________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा (113) श्रादि / यदि वानरवंशी होने के कारण हनुमानजी आदि बन्दर हो जायँ, तो जिनका गोधा गोत्र है, वे सब गोधा-सांड हो जावें, जिनका नाहर गोत्र है वे सब नाहर-शेर हो जावें, वयागोत्री सब वया-एक प्रकार को चिड़िया--हो जावें और सियार गोत्री सब शृगाल हो जायँ / जिनका गोत्र कौशिक है, वे सब कौशिक-उल्लू हो जायँ / जब यह कहना अनुचित है, तो वानरवंशी होने से हनुमानजी जैसे पूज्य पुरुषों को बन्दर कहना सर्वथा अनुचित है। प्यारे बालको ! इन भ्रान्तिपूर्ण अमानुषिक कल्पनाओं का उन्मूलन करना तुम्हारा कर्तव्य है। कठिन शब्दों के अर्थ ___ विपर्याम- विपरीतता, उलट पलट / प्रख्यात- प्रसिद्ध / विजन- एकान्त, जहां मनुष्यों का गमनागमन न हो। आश्वासन- 'तसल्ली, ढाढ़स / शैलपर्वत / प्रतिरव- गुज; वह शब्द, जो कहीं टकराकर फिर वहीं सुनाई पड़ता है। पजरंगी (वनाजी) जिसका अंग वज्र का हो / कबच- वख्तर / शावक- बच्चा। दांत खट्टे करना- पराभूत करना, हराना / सेहरा- मौर, जिसे विवाह के समय वर सर पर बांधता है। प्रस्फुटित- प्रगट / वात्सल्य- प्रेम / नग्यय- तुच्छ, नहीं के बराबर / भ्रान्तिपूर्णा- भूल भरा / उन्मुलन करना- उखाडना, निवारण करना।