आरोपक-सं० (वि०) दोष लगानेवाला आरोपण-सं० (पु० ) 1 दोष लगाना 2 संस्थापन 3 एक वस्तु में
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