________________
असहयोगी
असहयोगी -सं० (वि०) सहयोग न देनेवाला असहाय -सं० (वि०) 1 जिसका कोई साथी न हो, सहायक न हो 2 निरुपाय
असहिष्णु-सं० (वि०) 1 सहन न करनेवाला 2 झगड़ालु । ~ता (स्त्री०) सहिष्णु न होने की अवस्था असह्य-सं० (वि०) असहनीय
असांप्रत -सं० (वि०) 1 अयोग्य, अनुचित 2 असामयिक 3 वर्तमान काल का नहीं
असांप्रदायिक-सं० (वि०) 1 जिसका किसी संप्रदाय से संबंध न हो 2 परंपरा विरुद्ध
असांसादिक-सं० (वि०) संसद के शिष्टाचार के प्रतिकूल असांसारिक-सं० (वि०) 1 जो इस संसार का नहीं है 2 अलौकिक
असाक्षात् -सं० (पु० ) सामने न होना असाक्षिक-सं० (वि०) 1 जिसका कोई साक्षी न हो 2 जिसे प्रमाणित करनेवाला कोई न हो
असाक्षी-सं० (वि०) गवाह बनने के अयोग्य
असाढ़ - ( पु० ) आषाढ़ का महीना
असाढ़ा - (पु० ) रेशम का बटा हुआ तागा असाढ़ी - I (वि०) असाढ़ का II (स्त्री०) 1 असाढ़ में बोई जानेवाली फ़सल 2 आषाढ़ की पूर्णिमा
अस्वास्थ्यकर 2 जो स्वास्थय के
असात्मय - सं० (वि०) 1 अनुकूल न हो
असाधारण - I सं(वि०) 1 जो साधारण न हो (आदमी, फल, फूल) 2 साधारण से अधिक, विशेष II ( पु० ) 1 एक हेत्वाभास 2 विशेषता 3 विशेष संपत्ति
असाधु - I सं० (वि०) 1 खल, दुष्ट 2 असदाचारी 3 खोटा
4 असंस्कृत II (पु०) बुरा आदमी
असाध्य-सं० (वि०) 1 जो साधने योग्य न हो 2 जिसकी सिद्धि
न हो सके 3 अच्छा न होनेवाला, ला इलाज 4 अशक्य, अति दुष्कर, कठिन । ~साधन (पु० ) असाध्य काम को कर दिखाना
असाध्वी-I सं० (वि०) जो साध्वी या सच्चरित्रा न हो II (स्त्री०) व्यभिचारिणी
असामंजस्य - सं० (पु० ) समता का अभाव असामयिक -सं० (वि०) जो समय के योग्य न हो, बे वक्त, बे मौका
असामर्थ्य - I सं० (स्त्री०) सामर्थ्य का अभाव II ( वि० ) असमर्थ
असामान्य -सं० (वि०) जो साधारण या सामान्य न हो, विशेष असामी - अ० (पु० ) 1 आदमी, मनुष्य 2 पद 3 नौकरी 4 काश्तकार 5 ग्राहक 6 मुलजिम
असाम्य-सं० (पु० ) 1 अंतर 2 असमानता 3 अननुकूलता असार - I सं० ( वि० ) 1 सारहीन 2 सत्त्वशून्य 3 पोला 4 निरर्थक 5 बेदम II (पु० ) तत्त्वरहित पदार्थ
असालतन-अ० ( क्रि० वि०) स्वयम्, खुद, व्यक्तिगत रूप से असाला - ( स्त्री०) चंसुर नामक पौधा असावधान-सं० (वि०) जो सावधान न हो, लापरवाह असावधानी-सं० + हिं० (स्त्री०) असावधानता, बे खबरी असासा - अ० (पु० ) 1 घर गृहस्थी में काम काज की सभी
70
असेवन
वस्तुएँ 2 माल, असबाब असाहित्यिक-सं० (वि०) जो साहित्य से संबंधित न हो असि - सं० (स्त्री०) 1 तलवार 2 भुजाली; क्रीड़ा (स्त्री०) तलवार बाजी; ~ दन्त (पु०) मगरमच्छ; ~धारा (स्त्री०) तलवार की धार
असित - I संo (वि० ) 1 अश्वेत 2 काला 3 दुष्ट, बुरा 4 टेढ़ा, कुटिल देवल नामक ऋषि II (पु० ) 1 काला या नीला रंग 2 कृष्ण पक्ष
असिद्ध - I सं( वि० ) 1 अप्रमाणित 2 जिसने सिद्धि प्राप्त नहीं की है 3 कच्चा 4 अपूर्ण, अधूरा 5 व्यर्थ, बेकार II ( पु० ) एक ऊँचा वृक्ष जिसकी लकड़ी इमारत के काम आती है असिद्धि-सं० (स्त्री०) 1 अपूर्णता 2 विफलता 3 साबित न होना 4 कच्चापन
असिस्टेंट-अं० (वि०) सहायक
असीम-सं० (वि०) 1 जिसकी सीमा न हो, बेहद 2 बे हिसाब, अपार
असीमित - सं० (वि०) 1 जो सीमित न हो 2 अपरिमित असीर - अ० (पु० ) बंदी, कैदी असीरी-अ० (स्त्री०) कैद
असील - अ० (वि०) 1 कुलीन 2 उत्तम और शांत स्वभाव का असीस - ( स्त्री०) आर्शीवाद
असीसना - (स० क्रि०) आर्शीवाद देना असुंदर - सं० (वि०) 1 कुरूप, भद्दा 2 अशोभन असु-सं० ( पु० ) 1 प्राणवायु 2 प्राण 3 चित्त 4 विचार असुख - I सं० (पु० ) 1 सुख का अभाव 2 कष्ट, दुख II (वि०) 1 कष्ट या दुख उत्पन्न करनेवाला 2 परिश्रम साध्य, कठिन 3 दुखी । कर (वि०) कष्ट पहुंचानेवाला असुखी-सं० (वि०) = असुख असुगम सं० (वि०) जो सरल और सीधा न हो असुत-सं० (वि०) पुत्रहीन
असुर - I सं० (पु० ) 1 दैत्य, दानव 2 असभ्य व्यक्ति 3 दुष्ट व्यक्ति 4 पृथ्वी II (वि०) अपार्थिव 2 दानवी असुरक्षा-सं० (स्त्री०) सुरक्षा का अभाव असुरारि-सं० ( पु० ) 1 विष्णु 2 देवता असुविधा-सं० (स्त्री०) 1 सुभीता न होना 2 अड़चन 3 कठिनाई । जनक (वि०) तकलीफ़देह, कष्टकर असुषमत्व-सं० ( पु० ) असुन्दरता असूझ - I सं० (वि०) 1 जिसे कुछ भी समझ में न आए 2 जिसका आर पार न दिखाई दे, अपार 3 विकट II (स्त्री०) अदूरदर्शिता असूतिका - (स्त्री०) बाँझ
असूया -सं० (स्त्री०) 1 दूसरे के गुण में दोष निकालना 2 जलन, ईर्ष्या 3 रोष 4 एक संचारीभाव (साहित्य) असूर्यपश्या - (स्त्री०) जिसने सूर्य तक का दर्शन न किया हो, परदेदार
असृक् सं० 1 खून, रक्त 2 केसर असेंबली-अं० (स्त्री०) विधान सभा
असेवन - I सं० (पु०) सेवन का अभाव, व्यवहार में न लाना II (वि०) 1 सेवा न करनेवाला 2 अराधना न करनेवाला 3 उपेक्षा करनेवाला