________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा - - - - दया-नाथ ! ऐली हमें बुद्धि दीजे / दशा देश को देख छाती पसीजे // दुखों से बचाते रहें देश प्यारा / बनाव उसे सभ्य सत्कर्म द्वारा // कठिन शब्दों के अर्थ विधाता-- कर्म / ठौर-- स्थान / जीवदानी-- जीवन देने वाली। भिदा-- अच्छी तरह मिला हुआ / सुवानी-- मीठी बोली / भूमि-रानी- सब भूमियों की रानी / न्यारी-अलग / निरोगी-- शुद्ध शब्द नीरोग है, विना रोग के, रोग. हीन / उदारा-- दयामयी। सुत- पुत्र / मही- भूमि / इष्ट- प्रिय / गेह-- घर / पुरा- महला, गाँव / दूजा-- दूसरा / पसार-- प्रसार,फैलाव,विस्तार ।भाती--अच्छी लगती। कृतनी-- (कृता) किये हुए को न मानने वाला, उपकार का धुरा बदला देने वाला, एहसान फरामोश / पाठ६ठा। निबन्ध लिखने की रीति / हम किसी विषय का पूर्ण ज्ञान सम्पादन करलें और उससे परोपकार करना चाहें तो हमारे लिये दो ही मार्ग हैं। या तो उसे वत्रन द्वारा व्यक्त करें या लेख द्वारा / वचन या वक्तृत्व द्वारा जो. विचार व्यक्त किये जाते हैं, उनसे सार्वकालिक, सार्वदेशिक और सार्वजनिक लाभ नहीं उठाया जा सकता / परन्तु यदि उन्हीं