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अवधार्य
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अवरावर
अवधार्य-सं० (वि०) अवधारणीय
अवबोधन-सं० (पु०) 1 बताना, जताना 2 ज्ञान अवधाव-सं० (पु०) बर्फ़, चट्टान आदि का विशाल समुदाय अवभंग-सं० (पु०) 1 नीचा दिखाना 2 पराजित करना अवधावन-सं० (पु०) पीछा करना, पकड़ना 2 साफ़ करना अवभास-सं० (पु०) 1 चमक 2 झलक 3 मिथ्या ज्ञान अवधावित-सं० (वि०) 1 पीछा किया हुआ 2 धोया हुआ 4 प्रतीति 5 दिखाई देना अवधि-सं० (स्त्री०) 1सीमा 2 अंतिम सीमा 3 नियत काल, अवभासक-I सं० (वि०) 1 प्रकाशमय 2 प्रकाशक II मियाद। बाधित (वि०) जिसकी अवधि बीत चुकी हो (पु०) परब्रह्म अवधी-I (वि०) अवध से संबंध रखनेवाला II (स्त्री०) अवभासित-सं० (वि०) 1 प्रकाशित 2 प्रकट 3 प्रतीत अवध की बोली
अवमंता-सं० (पु०) अपमान करनेवाला अवधारण-सं० (पु०) तिरस्कारपूर्वक बर्ताव करना, अपमान अवमंदन-सं० (पु०) तीक्ष्णता आदि को कम करना करना
अवम-I सं० (वि०) 1 अंतिम 2 अधम 3 नीच 4 कनिष्ठ अवधीरित-सं० (वि०) 1 तिरस्कृत 2 निरादृत
5 घटता हुआ II (पु०) 1 पाप 2 चांद और सौर दिन का अवधूत-I सं० (पु०) संन्यासी II (वि०) 1 तिरस्कृत अंतर। तिथि (स्त्री०) वह तिथि जिसका क्षय हो गया हो 2 विरक्त 3 पराभूत
अवमत-सं० (वि०) 1 अपमानित 2 तिरस्कृत अवधूपन-सं० (पु०) साधुपन
अवमति-[सं० (स्त्री०) 1 अवज्ञा 2 विरक्ति II (पु०) स्वामी अवधूपित-सं० (वि०) सुवासित, सुगंधित
अवमर्दन-सं० (पु०) 1कुचलना 2 दमन 3 उत्पीड़न अवधूलन-सं० (पु०) घाव पर चूर्ण छिड़कना
अवमर्दित-सं० (वि०) 1 रौंदा हुआ 2 मर्दन किया हुआ 3 नष्ट अवधृत-सं० (वि०) अवधारित
किया हुआ अवधेय-[ सं० (वि०) 1 ध्यान देने योग्य 2 जानने योग्य II अवमर्श-सं० (पु०) 1 स्पर्श 2 सम्पर्क (पु०) ध्यान
अवमर्ष-सं० (पु०) 1 आलोचना 2 नाटक की पाँच मुख्य अवध्य-सं० (वि०) 1 वध के अयोग्य 2 रक्षणीय संधियों में से एक 3 आक्रमण अवध्वंस-सं० (पु०) 1 परित्याग 2 अनादर 3 निंदा 4 गिरकर अवमर्षण-सं० (पु०) 1 असहिष्णुता 2 मिटाना, हटाना अलग होना
अवमान-सं० (पु०), अवमानना सं० (स्त्री०) 1 अवज्ञा, अवध्वस्त-सं० (वि०) 1 विनष्ट 2 निदित 3 तिरस्कृत अपमान 2 तिरस्कार 3 मूल्य ठीक तरह न आँकना 4 परित्यक्त
अवमानन-सं० (पु०) 1 तिरस्करण 2 अपमान करना अवन-[सं० (पु०) 1 रक्षण 2 प्रसन्न करना 3 प्रसन्नता 4 प्रीति अवमानित-सं० (वि०) 1 अपमानित 2 तिरस्कृत II (स्त्री०) 1 रास्ता 2 भूमि
अवमानी-सं० (वि०) अपमान या तिरस्कार करने वाला अवनत-सं० (वि०) 1 झुका हुआ 2 गिरा हुआ 3 नम्र।। अवमान्य-सं० (वि०) तिरस्कार के योग्य दशा (स्त्री०) गिरावट
अवमूल्य-सं० (पु०) सामान्य से कम मूल्य अवनतावस्था-सं० (स्त्री०) गिरावट .
