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आदर्शित
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आधि
आदर्शित-सं० (वि०) 1 दिखलाया हुआ 2 निर्देश किया हुआ | आदेशानुगामी-सं० (वि०) आदेश का पालन करनेवाला आदर्शीकरण-सं० (पु०) आदर्श रूप देना
आदेशानुसार-सं० आज्ञा के अनुसार आदर्शोन्मुख-सं० (वि०) - आदर्शवादी
आदेशार्थी सं० आदेश का इच्छक आदहन-सं० (पु०) 1 जलाना 2 आहत करना 3 निंदा करना आदेशिती-सं० (ए०) वह जिसके नाम आदेश हो 4 ईर्ष्या, डाह 5 घृणा करना
आदेशी-सं० (वि०) 1 आज्ञा देनेवाला 2 ज्योतिषी. आदान-सं० (पु०) 1 लेना, ग्रहण 2 बंधन 3 कर, शुल्क आदि भविष्यवक्ता के रूप में लिया जानेवाला धन। ~प्रदान (पु०) लेना-देना, | आद्यंत-I सं० (क्रि० वि०) आदि से अंत तक II (प०) अदल-बदल
आदि अंत आदाब-अ० (पु०) 1 नमस्कार 2 अदब-कायदा आद्य-सं० (वि०) = आदि, मूल। -रूप (पु०) आदि 3व्यवहार-नियम। ~ अर्ज़ (पु०) नमस्कार; तसलीमात नमूना (पु०) नमस्कार, प्रणाम। -अर्ज़ करना सलाम करना; आद्यक्षर-सं० (पु०) नाम के शुरू का अक्षर बजा लाना विनय पूर्वक अभिवादन करना
आद्यक्षरित-सं० (वि०) नाम के आरंभिक अक्षर से हस्ताक्षर आदि-[सं० (पु०) 1 आरंभ, शुरू 2 मूल कारण 3 परमात्मा किया हुआ II (वि०) 1 पहला (जैसे-आदि कवि) 2 आरंभ का III आद्या-(स्त्री०) दुर्गा (अ०) इत्यादि, वगैरह। -कर्ता (पु०) स्रष्टा; ~कल्प आद्याक्षर-सं० (पु०) = आद्यक्षर (पु०) आदि युग ~कवि (प०) 1 वाल्मीकि 2 ब्रह्मा; आद्याक्षरित-सं० (वि०) = आद्यक्षरित
कारण (पु०) = आदि; काल (पु०) (इतिहास में) आद्योपांत-सं० (वि०) - आद्यंत आरंभिक समयः कालीन (स्त्री०) - आदि; --काव्य आध-(वि०) आधा (पु०) वाल्मीकीय रामायण; ग्रंथ (पु०) सिख गुरुओं की आधार्मिक-सं० (वि०) 1 अन्यायी 2 असाधु वाणी का संग्रह; देव (पु०) 1 परमेश्वर 2 विष्णु; आधर्षण-सं० (१०) 1 अपराधी ठहराना 2 दंड देना
निवासी (पु०) पहले से बसने वाले, जनजाति; ~पुरुष आधर्षित-सं० (वि०) 1 दोषी ठहराया हआ 2 दंडित (पु०) 1 परमेश्वर 2 नारायण; ~भाषा (स्त्री०) 1 सृष्टि के | आधा-(वि०) वस्तु के दो बराबर भागों में से एक, अर्द्ध। आरंभ की भाषा 2 किसी देश की प्रचीनतम भाषा; ल्युग
-तीहा (वि०) आधे या तिहाई के लगभगः - तीतर (पु०) प्रारंभिक या प्राचीनतम युग; ~वासी (पु०) =
आधा बटेर अनमेल, बेमेल; ~होना दुबला होना, आधी आदि-निवासी; स्रोत (१०) मूल, आरंभ; ~शक्ति
