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आलमारी
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आवंटित
आलमारी-पुर्त० (स्त्री०) अलमारी
आली-सं० (स्त्री०) 1 सखी, सहेली 2 भ्रमरी आलय-सं० (पु०) 1 घर, मकान 2 जगह, स्थान आलू-(पु०) एक छोटा गोल कंद जिसकी तरकारी बनती है (जैसे-चिकित्सालय, छात्रालय) आदि
आलूचा-फा० (पु०) एक प्रकार का खाए जानेवाला रसीला आल राउंडर-अं० (पु०) सभी विषयों में थोड़ी-बहत योग्यता फल रखनेवाला
आलू बुखारा, आलू बोखारा-फा० (पु०) सुखाया गया आलस-(पु०) = आलस्य
आलूचा नामक फल आलसी-(वि०) निकम्मा और सुस्त
आलेख-सं० (पु०) 1लिखना 2 लिखावट, लिपि 3 लेख, आलस्य-सं० (पु०) 1सुस्ती और निकम्मापन 2 उत्साहहीनता पत्र 4 चित्र, खाका। -विद्या (स्त्री०) चित्रकारी 3 शिथिलता; ~मय (वि०) = आलसी
आलेखक-सं० (पु०) 1लिखनेवाला 2 लिपिबद्ध करनेवाला आला-I (पु०) 1 दीवाल में बना ताक, ताखा 2 कुम्हार का ___ 3 चित्र आदि बनानेवाला
आँवाँ II (वि०) 1 गीला, तर, नम 2 ताजा 3 कच्चा और हरा आलेखन-सं० (पु०) 1लेखन क्रिया 2 चित्र अंकित करना आला-[अ० (वि०) ऊँचे दरज़े का और बढ़िया, उत्तम, श्रेष्ठ आलेखनी-सं० (स्त्री०) 1 कलम 2 चित्र अंकित करनेवाली II (पु०) कारीगर के काम करने का उपकरण, औज़ार | कूँची (ब्रश) आलाइश-फा० (स्त्री०) पेट के अंदर से या शरीर के किसी आलेख्य-[सं० (वि०) 1 लिखे जाने योग्य 2 जो लिखा जाने अंग से निकलनेवाली गंदी चीज़ (जैसे-मवाद, मल, रक्त को हो II (पु.) 1 वह जो कुछ लिखा गया हो 2 चित्र, तस्वीर आदि)
आलेप-सं० (पु०) पलस्तर आलात-सं० (पु०)लुआठी
आलेपन-सं० (पु०) लेप या पलस्तर करना आलात-अ० (पु०) 1 उपकरण, औज़ार 2 जहाज़ का रस्सा आलोक-सं० (पु०) 1 देखना, दर्शन, दुष्टि 2 प्रकाश, रोशनी आलाते जंग-अ० + फ़ा (पु०) युद्ध के शस्त्रास्त्र
3 स्पष्टीकरण। गृह (पु०) (प्रायः समुद्र में बना) लाइट आलान-सं० (पु०) 1खूटा 2 खम्भा 3 रस्सा 4 सीकड़ हाउस; -चित्रण (पु०) तस्वीर खींचना (फोटोग्राफी); आलाप-सं० (पु०) 1कहना, बोलना 2 वार्तालाप पत्र (पु०) किसी विषय को स्पष्ट करने के लिए स्मारक के 3 चहचहाहट 4 तानयुक्त स्वरों में आरंभिक धन प्रदर्शन । रूप में लिखा गया पत्र-लेख; ~स्तंभ (पु०) = आलोक --कलाप + हिं० (पु०) बातचीत; -चारी (स्त्री०) स्वरों | गृह; हीन प्रकाश से हीन को साधने की क्रिया
आलोकन-सं० (पु०) 1 अच्छी तरह से देखना, अवलोकन आलापक-सं० (वि०) 1 संगीत में स्वरों का आलाप 2 दिखलाना 3 चमकाना 4 प्रकाशयुक्त करना करनेवाला 2 बातचीत करनेवाला
आलोकनीय-सं० (वि०) अवलोकन योग्य आलापन-सं० (०) = आलाप
आलोकमय, आलोकित-सं० (वि०) 1 देखा हआ आलापना- + हिं० (पु०) 1 तान लगाना 2 शास्त्रीय पद्धति से 2 प्रकाश-युक्त 3 चमकता हुआ गीत गाना
आलोचक-सं० (पु०) 1 देखनेवाला 2 गण-दोष की विवेचना आलापित-सं० (वि०) 1 आलाप के रूप में उच्चारित किया करनेवाला 3 समीक्षक हुआ 2 गाया हंआ 3 कथित
आलोचन-सं. (स्त्री) 1 देखना, दर्शन करना 2 गुण-दोष की आलाधिनी-सं० (स्त्री०) बंसी, वाँसुरी
परख आलापी-सं० (वि०) = आलापक
आलोचना-सं. (स्त्री) गण दोष निरूपण या विवेचनन करना। आलारासी (वि०) 1 आलसी 2 लापरवाह
साहित्य (प.) आलोचना-संबंधी पम्न आलावत-सं० (पु०) 1 कपड़े का बना हुआ पंखा 2 कपड़े से आलोचनात्मक-सं० (वि०) आलोचना वाला ढका हुआ पंखा
| आलोचित-सं० (वि०) 1 जिसकी आलोचना की गई हो 2 जो आलिंगन, आलिंगन-पाश-सं० (पु०) गले लगाना, परखा गया हो परिरंभण
आलोच्य-सं० (वि०) 1आलोचना योग्य 2 परखने काबिल आलिंगित-सं० (वि०) गले लगाया हुआ
आलोड़न-सं० (पु०) । मथना 2 मन में उठनेवाला द्वंद्ध, आलिंगी-सं० (वि०) आलिंगन करनेवाला
ऊहापोह 3 क्षोभ। -विलोड़न (पु०) मंधन आलि-सं० (स्त्री०) 1 सखी, सहेली 2 भ्रमरी, भौंरी 3 पंक्ति आलोड़ित-सं० (वि.) 1 मथा हआ 2 अच्छी तरह सोचा आलिखित-सं० (वि०) 1 लिखित 2 चित्रित, अंकित हआ, विचारित आलिम-अ० (वि०) विद्वान्, ज्ञानी, पंडित
आलोप-सं० (पु०) 1 गायब होना, लप्त करना 2 आदेश रद्द आली-[ अ० (वि०) 1 उच्च 2 मान्य 3 श्रेष्ठ, उत्तम || करना (स्त्री०) गीली, तर, नम। खानदान + फ़ा० कुलीन; | आलोल, आलोलित-सं० (वि.)। हिलता, डोलता
जाह + फ़ा० (वि०) ऊँचे स्थान पर बैठनेवाला, उच्च 2 लहराता हुआ 3 चंचल 4 क्षुब्ध पदस्थ; दिमाग़ (वि०) श्रेष्ठ बुद्धिवाला, बुद्धिमान्; | आल्हा-(पु०) 131 मात्राओं का एक छंद 2 बहुत लंबा-चौड़ा -शान (वि०) बहुत बड़ा और भव्य, अत्यधिक शानदार; वर्णन
हिम्मत (वि०) साहसी, साहसपूर्ण; हौसला आवंटन-सं० (पु०) बाँटना, वितरण करना (वि०) धीरजवाला, धर
आवंटित-सं० (वि०) बाँटकर दिया हुआ