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मुनि सभाचंद एवं उनका पद्मपुराण
४३ विधानक - लंका से दूत का आगमन २७७ हनुमान द्वारा राम के दर्शन २७६ राम का हनुमान को गले लगाना, पवनपुत्र द्वारा स्तुति २७१ १ ४४ विधानक – महेन्द्रपुर नगर २५० हनुमान द्वारा महेन्द्र सेन से बदला लेना; परस्पर मिलन २८१ ।
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४५ विघानक — सीन कन्याओं द्वारा तपस्या, हनुमान द्वारा बादानल बुझाना, विवाह की भविष्यवाणी २८३ |
४६ विधानक- वज्रमुख एवं हनुमान की वार्ता २७४ लंका सुन्दरी का प्र ेम लंकापति का प्रभाव २८४ हनुमान द्वारा समझाना २८४ |
४७ विधानक हनुमान का लंका में पहुंचना, विभीषण से भेंट २८६ राव का क्रोषित होना, हनुमान का वानर रूप में सीता के पास पहुंचना मन्दोदरी सीता की वार्तालाप २८६ सीता द्वारा राम के सेवक के रूप में प्रकट होने के लिये कहना, सीता के प्रश्न हनुमान का उत्तर २८७ मन्दोदरी का कथन २८३ हनुमान मन्दोदरी संवाद २६ मन्दोदरी का नाटक, हनुमान का सीता से निवेदन, हनुमान द्वारा भोजन, सारा भाहार सीमित ६० सीता के वचन हनुमान का प्रस्थान मन्दोदरी का रावण के पास जाना रावल का क्रोधित होना हनुमान का युद्ध कौपाल २६१ इन्द्रजीत द्वारा हनुमान को पकड़ना, हनुमान का परिचय रावरण का क्रोषित होना २९२ हनुमान का उत्तर हनुमान का मायावी विद्या द्वारा लंका दहन २६३ ।
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४८ विधानक-- हनुमान का राम के पास जाना, राम की चित्वा २९४, राजाओं द्वारा निवेदन, युद्ध की तैयारी २६५ ।
४६ विधानक - रावण का चिन्तन, युद्ध की तैयारी २६६ योद्धाओं द्वारा रावण को समझाना विभीषण का इन्द्रजीत से वचन २६७ रावण का विभीबरस पर धावा, विभीषण का राम के पास जाना, विभीषण का द्वारपाल से निवेदन मन्त्रियों का परामर्श २६८ विभीषण द्वारा राम दर्शन, सेना के साथ लंका द्वीप में पहुंचना २९६ ।
५० विधानक- प्रक्षोहिणी संख्या, दोनों के सामर्थ्य की चर्चा २०० । ५१ विधानक-युद्ध के लिये सैनिकों का प्रस्थान ३०१ |
५२ विधनक- राम की सेना, रावण के हस्त प्रहस्त योद्धाओं की हार ३०३ ।
५३ विधानक हस्त प्रहस्त कथा ३०४ ।