बात न पूछना कदर न करना; आधे आध दो बराबर या (स्त्री०) दुर्गाः --स्वरागम (पु०) शब्द के आरंभ स्वर आ अर्द्धभाग जाना (जैसे- इस्थिति, इस्कृल)
आधान-सं० (पु०) 1 रखना,स्थापन 2 अग्नि का स्थापन आदिक-सं० (वि०) = आदि
3 धारण 4 उत्पन्न करना 5 पात्र 6 प्रयत्न रेहन 8 गर्भाधान से आदित:-सं० (पु०) सूर्य
पहले किया जानेवाला संस्कार आदित्य-1 सं० (पु०) 1 सूर्य 2 देवता II (वि०) 1 आदित्य आधार-सं० (पु०) 1 सहारा 2 बर्तन 3 रेखागणित में आधार से उत्पन्न 2 आदित्य सबंधी। ~मंडल (१०) सूर्य के चारों
रेखा 4 संबंध 5 अधिकरण कारक। व्या० ~भूत (वि०) ओर का प्रभा मंडल
मौलिक, आधारिक; ~भूमि (स्त्री०) आधार; आदिम-सं० (वि०) = आदि। काल (पु०) = |
आधार-शक्ति (स्त्री०) मूल शक्ति; --शिला (स्त्री०) आदिकाल; जाति (स्त्री०) मूल निवासी
नींव का पत्थर; -स्तंभ (पु०) किसी कार्य या वस्तु का मुख्य आदिल-अ० (वि०) इंसाफ करनेवाला, न्यायी
आधार; ~स्वरूप (वि०) आधार के रूप में; ~हीन आदिष्ट-I सं० (वि०). 1 आदेश प्राप्त 2 आदेश किया हआ (वि०) निराधार II (पु०) आज्ञा
आधारक-सं० (पु०) = आधार आदी-1 अ० (वि०) 1 अभ्यस्त 2 जिसे लत पड़ गई हो, | आधारतः-सं० (क्रि० वि०) आधार के रूप में व्यसनी II (अ०) 1 तनिक भी 2 निपट III(स्त्री०) अदरक आधाराधेय-सं० (पु०) आधार और उस पर रखी वस्त आदीपन-सं० (पु०) 1 दीपक जलाना 2 आग जलाना
आधारिक-सं० (वि०)1 आधार से संबंधित, आधार वाला 3 उत्तेजित करना, उकसाना 4 स्वच्छ करना
2 आधारभूत आदृत-सं० (वि०) आदरप्राप्त, सम्मानित
आधारित-सं० (वि०) आधार पर टिका हुआ आदेय-सं० (वि०) लिया जाने योग्य
आधारी-सं० 1 (वि०) वह जो किसी आधार पर टिका हो II आदेश-सं० (पु०) 1 आज्ञा, हुक्म 2 हिदायत 3 ज्यो० ग्रहों का |
(स्त्री०) साधुओं के बैठने की एक लकड़ी फल। -पंजी (स्त्री०) आर्डर-बुक; ~पत्र (पु०)
आधि-सं० (स्त्री०) 1 मानसिक पीड़ा 2 विपत्ति, संकट हुक्मनामा; पूर्ण (वि०) हुक्मी; बद्ध (वि०)
3 अभिशाप 4 धरोहर। ~कर्ता (पु०) बंधक रखनेवाला आज्ञाकारी; लेख (पु०) न्यायालय की आज्ञा;
व्यक्ति; ~कोषक, ~कोषिक, (पु०) बैंक का; ~ग्राही ~सार-संग्रह (पु०) पुस्तक रूप में आदेश का संक्षेप (पु०) धरोहर लेनेवाला; दैविक (वि०) अतिप्राकृतिक, आदेशक-सं० (वि०) आज्ञा देनेवाला
दैवी; ~भोग (पु०) धरोहर वस्तु का उपयोग; भौतिक आदेशात्मक-सं० (वि०) = आदेशपूर्ण
(वि०) पंचभूतों से संबंध, सांसारिक; ~राज्य (पु०) +