अवमूल्यन-सं० (पु०) (सिक्के के) मूल्य में कमी करना या अवनति-सं० (स्त्री०) 1 झुकाव 2 गिरावट 3 उतार 4 कमी | होना 5दंडवत् 6 विनम्रता
अवमृदा-सं० (स्त्री०) निचली मिट्टी अवनद्ध-I सं० (वि०) 1 निर्मित 2 जुड़ा हुआ 3 बँधा हुआ II अवमोचन-सं० (पु०) 1 मुक्त करना 2 छोड़ देना 3 ढीला (पु०) मृदंग, ढोल
करना अवनमन-सं० (पु०) 1 झुकना 2 पाँव पड़ना
अवयव-सं० (पु०) 1 अंग 2 हिस्सा। ~भूत (वि०) जो अवनयन-सं० (पु०) नीचे लाना, नीचे गिराना
उसी का अंग बन गया, अंगीभूत अवनामक-सं० (वि०) नीचे गिरानेवाला
अवयवी-[ सं० (वि०) 1जिसके अवयव या अंग हो अवनायक-सं० (वि०) गिरानेवाला
2 समूचा II (पु०) देह । अवनाह-सं० (पु०) 1 बाँधना 2 आवृत करना
अवयस्क-सं० (वि०) जो वयस्क न हो, नाबालिग अवनि-सं० (स्त्री०) धरती, पृथ्वी। चर (पु०) पृथ्वी पर अवर-I सं० (वि०) 1 जो श्रेष्ठ न हो, कनिष्ठ, छोटा 2 निचला विचरनेवाले प्राणी; पति (पु०) राजा
3 कम, न्यून 4 अनुवर्ती, बाद में होनेवाला II (पु०) अवनेजन-सं० (पु०) 1धोना 2 हाथ पाँव धोने का पानी । 1 अतीतकाल 2 हाथी के पीछे का भाग III (क्रि० वि०) अवपात-सं० (पु०) 1 अधःपतन 2 झपट्टा 3 गर्त, गड्ढा अन्य, दूसरा। ज (पु०) 1 छोटा भाई 2 शूद्र; सदन अवपातन-सं० (पु०) गिराना, नीचे फेंकना ।
(पु०) दूसरा सदन; सेवक (पु०) अन्य सेवक या नौकर अवपात्र-सं० (वि०) अयोग्य या निकृष्ट पात्र
अवरत-I सं० (वि०) 1 अलग 2 निवृत्त 3 विरामयुक्त II अवपीड़न-सं० (पु०) यातना देना
(पु०) पानी का भँवर अवप्रेरण-सं० (पु०) बुरे काम में सहायता देना
अवरति-सं० (स्त्री०) 1 ठहराव, विश्राम 2 निवृत्त 3 पृथक्ता अवबोध-सं० (पु०) 1 जागना 2 ज्ञान 3 विवेक 4 (दर्शन) अवरागार-सं० (पु०) अवर सदन अनिर्णीत बोध
अवरार्ध-I सं० (वि०) उत्तरार्द्ध II (पु०) पीछे या नीचे का अवबोधक-I सं० (वि०) ज्ञापक II (१०) 1 जगानेवाला आधा भाग सूर्य 2 पहरा देनेवाला 3 शिक्षक
अवरावर-सं० (वि०) 1सबसे खराब 2 छोटे से छोटा