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अवरुद्ध
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अवसर
हुआ
गया
अवरुद्ध-सं० (वि०) 1 रुका या रोका हुआ 2 घिरा हुआ 3 बंद | | अवलीला-सं० (स्त्री०) 1 क्रीड़ा 2 अनादर, तिरस्कार अवरुद्धा-(स्त्री०) रखी हुई स्त्री, रखैल
अवलुंचन-सं० (पु०) 1काटना 2 उखाड़ना 3 नोंचना अवरूढ़-सं० (वि०) 1 उतरा हुआ 2 आरूढ़ का उल्टा अवलुंचित-सं० (वि०) 1 खुला हुआ 2 काटा हुआ अवरूप-सं० (वि.) 1 जिसका रूप विकृत हो गया हो अवगुंठन-सं० (पु०) 1 लोटना, लुढ़कना 2 लूटना 2 जिसका पतन हो गया हो
अवलुंठित-सं० (वि०) 1 लुढ़का हुआ 2 लोटा हुआ 3 लूटा अवरेब-(पु०) 1 कपड़े की तिरछी काट 2 वक्र गति 3 उलझन 4 कठिनाई 5 झगड़ा
अवलेखन-सं० (पु०) 1 खुरचना 2 लकीर खींचना 3 कंघी अवरोक्त-सं० (वि०) 1 अंत में उल्लिखित 2 बाद में कहा करना
अवलेखनी-सं० (स्त्री०) 1 कंघी 2 ब्रश अवरोध-सं० (पु०) 1 रोक 2 घेरा, आवरण 3 बाधा अवलेप-सं० (पु०) 1 लेप, चंदन 2 उबटन 3 मलहम अवरोधक-[ सं० (वि०) 1 रोकनेवाला 2 घेरा डालनेवाला 4 आभूषण 5 घमंड 3 बाधक II (पु०) 1 रोक 2 बाड़ा 3 प्रहरी
अवलेपक-सं० (पु०/वि०) लेप लगानेवाला अवरोधन-सं० (पु०) 1 रोक 2 बाधा 3 अंतःपुर
अवलेपन सं० (पु०) 1 लेपन 2 लगाव 3 घमंड 4 चंदन वृक्ष. अवरोधित-सं० (वि०) जिसका अवरोध किया गया हो अवलेह-सं० (पु०) 1 चटनी 2 चाटकर खाई जानेवाली दवा अवरोधी-सं० (वि०) अवरोधक
अवलेहन-सं० (पु०) चाटना अवरोप, अवरोपण-सं० (पु०) 1 उन्मूलन, उखाड़ना अवलोक-सं० (पु०) 1 देखना 2 अनुसंधान 3 दृष्टि 2 हटाना
अवलोकक-सं० (वि०) देखनेवाला अवरोपित-सं० (वि०) उखाड़ा हुआ
अवलोकन-सं० (पु०) ध्यानपूर्वक देखना अवरोह-सं० (पु०) 1 उतार 2 अवनति, पतन 3 संगीत में स्वरों अवलोकनीय-सं० (वि०) देखनेयोग्य के ऊपर से नीचे आने का क्रम 4 वर्धमान अलंकार का उल्टा अवलोप-सं० (पु०) काटकर हटा देना अर्थालंकार का एक भेद 5 मूल या शाखा से तंतुओं का अवलोम-सं० (वि०) 1 अनुकूल 2 उपयुक्त 3 अपनी निकलना
तरफ़दारी करनेवाला अवरोहक-I सं० (वि०) नीचे आनेवाला II (पु०) ऊपर | अवशंसा-सं० (स्त्री०) दोषी ठहराना चढ़नेवाला
अवश-सं० (वि०) 1.बेबस, लाचार 2 इंद्रियों का दास 3 जो अवरोहण-सं० (पु०) 1 उतरना 2 ऊपर से आना
