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असेवित
असेवित -सं० (वि०) 1 जिसकी सेवा न की गई हो 2 जिससे परहेज़ किया गया हो 3 उपेक्षित
असेसमेंट-अं० (पु०) (कर) निर्धारण
असेसर - अं० ( पु० ) 1 फौजदारी मामलों में जज या मजिस्ट्रेट को सलाह देने के लिए चुना गया व्यक्ति 2 कर की मात्रा निर्धारित करनेवाला
असैनिक - सं० (वि०) 1 जिसका संबंध सेना से न हो 2 मुल्की असैनिकीकरण-सं० (पु० ) सैनिक बलों का हटा देना असैनिकीकृत, असैन्यीकृत-सं० (वि०) जहाँ से सेनाओं को हटा दिया गया
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असोख - (वि०) 1 जिसे सुखाया न जा सके 2 जिसे सोखा न जा सके
असोच - (वि०) जिसे चिंता न हो, चिंतारहित, निर्द्वद्व असोसियेशन - अं० (पु० ) संघ, समिति, सभा असौंदर्य - सं० (पु०) सुंदरता का अभाव, कुरूपता असौम्य -सं० (वि०) 1 असुंदर, भहा 2 अप्रिय अस्खलित-सं० (वि०) 1 जो फिसले डगमगाये नहीं 2 ठीक मार्ग पर चलनेवाला 3 जो क्षुब्ध न हो 4 शुद्ध अस्तंगत - सं० (वि०) 1 जो अस्त हो चुका हो (सूर्य, चंद्र) 2 नष्ट 3 लुप्त
अस्त - I सं० (वि०) 1 डूबा हुआ 2 फेंका हुआ 3 गत 4 ओझल 5 समाप्त II (पु० ) 1 डूबना 2 अदृश्य होना, छिपना 3 पतन 4 अंत 5 नाश 6 कुंडली में लग्न से सातवाँ स्थान । ~ काल (पु०) दृष्टि पथ के बाहर का समय; गत (वि०) अस्त - व्यस्त (वि०) इधर-उधर बिखरा हुआ; ~ व्यस्तता (स्त्री०) बिखराव
अस्तबल - अ० (पु० ) घुड़शाला, अश्वशाला, तबेला अस्तमन - सं० ( पु० ) डूबना, अस्त होना अस्तपित-सं० (वि०) 1 अस्तंगत 2 नष्ट 3 मरा हुआ 4 छिपा
हुआ
अस्तर - फ़ा० (पु० ) 1 सिले कपड़े, जूते आदि के भीतर की तह 2 अंतरौटा 3 किसी द्रव में अन्य सुगंधित द्रव का मिश्रण 4 चित्र की ज़मीन बाँधने का मसाला 5 नीचे का रंग। कारी (स्त्री०) 1 पलस्तर करना 2 दीवारों पर चूना या सफ़ेदी करना अस्ताचल-सं० (पु० ) पश्चिम दिशा में स्थित वह कल्पित पर्वत जिसके पीछे सूर्यास्त का होना माना गया है अस्ति-सं० (स्त्री०) 1 विद्यमानता, सत्ता 2 जरासंध की कन्या का नाम
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अस्तित्त्व-सं० (५०) सत्ता हस्ती, विद्यमान होना । वाद (पु० ) 1 यह मत कि यथार्थ का ही महत्त्व है (परंपरा का नहीं) 2 चिंतन को मानवीय अस्तित्त्व पर केन्द्रित करना । ~त्व हीन (वि०) जो सत्ता में न हो
अस्तु सं० (अ०) जो हो, ऐसा ही सही, तो ठीक है अस्तुरा - फ़ा० (पु० ) = उस्तरा
अस्तेय - (पु० ) चोरी न करना
अस्तोदय -सं० (पु० ) 1 उदय अस्त 2 बनना - बिगड़ना अस्त्र - सं० ( पु० ) 1 हथियार 2 फेंककर चलाया जानेवाला हथियार 3 मंत्र प्रेरित बाण 4 चीर फाड़ का औज़ार । कार (पु० ) हथियार बनानेवाला; चिकित्सक (पु० ) शल्यकार ~ चिकित्सा (स्त्री०) शल्य चिकित्सा;
