________________ सेठियाजेनग्रन्थमाला गृहस्थोपयोगी-मणिमाला. मुसाफिरी करने वाले नीचे लिखे अनुसार शुभाशुभ मुहूर्त १चन्द्रज्ञान: सन्मुख चन्द्रमा समस्त दोषों का नाश कर के शुभफल देने घाला होता है। मेष सिंह और धन राशि का चन्द्रमा पूर्व में, वृष कन्या और मकर राशि का चन्द्रमा दक्षिण में, मिथुन तुला और कुंभ राशि का चन्द्रमा पश्चिम में, तथा कर्क वृश्चिक और मीन राशि का चन्द्रमा, उत्तरदिशा में रहता है / इसका फल- सन्मुख चन्द्रमा अभीष्ट वस्तु की प्राप्ति, दाहिना चन्द्रमा सुख संपत्ति की प्राप्ति, बाया चन्द्रमा धन का नाश, और पीठ का चन्द्रमा मृत्यु की प्राप्ति दिशाशूलसोम और शनि वार को पूर्व में, मंगल और बुधवार को उत्तर में, रवि और शुक्र वार को पश्चिम में और गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशाशूल रहता है। इसलिये दिशाशूल को दाहिना और विशेष कर सन्मुख लेकर नहीं जाना चाहिये / अगर जरूरी हो तो इस का परिहार (पालण) तो अवश्य करना चाहिये-रविवार को ताम्बूल याची खाकर, सोमवार को काच देखकर या दूध पीकर, मगल पार को धाना था गुड़, बुधवार को गुड़ या तिल, गुरु