________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा (75) एक तख्ता रख लेते हैं / उसी पर हाथी अपना पैर ठीक से रखता है जिसमें पूरा बोझ उनकी छाती पर पड़े | वहां पर दुष्टों ने इनके यूरोपीय मैनेजर की धूस देकर उस तस्ते को बीचों बीच दो टुकड़े कर डाला और फिर सरेस से जोड़ दिया / ज्योंही राममूर्ति की छाती पर हाथी आया, तख्ता कड़क कर टूट गया। हाथी का एक पैर राममूर्ति की छाती पर कुठौर पड़ गया। पसली की तीन हड्डियां टूट गयीं। वह बेहोश हो गये। फिर फ्रांस के अनेक चतुर डाक्टरों की कृपा से अच्छे तो हो गये किन्तु उन्हें छः हफ्ते अस्पताल में रहना पड़ा / इसी कारण राममूर्ति जर्मनी न जा सके, जहां से उन्हें न्यौता आया था / अमेरिका, आस्ट्रेलिया आदि भी जाना चाहते थे किन्तु कई विघ्नों के आपड़ने के कारण न जा सके / राममूर्ति ने युरोप के पहलवानों को कुश्ती के लिये ललकारा था / किन्तु कोई सामने न आ सका। राममूर्ति के पहले ही मामा और इमामबख्श नामी दो भारतीय पहलवानों न इंगलैण्ड जाकर स्टेन्सेलर्स जिविस्को नामक रूसी पहलवान को पछाड़ा था, इसलिए हेकेन स्मिथ नामक प्रसिद्ध गूरोपीय पहलवान भी इनके सामने आने की हिम्मत न कर सका। अाजकल राममूर्ति की अवस्था लगभग बयालीस वर्ष की है। उनका जन्म दक्षिण भारत के प्रांध्र प्रदेश में वीर घट्टम नामक गांव में हया था। उनके पिता पुलीस इन्सपेक्टर थे। अब राममूर्ति ने अपना खेल दिखाना बन्द कर दिया है / उनकी इच्छा है कि भारत भर में अखाड़े खुलें और यहां के बालकों एवं युवकों में बीरता का संचार किया जाय / इसी काम के लिए इधर उन्होंने एक योजना तैयार की है जिसे इन्दौर-राज्य ने अपने स्कूलों के लिए स्वीकार कर लिया है / राममूर्ति कोरे