________________
विषय-सूची
कमांक
१. श्री महावीर ग्रन्थ अकादमो-प्रगति परिचय २. संरक्षक की कलम से ३. प्रध्यक्ष को मोर से ४. सम्पादकीय
प्रस्तावना
रामकथा का उद्भव एवं विकास, जैन धर्म में राम का स्थान, नन्थकर्ता, रचना स्थान, राम फया के विपित्र रूप, जैन कथा के दो रूप, हिन्दी में राम काध्य, पपपुराण संरचना, जीवन परिचय, छन्दों का प्रयोग, भाषा, एस एवं अलंकार, पुराण का समीक्षात्मक अध्ययन, राम, लक्ष्मण, सीता, रावण, हनुमान, पद्मपुराण का सामाजिक जीवन, विवाह वर्णन, जीमनवार, स्वप्न दर्शन एवं स्वप्न फल, कुन एवं मपण कूम, युद्ध वर्णन, नगरों का घर्णन, महावीर वाणी, पराधीनता, सुभाषित एवं सूक्तियां, पाण्डुलिपि परिचय, पदमपुराप का सार-समकालीन कवि ।
प्रथम विधानक- तीर्थङ्करों का स्तवन, जिनवाणी का स्वरूप २ राम नाम का महारम्य २ आचार्य रविषेश का उल्लेख ३ रचनाकाल ३ कवि का नाम ३ रामगृही नगरी की सुन्दरता ३ ब्यापार उद्योग ३ कुण्डलपुर नगर ५ सिद्धार्थ एवं त्रिशला रानी ५ माताद्वारा सोलह स्वप्न देखना ५ स्वप्नों का फल ६ माता की सेवा ६ महावीर जन्म ७ महावीर द्वारा वैराग्य ८ कैवल्य ६ समवसरण : महावीर वाणी १० दान का फल ११ श्रेणिक राजा द्वारा स्वप्न १३ राजसमा १२ समवसरण की ओर १३ रघुबंश कमा जानने की इच्छा १४ रामकथा का महत्व १४ भोगभूमि का वर्णन १५ पौदह कुलकर १५ नाभिराजा १६ मरुदेवी की सेवा १६ सोलह स्वप्न १६ स्वप्न फल १७ ऋषभदेव का जन्म १८ जम्मोत्सव १८ प्रादिनाथ