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अक्सरानुकूल
अवकाश ग्रहण, प्राप्त (वि०) अवकाश प्राप्त; ~बाद (पु० ) जैसा मौका हो वैसा बन जाना; वादी (वि०) उपयुक्त अवसर से लाभ उठानेवाला, अवसर के अनुसार बरतनेवाला; चूकना अनुकूल परिस्थिति का हाथ से निकल जाना; ताकना इष्ट परिस्थिति की प्रतीक्षा में रहना; ~लेना उपयुक्त समय देखकर किसी से बदला चुकाना हाथ से न जाने देना समय न गँवाना, अनुकूल परिस्थिति का लाभ उठाना
अवसरानुकूल-सं० ( क्रि० वि०) अवसर के अनुरूप अवसरिक-सं० (वि०) विशेष अवसरों पर होनेवाला अवसर्ग-सं० (पु० ) 1 मुक्ति 2 शिथिलता 3 दंडादि में कमी
करना
अवसर्जन-सं० (पु०) मुक्त करना
अवसर्प-सं० (पु०) भेदिया, जासूस अवसर्पण-सं० (पु० ) नीचे उतरना, अधोगमन
अवसाद - सं० (पु० ) 1 सुस्ती, थकावट 2 उदासी 3 खेद 4 हार 5 तलछट, गाद्
अवसादक-सं० (वि०) समाप्त करनेवाला
अवसादन-सं० (पु० ) 1 पतन 2 नाश 3 कार्य करने की अक्षमता 4 उत्पीड़न 5 समाप्त करना
अवसादी-सं० (वि०) अवसाद-युक्त
अवसान-सं० ( पु० ) 1 विराम 2 समाप्ति, अंत 3 मृत्यु 4 कविता या छंद का अंतिम चरण 5 पतन अवसानक-सं० (वि०) 1 समाप्त करनेवाला 2 जो अंत या सीमा तक पहुँच रहा हो
अवसाय-सं० (पु० ) 1 अंत 2 नाश 3 निष्कर्ष 4 निश्चय अवसायीसं० (वि०) रहनेवाला
अवसिक्त-सं० (वि०) सींचा हुआ, सिंचित
अवसित - सं० ( वि० ) 1 बसा हुआ 2 पंरिपक्व 3 निश्चित 4 संबद्ध 5 परिवर्तित 6 समाप्त
अवसृष्ट-सं० (वि०) 1 परित्यक्त 2 बर्खास्त किया हुआ अवसेचन-सं० (पु० ) 1 सींचना 2 छिड़कना 3 पसीना निकलना 4 रक्त निकलना अवस्कंद - सं० (पु० ) 1 आक्रमण 2 टूट पड़ना 3 अस्थायी छावनी, शिविर 4 जनवासा
अवस्कंदक-सं० (पु० ) 1 आक्रमण करनेवाला 2 गुंडा अवस्कंदन-सं० (पु०) आक्रमण करना
अवस्कंदित सं० (वि०) जिस पर आक्रमण किया गया हो, आक्रांत
अवस्कर -सं० ( पु० ) 1 मलमूत्र 2 मलमूत्रेंद्रिय अवस्तार -सं० ( पु० ) 1 परदा 2 कनात 3 चटाई अवस्तु - I सं० (वि० ) 1 निकम्मा 2 शून्य II (स्त्री०) 1 निकम्मी चीज़ 2 सारहीनता
अवस्थांतर -सं० ( पु० ) दूसरी या बदली हुई अवस्था अवस्था -सं० (स्त्री०) 1 हालत, दशा 2 देहादि की कालकृत स्थिति-लड़कपन, जवानी, बुढ़ापा आदि 3 उम्र 4 स्थिति 5 स्थिरता 6 आकृति । ज्ञान (पु०) दशा एवं स्थिति की जानकारी
अवस्थान -सं० (पु० ) 1 ठहरना 2 रहना 3 घर 4 स्टेशन 5 अवधिकाल 6 केन्द्रबिंदु
अवारित
अवस्थापन -सं० (पु० ) 1 रखना, स्थापित करना 2 रहने का
स्थान
अवस्थित सं० (वि०) 1 ठहरा हुआ 2 टिका हुआ 3 विद्यमान
अवस्थिति-सं० (स्त्री०) 1 अवस्थान, टिकाव 2 विद्यमानता अवस्फीति -सं० (स्त्री०) मुद्रा और मूल्यों में कमी अवस्यंदन - सं० (पु०) टपकना, चूना
अवहरण - सं० ( पु० ) 1 चुरा लेना 2 लूट लेना 3 दूर हटाना 4 युद्ध विराम
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अवहस्त-सं० ( पु० ) उलटा हाथ, हाथ का ऊपर का भाग अवहार-सं० (पु० ) 1 अपहरण 2 लौटाना 3 अस्थायी युद्ध-विराम
अवहार्य - सं० (वि०) 1 ले जाने योग्य वस्तु 2 जिसे लौटाना आवश्यक हो
अवहास-सं० ( पु०) उपहास, हंसी-मज़ाक अवहित-सं० (वि०) एकाग्रचित, सावधान
अवहृत - सं० (वि०) 1 चुराया हुआ 2 हरण किया हुआ 3 जिस पर जुर्माना किया गया हो
अवहेलन-सं० (पु० ) 1 आज्ञा का न मानना 2 अनादर करना अवहेलना-सं० (स्त्री०) 1 अनादर, अवज्ञा 2 तिरस्कार 3 उपेक्षा
अवहेलनीय-सं० (वि०) जो उपेक्षा योग्य हो
अवहेला-सं० (स्त्री० ) अवहेलना
अवांछनीय सं० (वि०) 1 जो इच्छा करने योग्य न हो 2 अप्रिय
अवांछित सं० (वि०) जिसकी इच्छा न की गयी हो अवांतर - 1 सं० (वि.) 1 मध्यवर्ती 2 अंतर्गत 3 गौण II
(पु० ) मध्य
अवाई - (स्त्री०) 1 आगमन 2 गहरी जोताई
अवाक् - I सं० (वि०) 1 चकित 2 मौन II ( क्रि० वि०) नीचे III ( पु० ) ब्रह्म
अवाची-सं० (स्त्री०) दक्षिण दिशा
अवाच्य-सं० (वि०) 1 न कहने योग्य 2 बात करने के अयोग्य अवात-सं० (वि०) निर्वात, बिना हवा का। ता (स्त्री०) वातरहित स्थिति
अवादी -सं० (वि०) 1 जो वादी न हो 2 न बोलने वाला अवापन सं० ( पु० ) 1 प्राप्त करना 2 शुल्क लगाना अवाप्त-सं० (वि०) प्राप्त, मिला हुआ अवाप्ति-सं० (स्त्री०) प्राप्ति
अवाप्य-सं० (वि०) प्राप्त करने योग्य प्राप्य
अवाम- अ० (पु० ) बहु० आम लोग, जनता अवामी - अ० (वि०) सामान्य, सार्वजनिक अवार - सं० (पु० ) 1 (नदी के) इस ओर का किनारा 2 इस ओर । पार ( क्रि० वि०) एक किनारे से दूसरे किनारे तक अवारजा - फ़ा० (पु० ) 1 खतिपौनी 2 जमाखर्च की बही 3 रोज़नामचा
अवारण-सं० (वि०) जिसका निषेध न हो सके, सुनिश्चित अवारणीय-सं० (वि०) अनिवार्य, जिसका निवारण न हो सके अवारित-सं० (वि०) 1 जो अवरुद्ध या बंद न हो 2 जो वारित न हुआ हो