दूसरे के वश में हो अवरोही-I सं० (वि०) नीचे आनेवाला II (पु०) 1ऊपर से अवशिष्ट-सं० (वि०) बचा हुआ, बाकी नीचे आनेवाला स्वर 2 वटवृक्ष
अवशीर्ण-सं० (वि०) कटा-फटा। अवर्ग-I सं० (वि०) श्रेणी रहित II (पु०) स्वर वर्ण अवशीर्ष-सं० (वि०) 1 नत-मस्तक 2 औंधा अवर्गीकृत-सं० (वि०) जिसका वर्ग न बनाया गया हो अवशेष-I सं० (पु०) 1 वह जो बच रहे या बाक़ी रहे, शेष अवर्ण-I सं० (वि०) 1 बिना रंग का 2 बदगग 3 वर्ण धर्म __ भाग II (वि०) बचा हुआ रहित II (पु०) निंदा, अपवाद
अवशोषक-सं० (वि०) अवशोधन करनेवाला अवर्णनीय-सं०(वि०) जिसका वर्णन न हो सके
अवशोषण-सं० (पु०) 1 सोखना 2 अपने में समा लेना, अवर्ण्य-I सं० (वि०) वर्णन के अयोग्य II (पु०) उपमान संविलयन अत-सं० (पु०) आवर्त
अवशोषित-सं० (वि०) जिसका अंत किया गया हो अवर्तन-सं० (पु०) जीविका या वृत्ति का अभाव
अवशोषी-सं० (वि०) सोखने वाला अवर्तमान-सं० (ति०) 1 जो वर्तमान या प्रस्तुत न हो, अवश्यंभावी-सं० (वि०) 1 जो अवश्य होने को हो, अनिवार्य अविद्यमान 2 अनुपस्थित
2 जो वश में न किया जा सके अवर्धमान्-सं० (वि०) न बढ़नेवाला
अवश्य-I सं०(वि०)1 अनिवार्य 2 जो वश में न किया जा सके अवर्षण-सं० (पु०) वर्षा का न होना, सूखा
II (क्रि० वि०) 1 ज़रूर 2 निश्चय 3 बिना कोई अंतर हए अवलंब-सं० (पु०) 1 सहारा 2 ओट 3 परिशिष्ट
अवश्यमेव-सं० (क्रि० वि०) निस्संदेह, यक़ीनन, अवलंबन-सं० (पु०) 1 सहारा लेना 2 अपनाना 3 अनुसरण निश्चयपूर्वक 4 छड़ी
अवष्टंभ-सं० (पु०) 1 सहारा 2 खंभा 3 बाधा 4 उइंडता अवलंबित-सं० (वि०) 1 आश्रित 2 लटकाया हुआ 3 सत्वर 5 अभिमान 6 साहस अवलंबी-सं० (वि०) अवलंबन करनेवाला
अवष्टब्य-सं० (वि०) 1 आश्रित 2 रक्षित 3 बाधित अवलग्न-सं० (वि०) 1 लगा हुआ 2 सटाकर रखा हुआ अवसंजन-सं० (पु०) आलिंगन । अवलिप्त-सं० (वि०) 1लगाव रखनेवाला 2 चुपड़ा हुआ अवसक्त-सं० (वि०) सटा या लगा हुआ 3 घमंडी
अवसथ-सं० (पु०) 1 घर 2 ग्राम 3 विद्यालय 4 छात्रावास अवली-सं० (स्त्री०) 1 पंक्ति, कतार
अवसन्न-सं० (वि०) 1सुस्त 2 उदास 3 खिन्न 4 उत्साहहीन अवलीक-(वि०) 1निष्पाप 2 दोषरहित, शुद्ध
5दबा या फंसा हुआ 6 समाप्त अवलीट-सं० (वि०) 1 चाटा हुआ 2 खाया हुआ | अवसर-सं० (पु.) 1 मौका 2 सुयोग 3 अवकाश । ग्रहण