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आकृति
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आग
आकृति-सं० (स्त्री०) 1 रूप, गढ़न 2 चेहरा। प्रकृति | आक्सीकरण-अं० + सं० (पु०) आक्साइड बनाम, उपचरन (स्त्री०) आकार-प्रकार; ~प्रधान (वि०) भाषा जिसका आक्सीकारी-अं० + सं० (वि०) उपचायक, आक्साइड अध्ययन रूप के आधार पर हो; विज्ञान (पु०) बनानेवाला आकारिकी, आकारविज्ञान, रूप रचनाविज्ञान
आक्सीकृत-अं० + सं० (वि०) उपचित आकृष्ट-सं० (वि०) 1 खिंचा हुआ, आकर्षित 2 सम्मोहित आक्सीजन-अं० आक्सीजन (गैस), प्राणवायू हुआ
आखिर-1 अ० (वि०) । अंत में होनेवाला, अंतिम 2 बाद में आकृष्टि-सं० (स्त्री०) 1 खिंचाव 2 गुरुत्वाकर्षण
होनेवाला II (पु०) 1 अंत 2 परिणाम, फल III (अ०) आनंद, आक्रंदन-सं० (पु०) 1 रोना, चिल्लाना 2 पुकारना अंत में। -कार + फ़ा० (क्रि० वि०) अंततोगत्वा 3 घोर युद्ध, घमासान युद्ध
आखिरी-अ० (वि०) सबके अंत में होनेवाला, अंतिम आनंदी-सं० (वि०) रोने या चिल्लानेवाला
आखु-सं० (पु०) । देवदार वृक्ष 2 चोर 3 चूहा 4 सुअर आक्रमण-सं० (पु०) 1 हमला करना, चढ़ाई करना 2 सीमा आखेट-सं० (पु०) शिकार, मृगया। --शिक्षक शिकार की का बलात् उल्लंघन 3 निंदात्मक आक्षेप (आचरण, कार्य, । शिक्षा देनेवाला विचार, सिद्धांत)। ~कारक, ~कारी (वि०) आक्रमण आखेटक-सं० (पु०) शिकार करनेवाला, शिकारी, अहेरी करनेवाला; मूलक (वि०) = आक्रमणात्मक; ~वाद आखेटिक-[ सं० (वि०) । शिकारी 2 भयंकर II (पु०) (पु०) आक्रमण में विश्वास रखनेवाला दर्शन; ~वादी निपुण शिकारी (वि०) आक्रमणवाद को माननेवाला; -शील (वि०) आखोर-I फ़ा० (पु०) कूड़ा-करकट II (वि०) 1 सड़ा गला आक्रामक स्वभाववाला
2 रददी 3 गंदा, मेला। की भरती व्यर्थ के लोगों का आक्रमणात्मक-सं० (वि०) आक्रमण के स्वभाव वाला जमघट आक्रमित-सं० (वि०) आक्रमण किया गया, हमला हुआ, | आख्या-सं० (स्त्री०) 1 विवरण लिखना या लिखाना 2 नाम, आक्रांत
संज्ञा 3 कीर्ति, यश: पन (पु०) 1 विवरण कहना 2 घोषित आक्रम्य-सं० (वि०) आक्रणम योग्य। -ता (स्त्री०) करना आक्रमण के योग्य होना
आख्यात-[ सं० (वि०) 1 कहा हआ 2 अति प्रसिद्ध आक्रय-सं० (पु०) खरीदना
___ II (पु०) व्या० क्रिया पद आक्रांत-सं० (वि०) 1 जिस पर हमला किया गया हो । आख्याता-सं० (वि०) । सूचना या विवरण बतलाने वाला 2 पराभूत, अभिभूत
2 कहनेवाला, वक्ता आक्रांति-सं० (स्त्री०) 1 आक्रांत करने की अवस्था आख्याति-सं० (स्त्री०) 1कहने या सूचित करने की क्रिया 2 आरोहण, ऊपर चढ़ना
