Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 2
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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पल्ली पतन और गिरगिट आरोहण का फलबोधक चक्र गणित द्वारा छिपकली पल्ली के गिरने का फल
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पशदश अध्याय
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शुक्रवार का वर्णन करने की प्रतिज्ञा शुक्र का महत्त्व शुक्र के अस्त और उदय का सामान्य कथन शुक्र, वृहस्पति और चन्द्रमा की किरणों के घातित होने का फल शुक्र के छ: मण्डलों का कथन शुक्र के मण्डलों के नक्षत्र और उनके नाम मण्डलों में शुक्र के गमन का फल शुक्र के उदय और अस्त द्वारा विभिन्न देशों के शुभाशुभत्व का विचार द्वितीय और तृतीय मंडल के शुक्र का विचार चतुर्ध मंडल के शुक्र का फल पञ्चम मंडल के शुक्र का फल छठवें मंडल के शुक्र का फल शुक्र की नाग आदि वीथियों के नक्षत्र शक्र के वीथि गमन का फल कृत्तिकादि नक्षत्रों के उत्तर की ओर से शुक्र के गमन का फल कृत्तिकादि नक्षत्रों के दक्षिण की ओर से शुक्र के गमन का फल ऐरावण पक्ष के गमन का फल नागवीथि, वैश्वानरवीथियों की दिशाओं का कथन वार और नक्षत्रों के संयोग से शुक्रगमन का फल शुक्र के सूर्य में विचरण करने का फल शुक्र के तृतीय मण्डल में उसकी शयनावस्था का फल क्षीण और विलम्बी शुक्र का पञ्चम मंडल में फल लम्बायमान शुक्र का फल
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