जीवि,
अत्र
~धारी (पु० ) अस्त्रकार, सैनिक विद्या (स्त्री०); ~ शस्त्र (पु० ) अस्त्र और शस्त्र दोनों; ~शाला (स्त्री०) अस्त्र शस्त्र रखने का स्थान; ~ शिक्षा (स्त्री०) अस्त्र आदि चलाने या प्रयोग करने की शिक्षा अस्त्रागार-सं० (पु० ) = अस्त्रशाला
अस्त्रालय -सं० (पु० ) वह स्थान जहाँ हथियार रखे जायें अस्त्रीक-सं० (पु०) पत्नीहीन अस्त्रीकरण-सं० (पु० ) अस्त्र शस्त्रों से सज्जित करना अस्वीकृत -सं० (वि०) अस्त्र शस्त्र से सज्जित / लैस अस्थायित्व - सं० ( पु० ) स्थिर न होना
अस्थायी -सं० (वि०) 1 जो अधिक दिन या समय तक रहनेवाला न हो, आरज़ी 2 अस्थिर अस्थि-सं० (स्त्री०) हड्डी । तेज (पु०) मज्जा; ~ धन्वा (पु० ) शिव, पंजर (पु०) हड्डियों का ढाँचा, कंकाल; ~ प्रवाह (पु० ) मृत व्यक्ति की अस्थियाँ नदी या जलाशय में डालना; ~भंग (पु० ) हड्डी टूटना; मज्जा (स्त्री०) हड्डियों के अंदर रहनेवाली मंज्जा; माली (पु० ) हड्डियों की माला धारण करनेवाला, शिव; ~ विग्रह (वि०) पंजर मात्र, दुबला, पतला; ~वेधी (वि०) हड्डी को छेदनेवाला; ~शेष (वि०)
अस्थि मात्र ~ संचय (पु० ) 1 शवदाह के बाद गंगा आदि में प्रवाह के लिए हड्डियों या राख को एकत्र करना 2 अस्थियों का ढेर; संधि (स्त्री०) हड्डी का जोड़ संधि शोथ (पु०) हड्डी की जोड़ में सूजन आना; ~संध्यार्त्ति (स्त्री०) = अस्थि संधि शोथ; ~समूह (पु० ) हड्डियों का ढेर अस्थिर -सं० (वि०) 1 जो स्थिर न हो, डाँवा डोल, चंचल
2 अनिश्चित, बे भरोसे का । ~ चित्त (वि०) जिसका मन चंचल हो; ता (स्त्री०) अस्थिर होने की अवस्था अस्थैर्य - सं० (पु० ) स्थिरता का अभाव, अस्थिरता अस्निग्ध-सं० (वि०) 1 जो चिकना न हो 2 कठोर और शुष्क 3 अरसिक
अस्नेह-सं० (पु० ) स्नेह का अभाव
अस्पताल - अं० (पु० ) जहाँ रोगियों की चिकित्सा होती है, चिकित्सालय, दवाखाना
अस्पताली-अं० + हिं० (वि०) अस्पताल का अस्पष्ट-सं० (वि०) जो साफ न दिखाई दे या समझ में न आये, धुंधला । ~ता (स्त्री०) स्पष्ट या साफ़ न होना अस्पृश्य-सं० (वि०) 1 जो छूने के योग्य न हो, अछूत 2 जिसका स्पर्श न हो सके। ~ता (स्त्री०) छुआछूत, अछूतापन
अस्पृष्ट-सं० (वि०) जिसे छुआ न गया हो, अछूता अस्पृह - सं० (वि०) जिसे लालच न हो, निर्लोभ अस्फुट - (वि०) 1 जो खिला न हो 2 अस्पष्ट अस्फाल्ट-अं० तारकोल
अस्मत - अ० (स्त्री०) (स्त्री की) इज्जत। पर हाथ लगाना
इज्जत लूटना
अस्मदीय-सं० (वि०) मेरा या हमारा
अस्मिता - सं० (स्त्री०) 1 अहंभाव, अपनी सत्ता का भाव, आपा 2 अहंकार, अभिमान
अस्मृति-सं० (स्त्री०) याद न रहना
अस्त्र-सं० (पु० ) 1 कोना 2 रक्त 3 जल 4 आँसू 5 केसर 6 बाल