________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा (59) हम लोगों में धर्म और कर्तव्य के लिये अपने शारीरिक क्षणिक सुखों का बलिदान करने की शक्ति प्रावे, यही प्रार्थना है / कठिन शब्दों के अर्थ पर्याप्त- काफ़ी / पाचन पवित्र / उपदेशामृत- उपदेश रूपी अमृत / धरापृथिवी / दाम्पत्य सम्बंध- पतिपत्नी का सम्बंध / श्रावक की ग्यारह प्रतिमाएं निम्नलिखित हैं (1) दर्शन प्रतिमा (2) व्रत प्रतिमा (3) सामायिक (4) प्रोषधोपवास (5) सचित्त त्याग (6) रात्रि भुक्ति त्याग (7) ब्रह्मचर्य (8) आरंभत्याग (E) परिग्रह त्याग (10) अनुमति त्याग (11) उद्दिष्ट त्याग। गगन विकम्पनकारी- आकाश को हिलाने वाली संग्राम- युद्ध / स्वपरकल्याण रत- अपने और दूसरों की भलाई में लगे हुए / अभिवन्दनीय आदर करने योग्य, पूजा करने लायक / स्तुत्य- प्रशंसा वा स्तुति के योग्य / पाठ 18 वाँ व्यवसाय चतुष्क (सवैया इकतीसा) केई सुर गावत हैं केई तो बजावत हैं, केई तो बनावत हैं भांडे मिट्टी सानकै /