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प्रमेयबोधिनी टीका प्र. पद १ सू.८ रूपी अजीवप्रज्ञापना ___११७ - ये स्पर्शतः शीतस्पर्शपरिणता स्ते वर्णतः कालवर्णपरिणता अपि१, नीलवर्णपरिणता अपि२, लोहितवर्णपरिणता अपि३, हारिद्रवर्णपरिणता अपि४, शुक्लवर्णपरिणता अपि९। गन्धतः सुरभिगन्धपरिणता अपि१, दुरभिगन्धपरिणता णया वि) शीत स्पर्शवाले भी हैं (उसिणफासपरिणया वि) उष्ण स्पर्शवाले भी हैं (णिद्धफासपरिणया वि) स्निग्ध स्पर्शवाले भी हैं (लुक्खफासपरिणया वि) रूक्ष स्पर्शवाले भी हैं। __(संठाणओ) संस्थान से (परिमंडलसंस्थानपरिणया वि) परिमंडल संस्थानवाले भी हैं (बटसंठाणपरिणयो वि) वृत्त संस्थानवाले भी हैं (तंससंठाणपरिणया वि) त्रिकोण संस्थानवाले भी हैं (चउरंससंठाणपरिणया वि) चतुष्कोण संस्थानवाले भी हैं (आययसंठाणपरिणया वि) आयत संस्थानवाले भी हैं।
(जे) जो (फासओ) स्पर्श से (सीयफासपरिणया ) शीत स्पर्शघाले हैं (ते) वे (वण्णओ) वर्ग से (कालवण्णपरिणया वि) काले वर्णघाले भी हैं (नीलवण्णपरिणयवि) नीलेवर्णवाले भी हैं (लोहियवण्णपरिणयावि) लाल वर्णवाले भी हैं (हालिद्दवण्णपरिणया वि) पीलेवाले भी हैं (सुकिल्लवण्णपरिणया वि) श्वेत वर्गवाले भी हैं।
(गंधओ) गंध से (सुन्भिगंधपरिणया चि) सुगंध वाले भी है (दुन्भिगंधपरिणया वि) दुर्गंध वाले भी हैं। २५शवाज प (उसिणफासपरिणया वि) GY २५श ni पछ (द्धि फासपरिणया वि) निग्य २५श पाणi ! छे (लुक्खफासपरिणया वि) दुपा સ્પર્શવાળા પણ છે.
(संठाणओ) संस्थानथी (परिमंडलसंठाणपरिणयो वि) परिभ स्थान पाणां ५५ छ (वटूटसंठाणपरिणया वि) वृत्त संस्थान पmi ५ छ (तंससंठाण परिणया वि) बि स स्थानमा ५४ छ (चउरंससंठाणपरिणया वि) यतु। सस्थान वा ५४ छ (आययसंठाणपरिणया वि) यायत सस्थानवाणi पछ.
(जे) रेया (फासओ) २५Nथी (सीयफासपरिणया ) शीत २५i छ (ते) तसा (वण्णओ) पहुंथी (कालवण्णपरिणया वि) ४७ वर्ष पाणi ] छ (नीलवण्णपरिणया वि) नीद २ ५५ (लीहियवण्णपरिणया वि) सात वाजi ५४ छ (हालिदवण्णपरिणया वि) पी॥ २ गना पशु छ (सुकिल्लवण्णपरिणया वि) श्वेत २ जना पर छे.
(गंधओ) यी (सुभिगंधपरिणया वि) सुगवाणi ५ छ (दुन्भिगंध परिणया वि) हुन्धाmi पY छ.