2 ख्याति, प्रसिद्धि 3 विवरण आक्रामक-सं० (वि०) हमला या प्रहार करनेवाला आख्यान, आख्यानक-सं० (पु०) 1 कहना 2 सूचित करना आक्रीड़-सं० (पु०) 1 खेलने का मैदान 2 बगीचा 3 वर्णन, वृत्तांत 4 कथा। ~कार (पु०) वृत्त-लेखक आक्रीड़न-सं० (पु०) क्रीड़ा करना, खेलना
आख्यापक-सं० (पु०) 1 संदेशवाहक, दूत 2 वह जो घोषित आक्रीड़ी-सं० (वि०) खेलनेवाला, खिलाड़ी
करे या सूचित करे आक्रुष्ट-[ सं० (वि०) 1 जिस पर क्रोध किया गया हो । आख्यायिक-सं० (पु०) आख्यायिका-सं० (स्त्री०) 2 शापित 3 निंदित II (पु०) कटु वचन, दुर्वचन
1शिक्षाप्रद लघु कल्पित कथा, कहानी आक्रोश-सं० (पु०) 1 कर्कश स्वर में की जानेवाली भर्त्सना | आख्येय-सं० (वि०) 1 कथा योग्य, कथनीय 2 सूचित करने 2 रोषपूर्ण भावना 3 चिल्लाहट
योग्य आक्रोशित-सं० (वि०) = आक्रुष्ट
आगंतव्य-सं० (वि०) 1 जो आनेवाला हो 2 जिसके आने की आक्लांत-सं० (वि०) 1 भीगा हुआ 2 लथपथ
संभावना हो भाक्षरिक-सं० (वि०) अक्षर या अक्षरों का (जैसे-~ज्ञान) | आगंतुक-सं० (वि०) 1 आया हुआ 2 अचानक आ जानेवाला माक्षिक-[सं० (पु०) जुए में लगाया जानेवाला धन या दाँव 2 अभ्यागत, अतिथि।
II (वि०) 1 अक्ष संबंधी 2 पासा या शतरंज खेलनेवाला आग-(स्त्री०) 1 अग्नि 2 ताप, गरमी। गार्ड + अं० (पु०) भाक्षिप्त-सं० (वि०) 1 हटाया हुआ 2 व्याकुल 3 जिसपर आगरोक; ~जनी + फा० (स्त्री०) आग लगाना; ~उठाना आक्षेप किया गया हो।
शपथ लेना, कसम खाना; -का पुतला (पु०) क्रोधी साक्षेप-सं० (पु०) 1 फेंकना 2 व्यंग्यपूर्ण दोषारोपण करना व्यक्ति; ~का बाग 1 सुनारों की अँगीठी 2 आतिशबाज़ी; 3 अर्थालंकार जिसमें पहले कोई बात कहकर फिर अपवाद ल्खाना बहुत गुस्सा होना; ~गाड़ना जलते कोयलों को स्वरूप उसका प्रतिषेध करना (काव्य)
राख में रखना; जलाना आग उत्पन्न करना; जिलाना क्षेपक, आक्षेपी-सं० (वि०) 1 फेंकनेवाला 2 व्यंग्यपूर्ण, | 1आग तेज़ करना 2 आग सुलगाना; ~वाना आग का आरोप लगानेवाला
ठंडा पड़ना, बुझना; ~झाड़ना रगड़ से चिनगारियां उत्पन्न TRोट-सं० (पु०) अखरोट (वृक्ष और फल) करना; ~तापना गरमी प्राप्त करना; दिखाना आग के क्सिाइड-अं० (पु०) घटक और आक्सीजन का पास ले जाना (वस्तु), आग लगाना; ~देना आग से संयोग
कराना जलाना; ~पानी का वैर पुरानी या स्वाभाविक
यौगिक