________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा [13] बुढ़िया-परदेशी भी दो होते हैं-जीव और पवन / इन दोनों में आप कौन हैं? भोज-माताराम! हमारी तो नाक में दम पागई। हम गरीब हैं। बुढ़िया-ग़रीब भी दो होते हैं। मेमना और मंगता / ग्राप कौन हैं? भोज-हम चतुर हैं। वुदिया-चतुर दोहोते हैं / एक अन्न,दसराजल। सच कहो, कौन हो? भोज-माताराम! रास्ता बताना हो, तो बतादो। हम हारे। बुढ़िया -- हारे दो होते हैं। एक बेटीका बाप, दसरा कर्जदार / बताइये तो आप कोन हैं? भोज चुप रह गये। बुढ़ियाने कहा-हां,अब जान पाई / श्राप राजा भोज और दूसरे माघ पण्डित पाठ छठा. सागरदत्त और सोमक. किसी समय कौशाम्बी नगरी में जयपाल नामके